Advertisement

नए साल पर किम की अमेरिका को धमकी- मेरी टेबल पर ही है परमाणु मिसाइल का बटन

किम ने कहा है कि अमेरिका कभी भी मुझसे या हमारे देश से लड़ाई नहीं करेगा. उसने कहा कि ये मैं किसी को ब्लैकमेल नहीं कर रहा हूं बल्कि यही सच्चाई है. किम ने अपने भाषण में कहा कि हमारा देश सबसे बड़ी न्यूक्लियर शक्ति बनकर उभरेगा.

फाइल फोटो फाइल फोटो
मोहित ग्रोवर
  • प्योंगयांग, नॉर्थ कोरिया,
  • 01 जनवरी 2018,
  • अपडेटेड 9:52 AM IST

नए साल का आगाज़ हो गया है. लेकिन अमेरिका और नॉर्थ कोरिया की दुश्मनी में कोई बदलाव नहीं आया है. नए साल के आगाज़ के साथ ही नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने अमेरिका को धमकी दे डाली है. अपने भाषण में किम ने कहा है कि अमेरिका की पूरी ज़मीन हमारी परमाणु मिसाइलों की जद में है और इन मिसाइलों का बटन हमेशा ही मेरी टेबल पर रहता है.

Advertisement

किम ने कहा है कि अमेरिका कभी भी मुझसे या हमारे देश से लड़ाई नहीं करेगा. उसने कहा कि ये मैं किसी को ब्लैकमेल नहीं कर रहा हूं बल्कि यही सच्चाई है. किम ने अपने भाषण में कहा कि हमारा देश सबसे बड़ी न्यूक्लियर शक्ति बनकर उभरेगा.

आपको बता दें कि हाल ही में नॉर्थ कोरिया की सरकारी मीडिया की रिपोर्ट में सामने आया था कि 2018 में भी नॉर्थ कोरिया अपने परमाणु परीक्षण जारी रखेगा. उत्तर कोरिया की सरकारी समाचार एजेंसी ने कहा है कि प्योंगयांग अपने परमाणु कार्यक्रम का विकास जारी रखेगा, जिससे देश 'अजेय' परमाणु शक्ति तौर पर उभरे.

रिपोर्ट में कहा गया, 'एक अजेय शक्ति के रूप में उत्तरी कोरिया के अस्तित्व को ना ही कमजोर किया जा सकता है और ना ही नकारा जा सकता है. एक जिम्मेदार परमाणु शक्ति के रूप में उत्तर कोरिया सभी बाधाओं को पार करते हुए स्वतंत्रता और न्याय की राह पर चलेगा.' रिपोर्ट में वर्ष 2017 के दौरान देश की परमाणु उपलब्धियों की भी जानकारी दी गई.

Advertisement

उत्तर कोरिया ने 3 सितंबर, 2017 को अपने सबसे ताकतवर परमाणु हथियार परिक्षण की प्रशंसा करते हुए इसे एक बड़ी जीत बताया था. इसके बाद 28 नवंबर को उत्तर कोरिया ने अपने सबसे विकसित अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल ह्वासॉन्ग-15 का परीक्षण किया. प्योंगयांग के मुताबिक ये मिसाइल अमेरिका में किसी भी लक्ष्य तक पहुंचने में सक्षम है.

आपको बता दें कि बीते गुरुवार को चीन पर निशाना साधते हुए ट्रंप ने ट्वीट किया था, ''रंगे हाथ पकड़ा गया- बेहद निराशाजनक है कि चीन उत्तर कोरिया को तेल ले जाने दे रहा है. अगर ऐसा होता रहा, तो उत्तर कोरिया की समस्या का कभी दोस्ताना तरीके से हल नहीं निकाला जा सकता.'' हालांकि, चीन ने ट्रंप के इस दावे को सीधे तौर पर खारिज कर दिया था.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement