
कजाकिस्तान में जारी हिंसा (Kazakhstan Violence) के बीच खबर है कि देश के पूर्व राष्ट्रपति नूरसुल्तान नज़रबायेव (Nursultan Nazarbayev) की बेटी लंदन में शिफ्ट हो रही हैं. नूरसुल्तान की 41 वर्षीय बेटी का नाम आलिया नज़रबायेव (Aliya Nazarbayeva) है. आलिया ने अपनी 312 मिलियन डॉलर (23 अरब रुपये से अधिक) की संपत्ति को देश से बाहर ट्रांसफर कर लिया है. आलिया ने अपने लिए आलीशान महल और प्राइवेट जेट जैसी लग्जरी चीजें खरीदी है.
'डेली मेल' की रिपोर्ट के मुताबिक, आलिया नज़रबायेव एक बिजनेस वुमन (Business Woman) हैं. उन्होंने हाल ही में 133 करोड़ रुपये खर्च कर अपने लिए एक लग्जरी जेट (Luxury Jet) खरीदा है. इतना ही नहीं आलिया ने 64 करोड़ में लंदन में एक आलीशान महल भी खरीदा है. बताया जा रहा है कि वह अब ब्रिटेन में ही शिफ्ट होने जा रही हैं.
इसके पहले आलिया नज़रबायेव ने दुबई में भी एक अरब रुपये से अधिक खर्च कर प्रॉपर्टी खरीदी थी. ये सब बातें तब सामने आईं जब आलिया ने अपने वित्तीय सलाहकारों पर बेईमानी, धन की हेराफेरी, धोखाधड़ी की साजिश, आर्थिक कानूनों के उल्लंघन और अन्यायपूर्ण संवर्धन का आरोप लगाते हुए उन्हें निकाल दिया.
कौन हैं आलिया नज़रबायेव?
बता दें कि आलिया नज़रबायेव 28 साल से 2019 तक देश के राष्ट्रपति रहे 81 वर्षीय नूरसुल्तान नज़रबायेवा की सबसे छोटी बेटी हैं. नूरसुल्तान के बारे में माना जाता है कि तीन साल पहले उनके पद छोड़ने के बावजूद उनके परिवार ने सत्ता पर पकड़ बरकरार रखी.
आलिया डिजाइनर ज्वैलरी, मॉडलिंग, अपने कपड़ों के ब्रांड, ब्यूटी स्पा आदि के लिए जानी जाती हैं. वह कजाकिस्तान में एक सफल बिजनेस वुमन के तौर पर पहचानी जाती हैं. हालांकि, उनके परिवार पर आय से अधिक संपत्ति होने के आरोप भी लगते रहे हैं. नज़रबायेवा के परिवार का ब्रिटेन से लंबे समय से वित्तीय संबंध रहा है.
देश में जारी है बवाल
इन सबके बीच एलपीजी (Liquified Petroleum Gas) की बढ़ती कीमतों को लेकर कजाकिस्तान में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. प्रदर्शन इतने बड़े पैमाने पर हो रहे हैं कि सरकार में शामिल कई प्रमुख लोगों को इस्तीफा देना पड़ गया. इसके बावजूद भी प्रदर्शनकारी सड़कों पर डटे हुए हैं और पुलिस के साथ संघर्ष लगातार जारी है. कजाकिस्तान के राष्ट्रीय संकट को देखते हुए रूस को अपनी सेना भेजनी पड़ी है. हिंसा में अबतक सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी है.