
करतारपुर कॉरिडोर पर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान को पाकिस्तानी सेना ने झूठा साबित कर दिया है. सेना ने भारतीय श्रद्धालुओं के लिए पासपोर्ट को अनिवार्य कर दिया है. पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने कहा कि करतारपुर कॉरिडोर आने वाले भारतीय श्रद्धालुओं के लिए पासपोर्ट की जरूरत होगी.
इससे पहले पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक नवंबर को अपने ट्वीट में कहा था कि करतारपुर आने वाले भारतीयों को पासपोर्ट की जरूरत नहीं है, बस उनके पास एक वैध दस्तावेज होना चाहिए. इसके साथ ही इमरान खान ने कहा था कि श्रद्धालुओं को 10 दिन पहले रजिस्ट्रेशन कराने की बाध्यता से छूट दे दी गई है. इमरान की पासपोर्ट छूट को उनकी सेना ने ही मानने से इनकार कर दिया है.
भारत ने पाकिस्तान से रुख साफ करने को कहा
भारत ने बुधवार को पाकिस्तान से स्पष्ट करने को कहा है कि करतारपुर साहिब के लिए पासपोर्ट की जरूरत पड़ेगी या नहीं. हालांकि, भारतीय सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं और श्रद्धालुओं को अपने साथ पासपोर्ट ले जाने का निर्देश जारी किया गया था.
पासपोर्ट को लेकर कंफ्यूजन
पाकिस्तान के पीएम इमरान खान के ट्वीट ने पूरी तरह भ्रम की स्थिति उत्पन्न कर दी है कि तीर्थ के लिए पासपोर्ट की जरूरत नहीं होगी. जबकि MoU में इस जरूरत का जिक्र है. इमरान के ट्वीट के मद्देनजर पाकिस्तान की ओर से MoU को संशोधित करने के लिए कोई पेशकश नहीं की गई है. ऐसे में श्रद्धालुओं को साफ नहीं है कि तीर्थ के लिए कौन से दस्तावेज साथ ले जाने हैं.
MoU में पासपोर्ट जरूरी
करतारपुर कॉरिडोर पर दोनों देशों के बीच 23 अक्टूबर को हस्ताक्षर किए गए MoU में साफ तौर पर कहा गया है कि पासपोर्ट जरूरी होगा और 20 डॉलर की फीस हर श्रद्धालु से ली जाएगी. इसमें कोई भी बदलाव, किसी विशेष दिन के लिए भी भारतीय पक्ष को सूचित किए बिना नहीं किया जा सकता.