Israeli Army in Gaza: महायुद्ध की आशंका के बीच गाजा में घुसी नेतन्याहू की सेना, अगले 48 घंटे भारी... पढ़ें- इजरायल के सामने क्या चुनौतियां
Israeli Army in Gaza: लेबनान का संगठन हिजबुल्लाह भी चरमपंथी संगठन हमास का साथ दे रहा है. हिजबुल्लाह के लड़ाके भी हमास के साथ मिलकर इजरायल पर हमले कर रहे हैं. ऐसे में लेबनान और इजरायल के बीच जबरदस्त तनाव है. इजरायल इस वजह से गाजा के साथ-साथ लेबनान पर भी हवाई हमले कर रहा है.
Israeli Army in Gaza: इजरायल और हमास युद्ध के हर नए दिन के साथ पूरी दुनिया के लिए खतरा बढ़ता जा रहा है. अभी तक इजरायल को अमेरिका के साथ-साथ फ्रांस, ब्रिटेन, जर्मनी जैसे मुल्क का समर्थन है जबकि गाजा के पक्ष में ईरान और रूस जैसे देश लामबंद होने लगे हैं. इस बीच इजरायल ने प्रण लिया है कि वह हमास को नेस्तनाबूद किए बिना नहीं रुकेगा.
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इजरायल और हमास का युद्ध अब जमीनी आक्रमण की तरफ बढ़ रहा है. अगर इजरायल के टैंक गाजा में घुसते हैं तो क्या होगा? हमास के साथ-साथ लेबनान का आतंकी संगठन हिजबुल्लाह भी इजरायल के खिलाफ खड़ा हो गया है. इजरायल में नेतन्याहू की पार्टी की एक सांसद ने गाजा के खिलाफ सीधे परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने की बात कही है.
इस जंग में अब ईरान ने इजरायल को सीधी चेतावनी दे दी है कि अगर गाजा पर इसी तरह बमबारी जारी रही तो युद्ध के कई मोर्चे खुल सकते हैं. इस तरह ईरान ने खुले शब्दों में इजरायल को महायुद्ध की धमकी दे दी है.
ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियान ने लेबनान की राजधान बेरूत से इजरायल को खुली धमकी देते हुए कहा है कि अगर गाजा पर बमबारी नही रोकी गई तो युद्ध के कई मोर्चे खुल सकते हैं. ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने इस्लामिक और अरब देशों से आह्वान किया है कि वो इजरायल के खिलाफ युद्ध में सहयोग करें.
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लेबनान का संगठन हिजबुल्लाह भी चरमपंथी संगठन हमास का साथ दे रहा है. हिजबुल्लाह के लड़ाके भी हमास के साथ मिलकर इजरायल पर हमले कर रहे हैं. ऐसे में लेबनान और इजरायल के बीच जबरदस्त तनाव है. इजरायल इस वजह से गाजा के साथ-साथ लेबनान पर भी हवाई हमले कर रहा है.
ऐसे में सवाल है कि क्या ईरान की इस धमकी को वर्ल्ड वॉर की वॉर्निंग माना जाए क्योंकि इजरायल के साथ अमेरिका खड़ा है. अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन इजरायल के दौरे पर हैं.
जॉर्डन भी गाजा के समर्थन में उतरा
इजरायल से सटे जॉर्डन में भी हजारों लोग गाजा के लिए एकजुटता दिखाने के लिए इकट्ठा हुए हैं. गाजा के लिए जॉर्डन की राजधानी में जुलूस निकाले जा रहे हैं. इन सबके बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी गाजा पर इजरायल की एयर स्ट्राइक और सैन्य कार्यवाई पर सवाल उठाए हैं. पुतिन ने साफ कहा है कि गाजा में आम लोगों की मौतों को स्वीकार नहीं किया जाएगा. तो क्या ऐसे में इजरायल और हमास के बीच छिड़ा यह युद्ध महायुद्ध में तब्दील होने जा रहा है.
इजरायल के सामने क्या हैं चुनौतियां?
इस जंग में जीत के लिए इजरायली फौज को आतंक के खूंखार लड़ाकों से निपटना होगा. ऐसे आतंकी जिन्हें फौज की तरह ट्रेनिंग मिली हुई हैं, जो दुनिया के सबसे घातक हथियार चलाना जानते हैं. रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि इजरायल की सेना के पास मौजूदा स्थिति से निपटने के लिए तीन सैन्य विकल्प मौजूद हैं.
