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कान से बहता खून, चेहरे पर गुस्सा और जोश हाई... अमेरिकी चुनाव की दिशा बदल सकता है ट्रंप पर हुआ हमला

ट्रंप पर गोली चलाने वाले हमलावर की कार से विस्फोट सामग्री मिलने का दावा भी किया गया है. ट्रंप पर हुए हमले में एक शख्स की मौत हो गई जिसकी पहचान 50 वर्षीय कोरी कंपेरेटरे के रूप में हुई है. हमले के बाद एक ईसाई पादरी का एक पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें वह ट्रंप पर हुए हमले की भविष्यवाणी करता दिखाई दे रहा है.

हमले के बाद इस पोज में नजर आए ट्रंप हमले के बाद इस पोज में नजर आए ट्रंप
aajtak.in
  • वॉशिंगटन,
  • 14 जुलाई 2024,
  • अपडेटेड 11:14 AM IST

अमेरिका, चुनावी तैयारियों में व्यस्त एक देश जहां शनिवार को हुई एक घटना ने तनाव और आक्रोश को एक साथ बढ़ा दिया. चेहरे पर खून, बिखरे हुए बाल और सुरक्षाकर्मियों से घिरे पूर्व राष्ट्रपति और रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार ड्रोनाल्ड ट्रंप की जो तस्वीरें इस वक्त पूरी दुनिया में घूम रही हैं वो अमेरिका के इतिहास में सदा के लिए दर्ज हो गई हैं. आगामी राष्ट्रपति चुनाव के जब नतीजे आएंगे तब इन तस्वीरों की उसमें बड़ी भूमिका हो सकती है. ट्रंप पर हुआ हमला अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2024 की दिशा को बदल सकता है.

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इस हमले ने एक पल में अमेरिका के लिए बहुत कुछ बदल दिया. ट्रंप के समर्थकों में अब नाराजगी है, ड्रेमोक्रेटिक पार्टी का चुनाव प्रचार फिलहाल के लिए थम गया है और भविष्य में संभावित राजनीतिक हिंसा का आशंका पैदा हो गई है. कान से बहते खून और हवा में मुट्ठी उठाए ट्रंप को रिपब्लिकन पार्टी के समर्थकों ने हमले के बाद 'हीरो' करार दिया. घायल हालत में उनके मुंह से निकला, 'फाइट, फाइट, फाइट'.

कुछ बड़ा करने की थी प्लानिंग?

ट्रंप पर गोली चलाने वाले हमलावर की कार से विस्फोट सामग्री मिलने का दावा भी किया गया है. ट्रंप पर हुए हमले में एक शख्स की मौत हो गई जिसकी पहचान 50 वर्षीय कोरी कंपेरेटरे के रूप में हुई है. हमले के बाद एक ईसाई पादरी का एक पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें वह ट्रंप पर हुए हमले की भविष्यवाणी करता दिखाई दे रहा है.

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बाइडेन पर हमला बोल रहे रिपब्लिकन

ट्रंप अपने भाषणों में आक्रामक भाषा का इस्तेमाल करने के लिए जाने जाते हैं. लेकिन उनके समर्थकों ने इस हमले के लिए राष्ट्रपति जो बाइडेन की बयानबाजी को जिम्मेदार ठहराया है. ओहियो के सीनेटर जेडी वेंस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, 'आज की घटना कोई अकेली घटना नहीं है. बाइडेन का कैंपेन इस पर आधारित है कि ट्रंप एक सत्तावादी फासीवादी नेता हैं जिन्हें हर कीमत पर रोका जाना चाहिए. ये बयानबाजी ही सीधे तौर पर ट्रंप पर हमले का कारण बनी.'

'इस तरह की हिंसा के लिए अमेरिका में कोई जगह नहीं'

हालांकि बाइडेन ने इस हमले की निंदा करने में देर नहीं की. उन्होंने तुरंत हमले को 'अस्वीकार्य राजनीतिक हिंसा' बताया और उन चुनावी विज्ञापनों को हटा दिया जिनमें ट्रंप पर टारगेट किया गया था. बाइडेन ने कहा, 'इस तरह की हिंसा के लिए अमेरिका में कोई जगह नहीं है.' गोली चलाने के पीछे हमलावर का उद्देश्य क्या था, इस बात का पता अभी तक नहीं चल पाया है. 

