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'विवादों और मतभेदों को बातचीत और कूटनीति से सुलझाएं', ब्रिक्स में बोले जयशंकर

जयशंकर ने कहा कि हम कठिन परिस्थितियों में मिलते हैं. दुनिया को लंबे समय से चली आ रही चुनौतियों पर नए सिरे से सोचने के लिए तैयार रहना चाहिए. हमारी ये मीटिंग एक मैसेज है कि हम वास्तव में ऐसा करने के लिए तैयार हैं. अपने संबोधन में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बात को दोहराया कि यह युद्ध का युग नहीं है.

ब्रिक्स आउटरीच सेशन को संबोधित करते जयशंकर (PTI photo) ब्रिक्स आउटरीच सेशन को संबोधित करते जयशंकर (PTI photo)
aajtak.in
  • कजान,
  • 24 अक्टूबर 2024,
  • अपडेटेड 5:41 PM IST

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि विवादों और मतभेदों को बातचीत और कूटनीति से सुलझाया जाना चाहिए और एक बार समझौते हो जाने के बाद उसका 'ईमानदारी से सम्मान' किया जाना चाहिए. उन्होंने रूस के कज़ान में ब्रिक्स आउटरीच सेशन में ये बात कही. 

जयशंकर ने कहा कि हम कठिन परिस्थितियों में मिलते हैं. दुनिया को लंबे समय से चली आ रही चुनौतियों पर नए सिरे से सोचने के लिए तैयार रहना चाहिए. हमारी ये मीटिंग एक मैसेज है कि हम वास्तव में ऐसा करने के लिए तैयार हैं. अपने संबोधन में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बात को दोहराया कि यह युद्ध का युग नहीं है.

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'संघर्षों को प्रभावी ढंग से सुलझाएं'

विदेशमंत्री ने कहा कि संघर्षों और तनावों को प्रभावी ढंग से सुलझाना आज की खास जरूरत है. प्रधानमंत्री मोदी ने भी इस बात पर जोर दिया था कि यह युद्ध का युग नहीं है. विवादों और मतभेदों को बातचीत और कूटनीति से सुलझाया जाना चाहिए. 

'अंतर्राष्ट्रीय कानून का ईमानदारी से पालन हो'

ब्रिक्स आउटरीच सत्र में जयशंकर ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय कानून का बिना किसी अपवाद के पालन किया जाना चाहिए. आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनानी चाहिए. उन्होंने ये भी कहा कि पश्चिम एशिया की स्थिति चिंताजनक है, जिसे समझने की जरूरत है. बड़ी चिंता ये है कि इस पर विचार नहीं किया तो इस क्षेत्र में संघर्ष और फैल जाएगा. 

20 से ज्यादा वर्ल्ड लीडर्स ने की शिरकत

ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के आखिरी दिन रूस के कजान में आयोजित आउटरीच/ब्रिक्स प्लस बैठक की मेजबानी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने की. इस सत्र में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस, 20 से अधिक वर्ल्ड लीडर्स और 30 से अधिक प्रतिनिधिमंडलों ने हिस्सा लिया.

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पीएम मोदी ने ब्रिक्स से दिया था दुनिया को मैसेज

बता दें कि ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया को शांति का संदेश दिया था. पीएम मोदी ने कहा था कि हम पहली बार विस्तारित ब्रिक्स फैमिली के रूप में मिल रहे हैं. हमारी बैठक एक ऐसे समय में हो रही है. जब विश्व युद्धों, संघर्षों, आर्थिक अनिश्चितता, क्लाइमेट चेंज, आतंकवाद जैसी कई चुनौतियों से घिरा है. विश्व में नॉर्थ-साउथ और पूर्व-पश्चिम को तोड़ने की बात हो रही है. पीएम ने कहा कि हम युद्ध नहीं, डायलॉग और डिप्लोमेसी का समर्थन करते हैं.  

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