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उन्होंने बताया कि सबसे पहला विकल्प यह है कि इजरायली सेना हवाई हमलों के अलावा जमीन पर फौज उतारने के बजाए स्पेशल कमांडोज को भेज सकती है. इसके लिए इजरायली सेना को गाजापट्टी की घेराबंदी और मजबूत करनी होगी. बंधखों की रिहाई के साथ-साथ हमास की टॉप लीडरशिप को मिटाने के लिए कोवर्ट ऑपरेशन को शुरू करना होगा. हालांकि, इस ऑपरेशन में इजरायली सेना के सामने कई चुनौतियां हैं.
भारतीय वायुसेना के पूर्व विंग कमांडर एमएम जोशी मानते हैं कि इजरायली सेना की क्षमता पर सवाल नहीं है लेकिन सवाल जमीन के उस टुकड़े के भूगोल का है, जहां ऑपरेशनको अंजाम देना टेढ़ी खीर है.
डिफेंस एक्सपर्ट मानते हैं कि इजरायल की सेना एयरस्ट्राइक के साथ कोवर्ट ऑपरेशन और लिमिटेड ग्राउंड अटैक कर सकती है. लिमिटेड ग्राउंड अटैक का मतलब एक खास इलाके में सेना को भेजने से है. इसके जरिए हमास पर इजरायली सेना अपनी पकड़ मजबूत कर सकती है और साथ ही फिलिस्तान का सपोर्ट कर रहे मुल्क के जरिए बातचीत का रास्ता खुलवा सकती है.
इस तरह दूसरे विकल्प में सैन्य कार्रवाई के साथ-साथ बैक डोर डिप्लोमेसी के जरिए बंधकों की रिहाई के बाद युद्धविराम का ऐलान हो सकता है, लेकिन इस विकल्प में भी चुनौतिया कई है. अगर युद्ध लंबा चलता है तो गाजा की घेराबंदी ज्यादा दिनों तक करना मुश्किल होगा. अंतरराष्ट्रीय दवाब के साथ-साथ फिलिस्तिनियों की नाराजगी इजरायल के खिलाफ बढ़ेगी. इससे इजरायल की छवि प्रभावित हो सकती है. डिफेंस एक्सपर्ट एमएम जोशी मिलिट्री एक्शन में विश्वयुद्ध की संभावना देख रहे हैं. एयरस्ट्राइक के साथ-साथ ग्राउंड पर बड़ा एक्शन करना होगा.
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बता दें कि हमास के लड़ाके इस प्लान के साथ इजरायल में घुसे थे कि इजरायल के लोगों को बंधक बनाकर ले जाएंगे. वे अपने इस नाकाम मंसूबे में कामयाब रहे. उनकी प्लानिंग इतनी सटीक थी कि इजरायल का इलेक्ट्रॉनिक इंटेलिजेंस सिस्टम पूरी तरह फेल रहा.खासतौर पर प्लानिंग में शामिल हमास के कमांडोज ने कोई इलेक्ट्रॉनिक गजट का इस्तेमाल नहीं किया. इसका मकसद था इजरायल के ह्यूमन इंटेलिजेंस सिस्टम को मात देना.
गाजा में इजरायल की सेना की एंट्री
इजरायल की सेना शुक्रवार को गाजा पट्टी में दाखिल हो गई. आईडीएफ का कहना है कि उनकी सेना गाजा में दाखिल हो गई है. वह हमास द्वारा बंधक बनाए गए नागरिकों को छुड़ाने के लिए कार्रवाई करेगी.
गाजा पट्टी खाली करने का अल्टीमेटम
हमास से जंग के बीच इजरायल की सेना ने गाजा पट्टी में रहने वाले लोगों को उत्तरी गाजा खाली करने के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम दे दिया है. इसके बाद गाजा में अफरा तफरी का माहौल है. गाजा के लोग दक्षिणी गाजा की ओर जा रहे हैं. गाजा पट्टी से ऐसी कई तस्वीरें सामने आ रही हैं जिनमें देखा जा सकता है कि इजरायल की चेतावनी के बाद यहां के स्थानीय लोग गाजा से रवाना हो रहे हैं. वाहनों में लदा सामान गवाही दे रहा है कि लोग अपना आशियाना छोड़कर सुरक्षित स्थान की तलाश में निकल पड़े हैं.
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एक अमेरिकी अधिकारी का कहना है कि गाजा पट्टी में फंसे विदेशियों को राफाह क्रॉसिंग से बाहर निकालने के लिए मिस्र और इजरायल के बीच बातचीत चल रही है.