स्टेट वोटर रिकॉर्ड के अनुसार, बेथेल पार्क, पेंसिल्वेनिया का 20 साल का थॉमस मैथ्यू क्रुक्स एक रजिस्टर्ड रिपब्लिकन था. उसने पहले एक पॉलिटिकल एक्शन कमिटी को 15 डॉलर का डोनेशन दिया था जो वामपंथी और डेमोक्रेटिक नेताओं के लिए पैसे जुटाती है. इस हमले से मिल्वौकी में रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन में ट्रंप की मौजूदगी बढ़ सकती है.

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मृतक कोरी कंपेरेटरे

'बैलेट बॉक्स से दें जवाब'

गोलीबारी के कुछ घंटों के भीतर ही, ट्रंप के कैंपेन की तरफ से एक मैसेज भेजकर वोटर्स से कैंपेन में अपना योगदान देने के लिए कहा गया. इस मैसेज में कहा गया, 'वे मेरे पीछे नहीं पड़े हैं, वे आपके पीछे पड़े हैं.' एलन मस्क और बिल एकमैन ने भी ट्रंप का समर्थन किया है. मस्क एक्स पर कहा, 'मैं राष्ट्रपति ट्रंप का पूरी तरह से समर्थन करता हूं और उनके जल्द से जल्द स्वस्थ होने की आशा करता हूं.'

ट्रंप के कैंपेन के को-मैनेजर क्रिस लासिविटा ने एक्स पर लिखा, 'कई साल से और आज भी, वामपंथी एक्टिविस्ट, डेमोक्रेट डोनर्स और अब यहां तक ​​कि जो बाइडेन ने भी डोनाल्ड ट्रंप को गोली मारने की घृणित टिप्पणियां की हैं... अब समय आ गया है कि उन्हें इसके लिए जवाबदेह ठहराया जाए... इसका सबसे अच्छा तरीका बैलेट बॉक्स है.'

अमेरिका में राजनीतिक हिंसा का दौर

अमेरिका 1970 के दशक के बाद से राजनीतिक हिंसा में सबसे बड़ी और निरंतर वृद्धि से जूझ रहा है. 6 जनवरी, 2021 को ट्रंप के समर्थकों द्वारा यूएस कैपिटल पर हमला बोलने के बाद से 14 घातक राजनीतिक हमलों में से 13 दक्षिणपंथी हमलावर थे जबकि एक वामपंथी था. 

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पूर्व राष्ट्रपति होने के बावजूद, ट्रंप अपने प्रचार में कहते रहे कि उन्हें लंबे समय से बाइडेन प्रशासन द्वारा सत्ता हासिल करने से रोकने के लिए टारगेट किया जा रहा है. ऐसा करते हुए वह हिंसक और अपमानजनक बयानबाजी का इस्तेमाल करने से भी नहीं चूके. उन्होंने खुद के न चुने जाने पर 'खूनखराबे' की चेतावनी दी और यहां तक कहा कि अमेरिका में अवैध रूप से अप्रवासी 'हमारे देश के खून में जहर घोल रहे हैं'.

रिपब्लिकन पार्टी को हो सकता है फायदा

कुछ रिपब्लिकन पहले से ही ट्रंप के बयानों से भड़के हुए थे. ट्रंप का विरोध करने वाले साउथ कैरोलिना के एक रिपब्लिकन कार्यकर्ता चिप फेलकेल ने कहा, 'अगर देश पहले बारूद का ढेर नहीं था, तो अब है.' डेमोक्रेटिक रणनीतिकार ब्रैड बैनन ने कहा कि गोलीबारी से ट्रंप को राजनीतिक रूप से फायदा हो सकता है क्योंकि यह उनके कैंपेन को बढ़ावा देगा कि देश गलत रास्ते पर है.

बैनन ने कहा, 'हत्या का प्रयास ट्रंप के प्रति सहानुभूति पैदा करता है. यह वोटर्स को यह सोचने पर मजबूर करता है कि इस देश में बुनियादी तौर पर कुछ गलत है. यह सोच ट्रंप के लिए समर्थन को बढ़ाता है.'

बाइडेन को लेकर संदेह में डेमोक्रेट्स

दूसरी तरफ बाइडेन को अपनी ही पार्टी के भीतर इस बात पर बहस का सामना करना पड़ा है कि क्या उन्हें डेमोक्रेटिक उम्मीदवार के रूप में पीछे हट जाना चाहिए क्योंकि वह अब राष्ट्रपति पद के लिए फिट नहीं है. हालांकि बाइडेन का कहना है कि उनके डॉक्टरों ने उन्हें बताया है कि वह अच्छी स्थिति में हैं. पिछले महीने हुई प्रेसिडेंशियल डिबेट से कुछ सर्वे में ट्रंप को फायदा हुआ जबकि कुछ सर्वे बराबरी का मुकाबला दिखाते हैं.

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