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Russia-Ukraine war: 'तीसरा विश्व युद्ध' ही विकल्प.. यूक्रेन पर रूसी हमलों के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति का बड़ा बयान

बाइडेन ने कहा कि ऐसी कोई ऐलान नहीं किया गया जो तत्काल हो.  मुझे लगता है कि ये आर्थिक और राजनीतिक प्रतिबंध इतिहास में सबसे व्यापक प्रतिबंध हैं. 

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन (फाइल फोटो) अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • वॉशिंगटन,
  • 27 फरवरी 2022,
  • अपडेटेड 6:53 AM IST
  • यूक्रेन पर हमले के बाद अमेरिका समेत कई देशों ने लगाए रूस पर प्रतिबंध
  • बाइडेन बोले- प्रतिबंधों का विकल्प तीसरा विश्व युद्ध

यूक्रेन पर हमले के बाद से अमेरिका और उसके सहयोगी देशों ने रूस, उसके अधिकारियों, बिजनेसमैन, बैंक और पूरे इकोनॉमिक सेक्टर पर तमाम तरह के प्रतिबंधों का ऐलान किया है. अब इसे लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बड़ा बयान दिया है. बाइडेन ने कहा कि यूक्रेन को लेकर रूस पर लगाए जा रहे प्रतिबंधों का एकमात्र विकल्प 'तीसरा विश्व युद्ध' की शुरुआत होगी. 

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बाइडेन ने एक इंटरव्यू में कहा कि सिर्फ विकल्प हैं, रूस के साथ युद्ध लड़ा जाए और तीसरे विश्व युद्ध की शुरुआत की जाए. या दूसरा विकल्प ये है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि जो देश अंतरराष्ट्रीय कानून के विपरीत काम करें, उन्हें ऐसा करने के लिए एक कीमत चुकानी पड़े. बाइडेन ने कहा कि ऐसी कोई ऐलान नहीं किया गया जो तत्काल हो.  मुझे लगता है कि ये आर्थिक और राजनीतिक प्रतिबंध इतिहास में सबसे व्यापक प्रतिबंध हैं. 

रूस पर लगाए गए तमाम प्रतिबंध

यूक्रेन पर हमले के बाद अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ ने रूस पर तमाम तरह के प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया है. अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और आर्मी चीफ की संपत्तियों को जब्त करने का ऐलान किया है. 

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अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी जे. ब्लिंकन ने शुक्रवार को कहा था कि यूक्रेन पर हमला करने के एवज में रूस को इसका खामियाजा भुगतना होगा. क्योंकि रूस के इस बेवजह हमले की वजह से यूक्रेन के लोग संकट का सामना कर रहे हैं. इसकी रूसी सरकार को एक गंभीर आर्थिक और राजनयिक कीमत चुकाएगी.

कीव से 30 किलोमीटर की दूरी पर रूसी सेना

उधर, एक अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने बताया कि रूस की सेना यूक्रेन की राजधानी कीव से 30 किलोमीटर दूर है. हालांकि, अधिकारी ने ये नहीं बताया कि कितने रूसी सैनिक यूक्रेन में दाखिल हुए हैं. लेकिन अमेरिका का अनुमान है कि यूक्रेन की सीमा के पास रूस के करीब 1.5 लाख सैनिक जमा थे. ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि यूक्रेन की राजधानी की ओर बढ़ रही रूसी सेना की गति अस्थायी रूप से धीमी हो गई है. इसकी वजह सैन्य कठिनाइयों और यूक्रेन की मजबूत जवाबी कार्रवाई है. 

 

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