इजरायल बनाम हमास और हिजबुल्लाह की ताकत?
इजरायल के पास छह लाख 46 हजार सैनिक हैं जबकि हमास और हिजबुल्लाह दोनों को मिलाकर दो लाख 55 हजार 465 लड़ाके हैं. इजरायल के पास 2200 टैंक हैं जबकि हमास और हिजबुल्लाह दोनों के कुल टैंक 757 हैं. इजरायल के पास 509 इनफेंट्री फाइटिंग व्हिकल हैं जबकि हमास और हिजबुल्लाह के पास 203 आईएफवी है. इजरायल के पास 526 माइन रेजिस्टेंट एम्बुश प्रोटेक्टेड टैंक हैं. वहीं हमास और हिजबुल्लाह के पास 201 टैंक हैं.
इजरायल के पास 650 स्वचालित तोप हैं जबकि हमास और हिजबुल्लाह के पास 135 स्वचालित तोप हैं. इजरायल के पास 300 फील्ड आर्टिलरी हैं जबकि हमास और हिजबुल्लाह के पास 1558 फील्ड आर्टिलरी है. इजरायल के पास 135 जंगी हेलीकॉप्टर है जबकि हमास और हिजबुल्लाह के पास 70 हेलीकॉप्टर है. इजरायल के पास 1000 से ज्यादा मानवरहित ड्रोन है जबकि हमास और हिजबुल्लाह के पास 62 ड्रोन है.
अब तक के युद्ध की तबाही
सात अक्टूबर को शुरू हुए इस युद्ध के बाद अब तक सात दिनों के भीतर गाजा में 22 हजार से ज्यादा इमारतें तबाह हो गई हैं. 10 अस्पतालों और 48 स्कूलों पर इजरायल ने बमबारी की है. गाजा में अब तक मरने वालों की संख्या 1400 से अधिक हो गई है. इनमें 447 बच्चें शामिल हैं. संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक गाजा में तीन लाख से ज्यादा लोग घर छोड़ने को मजबूर हुए हैं.
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बता दें कि इजरायल और हमास के बीच युद्ध का शुक्रवार को सातवां दिन है. बीते सात अक्टूबर को फिलिस्तीनी आर्म्स ग्रुप हमास ने गाजा पट्टी से रॉकेट हमलों की झड़ी लगा दी थी. ये हमले इजरायल पर किए गए थे. हमास ने हमलों की जिम्मेदारी ली और इसे इजरायल के खिलाफ सैन्य कार्रवाई बताया. हमास ने गाजा पट्टी से करीब 20 मिनट में 5,000 रॉकेट दागे थे. इतना ही नहीं, इजरायल में घुसपैठ की और कुछ सैन्य वाहनों पर कब्जा कर लिया था. इस जंग में दोनों ओर से सैंकड़ों लोगों की मौत हो गई है.
इजरायल की तरफ से गाजा पट्टी पर लगातार बमबाजी की जा रही है. वहीं, फिलिस्तीन में हमास के लड़ाके भी शांत नहीं पड़े हैं. वो इजरायल पर अभी भी तीन मोर्चे से अटैक कर रहे हैं. लेबनान, समंदर से सटे इलाके और इजिप्ट से सटे साउथ गाजा से रॉकेट और मिसाइलें दागी जा रही हैं. गुरुवार को सेंट्रल इजरायल के वेस्ट बैंक की तरफ भी रॉकेट दागे गए हैं.
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू कह चुके हैं कि हमास के लड़ाकों ने हमले में हमारे देश के सैनिकों के सिर काट लिए और महिलाओं के साथ रेप किया है. हमने कसम आई है कि आतंकवादी समूह को कुचलकर नष्ट करेंगे. नेतन्याहू ने कहा, हमास के प्रत्येक आतंकी अब हमारे लिए मुर्दा हैं.
हमास के इस हमले के बाद इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने दो टूक कह दिया था कि हम युद्ध में उतर गए हैं. ये कोई ऑपरेशन नहीं है. हमास ने इजरायल और उसके नागरिकों के खिलाफ जानलेवा हमला किया है. मैंने सबसे पहले घुसपैठ करने वाले आतंकवादियों की बस्तियों को साफ करने का आदेश दिया. इसके अलावा बड़े पैमाने पर हथियार जुटाने के लिए कहा गया. उन्होंने कहा था कि दुश्मन को ऐसी कीमत चुकानी पड़ेगी, जिसके बारे में उसने कभी नहीं सोचा होगा.