
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को क्वाड शिखर सम्मेलन (Quad Summit) में भाग लेने और संयुक्त राष्ट्र में एक महत्वपूर्ण सम्मेलन को संबोधित करने के लिए तीन दिवसीय यात्रा पर अमेरिका पहुंचे हैं. मोदी विलमिंगटन, डेलावेयर में क्वाड शिखर सम्मेलन और न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा में 'भविष्य के शिखर सम्मेलन' के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और अन्य विश्व नेताओं के साथ अलग-अलग द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगे.
मोदी विलमिंगटन की अपनी आगे की यात्रा के लिए फिलाडेल्फिया पहुंचे. राष्ट्रपति जो बाइडेन के गृहनगर विलमिंगटन में वार्षिक क्वाड शिखर सम्मेलन में इंडो-पैसिफिक में सहयोग को बढ़ावा देने और यूक्रेन और गाजा में संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान खोजने के तरीकों की खोज के लिए कई नई पहल शुरू होने की उम्मीद है. क्वाड शिखर सम्मेलन में भारत के प्रधानमंत्री मोदी के अलावा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज और जापान के पीएम फुमियो किशिदा भी शामिल होंगे.
अब सवाल उठता है कि आखिर Quad Summit या Quadrilateral Security Dialogue क्या है और क्यों ये भारत के लिए इतना महत्वपूर्ण है. दरअसल, क्वाड चार देशों का एक समूह है, जिसमें ऑस्ट्रेलिया, भारत, अमेरिका और जापान शामिल हैं. क्वाड चार देशों का एक अनौपचारिक मंच हैं जहां मिलकर रणनीतिक सुरक्षा संवाद होता है. क्वाड ग्रुप का मकसद समुद्री सुरक्षा को मजबूत करना है. यह 2007 में शुरू हुआ था, लेकिन 2008 में ऑस्ट्रेलिया के हटने के बाद यह बंद हो गया था. 2017 में इसे फिर से शुरू किया गया था.
कैसे बना क्वाड?
क्वाड समूह के बनने की कहानी साल 2004 से शुरू हुई. 2004 में जब सुनामी में जापान और भारत समेत कई देशों में लाखों लोगों की मौत होने के बाद कई देशों की मदद के लिए भारत, अमेरिका, आस्ट्रेलिया और जापान ने एक ग्रुप बनाया था. यही समूह आगे चलकर क्वाड बन गया. क्वाड के गठन की पहल भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने की थी. बातचीत होते-होते साल 2007 में क्वाड का गठन हुआ. यह वह समय था जब चारों देशों की पहली बार औपचारिक रूप से मीटिंग हुई थी. हालांकि बाद में इन देशों के साथ चीन के दोस्ताना रवैये के चलते क्वाड लगभग बंद हो गया.
दोबारा कैसे एक्टिव हुआ क्वाड?
2017 तक क्वाड के देशों के साथ चीन रिश्ते खराब होने लगे. तब फिर से क्वाड को खड़ा होने का मौका मिला. 2017 में मनिला में आसियान देशों की बैठक हुई. मनिला में ASIAN देशों के अलावा एक और मीटिंग क्वाड देशों की हुई. इसमें भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, जापान के पीएम शिंजो अबे और ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री मेलकॉम टर्नबुल ने हिस्सा लिया. इसके बाद साल 2021 में क्वाड के देशों की मीटिंग हुई. तब से क्वाड शिखर सम्मेलन जारी है. इस साल 2024 में क्वाड शिखर सम्मेलन अमेरिका के डेलावेयर में हो रहा है.
भारत के लिए क्यों महत्वपूर्ण है क्वाड?
भारत के लिए Quad Summit महत्वपूर्ण है क्योंकि यह चीन के बढ़ते आर्थिक और सैन्य प्रभाव के प्रति एक सामूहिक प्रतिक्रिया है. यह संवाद भारत को अपने पड़ोसी देशों के साथ संबंधों को मजबूत करने और क्षेत्रीय सुरक्षा को बढ़ावा देने में मदद करता है. इसके अलावा, Quad Summit भारत को अपनी आर्थिक और सैन्य क्षमताओं को बढ़ाने में मदद करता है, जिससे वह चीन के साथ प्रतिस्पर्धा कर सके.