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'इजरायल ने अमेरिका को बताया, ईरान के कर्नल को हमने मारा'

ईरान के एक खुफिया अधिकारी का कहना है कि इजरायल ने अमेरिकी अधिकारियों को बताया था कि कर्नल खोडाई की हत्या में उनका हाथ है लेकिन इजरायल के प्रधानमंत्री की प्रवक्ता ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है.

ईरानी कर्नल खोडाई का जनाजा (Photo- Reuters) ईरानी कर्नल खोडाई का जनाजा (Photo- Reuters)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 26 मई 2022,
  • अपडेटेड 6:29 PM IST
  • ईरानी कर्नल की घर के बाहर की गई थी हत्या
  • इजरायल पर हत्या का आरोप
  • ईरान के राष्ट्रपति ने कहा, कर्नल की हत्या का बदला लेंगे

ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के कर्नल खोडाई की रविवार को तेहरान में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. ईरान ने इस हत्या के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया है.

न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल ने अमेरिका को बताया था कि रविवार को ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के कर्नल की हत्या उन्होंने की है. 

रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान के एक खुफिया अधिकारी का कहना है कि इजरायल ने अमेरिकी अधिकारियों को बताया था कि कर्नल खोडाई की हत्या में उनका हाथ है. 

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इजरायल के प्रधानमंत्री की प्रवक्ता ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है.

ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम राइसी ने हत्या का बदला लेने की कसम खाई है. 

रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के प्रमुख जनरल हुसैन सलामी ने कहा, दुश्मनों को पछताना पड़ेगा और दुश्मनों के नापाक इरादों का जवाब दिया जाएगा.

ईरान की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के सदस्य माजिद मीराहमाडी ने भी कहा है कि इस हत्या के पीछे यकीनन इजरायल का हाथ है. उन्होंने भी इजरायल को इसका खामियाजा भुगतने की चेतावनी दी.

ईरान 2015 परमाणु सौदा है हत्या की जड़

अमेरिका ने ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स को आतंकी संगठन घोषित कर रखा है. इस वजह से ईरान के साथ 2015 परमाणु सौदा अधर में लटका हुआ है.

ईरान की मांग है कि वह इसी शर्त पर परमाणु सौदे को बहाल करेगा कि अमेरिका रिवोल्यूशनरी गार्ड्स को आतंकी संगठनों की सूची से हटा दें. अमेरिका को ईरान की यह शर्त मंजूर नहीं है, जिस वजह से यह सौदा लटका हुआ है.

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वहीं, इजरायल इस परमाणु सौदे के खिलाफ है. सरकार से जुड़े इजरायल के कुछ विश्लेषकों का कहना है कि खोडाई पर यह हमला अमेरिका और ईरान के बीच इस परमाणु वार्ता को पटरी से उतारने की मंशा से किया गया था. पूरी कोशिश की गई कि ईरान और अमेरिका के बीच रिवोल्यूशनरी गार्ड्स को आतंकी सूची से हटाने को लेकर कोई सहमति नहीं बन सके. 

ईरान के खुफिया अधिकारी ने पहचान उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया कि इजरायल ने अमेरिकी अधिकारियों को बताया था कि यह हत्या ईरान के लिए एक चेतावनी थी कि यूनिट 840 के नाम के कुद्स फोर्स के अभियानों को रोक दिया जाए.

यूनिट 840 पर इजरायल के नागरिकों और अधिकारियों सहित दुनियाभर के विदेशियों के अपहरण और उनकी हत्या करने का आरोप लगा है.

इजरायली अधिकारियों ने कहा कि कर्नल खोडाई यूनिट 840 का डिप्टी कमांडर था और वह इजरायली नागरिकों सहित विदेशियों के खिलाफ साजिश रचने में शामिल था.

इजरायल का कहना है कि खोडाई मध्यपूर्व और ईरान के पड़ोसी देशों में यूनिट के अभियानों का प्रभारी था.

वह बीते सालों से इजरायली, यूरोपियन और अमेरिकी नागरिकों के साथ कोलंबिया, केन्या, इथियोपिया, संयुक्त अरब अमीरात और साइप्रस में सरकारी अधिकारियों पर आतंकी हमलों की कोशिश कर रहा था.

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ईरान कर्नल खोडाई को मानता है शहीद हीरो

वहीं, ईरान ने यूनिट 840 जैसी किसी भी इकाई के अस्तित्व को ही नकार दिया है. ईरान कर्नल खोडाई को शहीद हीरो की तरह देखता है, जो  किशोर अवस्था में ही रिवोल्यूशनरी गार्ड्स में शामिल हो गए थे.

हालांकि, ईरान के अधिकारियों ने इजरायल के इन आरोपों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी कि कर्नल खोडाई सीमापार आतंकी साजिश में शामिल थे.

ईरान के कुछ विश्लेषकों का कहना है कि यह आरोप इसलिए लगाए जा रहे हैं ताकि अमेरिका रिवोल्यूशनरी गार्ड्स को आतंकी संगठनों की सूची से हटाने पर सहमत नहीं हो जाए. 

खोडाई पर इस हमले को ईरान की सुरक्षा में एक और गंभीर उल्लंघन के तौर पर देखा जा रहा है. 

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