
कश्मीर मसले पर पाकिस्तान ने एक बार फिर बाकी देशों के सामने दुखड़ा रोना शुरू कर दिया है. पाकिस्तान ने श्रीलंका से कश्मीर पर सहयोग और सार्क देशों की मध्यस्थता की मांग की थी. इसे श्रीलंका ने ठुकरा दिया है. यह खुलासा खुद पाकिस्तानी राजदूत रहे हुसैन हक्कानी ने किया.
बताया जा रहा है कि पाकिस्तान के उच्चायुक्त मेजर जनरल शाहिद अहमद हशमत ने श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना से मुलाकात कर कश्मीर के हालात पर चर्चा की.
राष्ट्रपति भवन ने बयान में कहा है कि सिरिसेना ने पाक उच्चायुक्त को बात करने के लिए बुलाया था. उन्होंने कहा कि श्रीलंका सिर्फ क्षेत्रिए स्तर पर इस मुद्दे को सुलझाने की बात कर रहा था, क्योंकि दोनों देश के बीच अच्छे रिश्ते हैं. वे नहीं चाहते कि रिश्ते और खराब हो जाएं.
कश्मीर के मसले पर पाकिस्तान को लगातार मात खानी पड़ रही है. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हालांकि इस मुद्दे पर दोनों देशों के बीच मध्यस्थता की अपील की है. हालांकि अमेरिका ने कहा कि अगर दोनों देश भारत और पाकिस्तान कहेंगे, तभी ट्रंप मध्यस्थता की कोशिश करेंगे.
अमेरिका ने कहा कि हम कश्मीर मसले पर बारीकी से नजर रख रहे हैं.26 अगस्त को डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुलाकात होगी. इससे पहले अमेरिकी प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि कश्मीर के हालात पर हम बारीकी से नजर रख रहे हैं. हम दोनों से शांति और संयम बरतने की सलाह भी दे रहे हैं. इस हफ्ते ट्रंप और मोदी की मुलाकात में कश्मीर का मसला उठ सकता है.