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केन्या की संसद में तोड़फोड़ और आगजनी, बराक ओबामा की बहन भी आंसू गैस की चपेट में

केन्या में हिंसक विरोध प्रदर्शनों के चलते भारत सरकार ने अपने नागरिकों को अफ्रीकी देश में मौजूदा तनावपूर्ण स्थिति के मद्देनजर सावधानी बरतने की सलाह दी है. केन्या में भारतीय उच्चायोग ने एडवाइजरी पोस्ट में कहा कि मौजूदा तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए केन्या में सभी भारतीयों को अत्यधिक सावधानी बरतने, अनावश्यक आवाजाही को प्रतिबंधित करने और स्थिति साफ होने तक विरोध और हिंसा से प्रभावित क्षेत्रों से बचने की सलाह दी जाती है.

केन्या में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन केन्या में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 26 जून 2024,
  • अपडेटेड 8:15 AM IST

अफ्रीकी देश केन्या में इस समय टैक्स की बढ़ी हुई कीमतों और फाइनेंस बिल को लेकर लोग सड़कों पर उतर आए हैं. सरकार के विरोध में प्रदर्शनकारियों ने संसद के भीतर घुसकर जमकर उत्पात मचाया. ऐसे में प्रशासन ने 

प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे. इन प्रदर्शनकारियों में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा की बहन भी है. ओबामा की बहन और केन्याई कार्यकर्ता औमा ओबामा ने नैरोबी में संसद की इमारत के बाहर सरकार के खिलाफ प्रदर्शनों में हिस्सा लिया.

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इस बीच पुलिस ने यहां आंसू गैस के गोले दागे. लेकिन प्रदर्शनकारियों के टस से मस नहीं होने के बीच पुलिस ने हवाई फायरिंग की, जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई जबकि दर्जनभर घायल हो गए. ये फायरिंग उस समय की गई, जब प्रदर्शनकारियों ने संसद में घुसकर इमारत को आग लगा दी. इस दौरान संसद में बड़े पैमाने पर सांसद थे.

ओबामा की बहन ने क्या कहा?

औमा ओबामा ने कहा कि केन्या के लोग अपने अधिकारों के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं. ये लोग झंडे और बैनर लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. हम पर आंसू गैस के गोले दागे गए. आंसू गैस के गोले दागने की वजह से मैं सही तरीके से आंखें भी नहीं खोल पा रही हूं. 

भारत सरकार ने जारी की एडवाइजरी

केन्या में हिंसक विरोध प्रदर्शनों के चलते भारत सरकार ने अपने नागरिकों को अफ्रीकी देश में मौजूदा तनावपूर्ण स्थिति के मद्देनजर सावधानी बरतने की सलाह दी है. केन्या में भारतीय उच्चायोग ने एडवाइजरी पोस्ट में कहा कि मौजूदा तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए केन्या में सभी भारतीयों को अत्यधिक सावधानी बरतने, अनावश्यक आवाजाही को प्रतिबंधित करने और स्थिति साफ होने तक विरोध और हिंसा से प्रभावित क्षेत्रों से बचने की सलाह दी जाती है.

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भारतीय उच्चायोग ने कहा कि केन्या में रहने वाले भारतीय नागरिकों को अपडेट के लिए स्थानीय समाचार और मिशन की वेबसाइट और सोशल मीडिया हैंडल का पालन करना चाहिए. भारत सरकार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. एक आधिकारिक अनुमान के अनुसार, वर्तमान में केन्या में लगभग 20,000 भारतीय रह रहे हैं.

केन्या में क्यों हो रहे हैं प्रदर्शन?

केन्या की राजधानी नैरोबी सहित देशभर के कई अन्य शहरों में लोग जमकर बवाल मचा रहे हैं. टैक्स बढ़ोतरी से जुड़े प्रस्ताव को सरकार की ओर से दी गई मंजूरी के विरोध में प्रदर्शन हो रहे हैं. केन्या में महंगाई चरम पर है, ऊपर से टैक्स के बढ़ते बोझ से लोग बेहाल है. ऐसे में लोगों में गुस्सा बना हुआ है.

केन्या में लोगों का गुस्सा उस समय फूट पड़ा, जब उन्हें पता चला कि संसद में टैक्स को लेकर बिल पेश किया गया है. इन प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि सांसद इस विवादित वित्त विधेयक के खिलाफ वोट करें लेकिन ऐसा नहीं होने पर प्रदर्शनकारियों ने संसद में घुसकर जमकर बवाल किया और इमारत के एक हिस्से को आग लगा दी.

केन्या के राष्ट्रपति रूटो से भी लोग खफा हैं. प्रदर्शनकारियों ने रूटो पर विश्वासघात का आरोप लगाते हुए का है कि उन्होंने 2022 में राष्ट्रपति बनने के बाद जनता के साथ धोखा किया है. प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि रूटो ने गरीबों की मदद करने का वादा किया था. उन्होंने टैक्स न बढ़ाने और लोन की लागत को कम करने के लिए सरकार के नए वित्त विधेयक को पूरी तरह से खारिज करने की बात कही थी.

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