
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को कहा कि इजरायल ने हाल के दिनों में लेबनान में ईरान समर्थित हिज्बुल्लाह पर ऐसे तरीके से हमला किया है, जिसके बारे में वो कभी सोच भी नहीं सकते थे.
नेतन्याहू के ऑफिस के एक बयान के अनुसार उन्होंने कहा, अगर हिज्बुल्लाह ने संदेश को नहीं समझा है तो मैं आपसे वादा करता हूं कि वह जल्द ही संदेश को समझ जाएगा.
इजरायल और लेबनान के बीच रविवार को भारी गोलाबारी हुई, इजराइली विमानों ने लेबनान के दक्षिण में भीषण बमबारी की जो पिछले एक साल से चल रहे युद्ध में सबसे ज्यादा थी. जबकि हिज्बुल्लाह ने इजरायल के उत्तर में सैन्य ठिकानों पर रॉकेट हमलों का दावा किया है.
'जारी रहेगी स्ट्राइक'
इजरायली सेना ने कहा कि उसने शनिवार को लगभग 290 टारगेट पर हमला किया, जिसमें हजारों हिज्बुल्लाह रॉकेट लॉन्चर बैरल शामिल थे और कहा कि वह ईरान समर्थित मूवमेंट करने वालों के ठिकानों पर स्ट्राइक जारी रहेगी.
अधिकारियों के अनुसार, लेबनान की राजधानी के एक शहर में हिज्बुल्लाह कमांडरों को निशाना बनाकर किए गए इजरायली एयर स्ट्राइक में कम-से-कम 37 लोगों की मौत होने के 48 घंटे से भी कम समय बाद ये हमले बढ़ रहे हैं.
हिज्बुल्लाह ने कहा कि इजरायल के साथ लगभग एक साल के संघर्ष में सबसे घातक हमले में शुक्रवार को हुए, जिसमें कई लोग मारे गए हैं. मारे गए लोगों में वरिष्ठ नेता इब्राहिम अकील और एक अन्य कमांडर अहमद वाहबी समेत 16 सदस्य शामिल थे.
पेजर और वॉकी-टॉकी फट
शुक्रवार की स्ट्राइक ने युद्ध को तेजी से बढ़ा दिया और दो दिनों के हमलों के बाद हिज्बुल्लाह को एक और झटका लगाया, जिसमें उसके सदस्यों द्वारा इस्तेमाल किए गए पेजर और वॉकी-टॉकी में फट गए.
इन हमलों में मरने वालों की संख्या बढकर 39 हो गई है और 3,000 से अधिक लोग घायल हुए हैं. इजराइल ने इन हमलों में खुद के न तो शामिल होने की पुष्टि की है और न ही खुद के शामिल होने से इनकार किया है.