
अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद भारत, अमेरिका समेत कई देश बड़े स्तर पर रेस्क्यू मिशन चला रहे हैं. अब तक अफगानिस्तान से हजारों नागरिकों को सकुशल बचाया जा चुका है. इस बीच, गुरुवार शाम को काबुल एयरपोर्ट पर ब्लास्ट हुआ है. इसमें कई लोगों के मरने और घायल होने की आशंका जताई जा रही है. ब्लास्ट के बाद एयरपोर्ट पर अफरा-तफरी का माहौल है.
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने भी काबुल एयरपोर्ट के गेट के बाहर हुए ब्लास्ट की पुष्टि की है. अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के सचिव जॉन किर्बी ने कहा, ''काबुल एयरपोर्ट के गेट पर बड़ा धमाका हुआ है. अभी तक मरने वालों की पुष्टि नहीं हो सकी है और जानकारी मिलते ही उपलब्ध करवाएंगे.''
गेट पर ब्लास्ट के बाद पूरे एयरपोर्ट और उसके आस-पास के इलाके में अफरा-तफरी का माहौल है. लोग एक जगह से दूसरी जगह भाग रहे हैं. इससे कुछ देर पहले ही काबुल एयरपोर्ट से उड़ान भरने के बाद इटली के एक सैन्य विमान पर फायरिंग की गई थी. इटली के रक्षा सूत्रों ने बताया था कि एयरपोर्ट से जैसे ही विमान ने उड़ान भरा था, उसके बाद उस पर फायरिंग हुई. हालांकि, राहतभरी बात यह रही थी कि फायरिंग में विमान और उसमें सवार लोगों को किसी भी तरह का नुकसान नहीं हुआ.
गौरतलब है कि अफगानिस्तान से बड़ी संख्या में अमेरिकी सैनिक वापस जा चुके हैं. 31 अगस्त तक अमेरिका ने अफगानिस्तान से अपने सभी सैनिकों को बुलाने पर सहमति जताई है. अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद से ही अफगानिस्तान में तालिबान ने विभिन्न प्रांतों को अपने कब्जे में लेना शुरू कर दिया था. 15 अगस्त को काबुल पर कब्जा जमाते ही तालिबान अगली सरकार बनाने में जुट गया है. माना जा रहा है कि कुछ दिनों के बाद अफगानिस्तान में तालिबान की नई सरकार होगी.
वहीं, काबुल एयरपोर्ट में रेस्क्यू अभियान के दौरान पूरा एयरपोर्ट अमेरिकी सेना ने अपने कब्जे में ले लिया है. एयरपोर्ट पर हजारों की संख्या में अमेरिकी जवान मौजूद हैं. वे अपने नागरिकों के साथ-साथ अमेरिका की मदद करने वाले अफगानों को भी सुरक्षित निकालने में मदद कर रहे हैं.