
अफगानिस्तान में तालिबान के नेतृत्व वाली सरकार ने उन मीडिया रिपोर्ट्स को खारिज कर दिया है, जिसमें जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के अफगान देश में शरण मांगने का दावा किया गया था.
तालिबान सरकार के प्रवक्ता ने एक बयान में ऐसी मीडिया रिपोर्ट का खारिज कर दिया. उन्होंने बताया कि जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर ने अफगानिस्तान से शरण नहीं मांगी है. इतना ही नहीं सरकार ने अपने बयान में कहा कि इस्लामिक एमिरेट ऑफ अफगानिस्तान (IEA) किसी भी सूरत में किसी सशस्त्र विपक्ष को उसकी सरजमीं का इस्तेमाल किसी दूसरे देश के खिलाफ करने की अनुमति नहीं देता है.
पाकिस्तान ने की थी गिरफ्तारी की बात
दरअसल पाकिस्तान ने हाल में जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को गिरफ्तार करने के लिए अफगानिस्तान को पत्र लिखा है. न्यूज एजेंसी के अनुसार पाकिस्तानी मीडिया के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान ने अपने पत्र में कहा है कि मसूद अजहर के नंगरहार और कुनार इलाकों में छिपे होने की संभावना है. इसलिए उसे ढूंढकर गिरफ्तार कर सूचित किया जाना चाहिए. पाकिस्तान हमेशा कहता आया है मसूद अजहर उसके यहां मौजूद नहीं है और उसके अफगानिस्तान में होने की संभावना है. ऐसे में अफगानिस्तान ने मसूद अजहर के उसके यहां नहीं होने की बात कही है.
कौन है मसूद अजहर
जानकारी के लिए बता दें कि मसूद अजहर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का सरगना है. और भारत में हुए कई आतंकी हमलों के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार रहा है. 1998 में कंधार विमान हाईजैक, जम्मू कश्मीर विधानसभा में हमला, 2001 में देश की संसद में आतंकी हमला. इन सभी के पीछे का मसूद अजहर ही मास्टरमाइंड है. यही कारण है कि भारत के अलावा यूएन सुरक्षा परिषद ने भी मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित किया हुआ है.