
सोशल मीडिया दिग्गज कंपनी Meta एक नए विवाद में घिर गई है. कंपनी की पूर्व अधिकारी सारा विंन विलियम्स की नई किताब 'Careless People: A Cautionary Tale of Power, Greed, and Lost Idealism' में CEO मार्क जुकरबर्ग और पूर्व COO शेरिल सैंडबर्ग के कार्यकाल को लेकर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं. इन आरोपों में अनुचित व्यवहार, यौन उत्पीड़न के दावे, दोहरे मापदंड और चीन सरकार से मिलीभगत तक की बातें शामिल हैं.
विलियम्स, जिन्हें 2017 में Meta से निकाल दिया गया था, ने दावा किया कि जुकरबर्ग और सैंडबर्ग के नेतृत्व में फेसबुक का वर्क कल्चर बहुत खराब हो गया था. उन्होंने कहा कि दोनों अधिकारी महिला विरोधी माहौल और दोहरे मापदंड की शिकायतों पर चुप्पी साधे रहते थे. न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, विलियम्स का कहना है कि Meta में महिलाओं के साथ भेदभाव और यौन उत्पीड़न के मामलों को नजरअंदाज किया गया.
Meta ने आरोपों को किया खारिज
Meta ने इन आरोपों को खारिज करते हुए इसे एक 'एक्टिविस्ट की झूठी शिकायतें' बताया है. विलियम्स ने अपनी किताब में खुलासा किया कि वह खुद भी यौन उत्पीड़न की शिकार हुई थीं. उनके अनुसार, Meta के तत्कालीन ग्लोबल पब्लिक पॉलिसी उपाध्यक्ष जोएल कापलान ने उनका उत्पीड़न किया था. जब उन्होंने इसकी शिकायत की, तो कंपनी ने उनके खिलाफ ही कार्रवाई शुरू कर दी. हालांकि, Meta का कहना है कि 2017 में एक जांच के बाद कापलान को इन आरोपों से मुक्त कर दिया गया था. वह अब कंपनी के ग्लोबल अफेयर्स प्रमुख हैं.
लेडी बॉस का 'बेड शेयर' ऑफर
विलियम्स ने किताब में दावा किया कि शेरिल सैंडबर्ग ने प्रोफेश्नल बाउंड्रीज को क्रॉस किया. उनके अनुसार, 2016 में वह गर्भवती थीं, और सैंडबर्ग ने उनसे बार-बार प्राइवेट जेट में 'बेड शेयर' करने के लिए कहा. जब विलियम्स ने इनकार कर दिया, तो सैंडबर्ग नाराज हो गईं.
एक और चौंकाने वाला आरोप यह है कि सैंडबर्ग ने यूरोप ट्रिप के दौरान अपने और अपनी असिस्टेंट सैडी के लिए लगभग 11.35 लाख रुपये की महंगी लॉन्जरी खरीदी. किताब में यह भी उल्लेख किया गया है कि वे कार में यात्रा के दौरान एक-दूसरे के बाल सहलाते थे और बारी-बारी से एक-दूसरे की गोद में सोते थे.
चीन के साथ मिलीभगत कर रहे जुकरबर्ग
विलियम्स ने दावा किया कि मार्क जुकरबर्ग चीन सरकार के साथ 'मिलीभगत' कर रहे थे और उन्होंने चीनी अधिकारियों के साथ यूजर्स का डेटा शेयर करने पर विचार किया था. बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, फेसबुक चीन के बाजार में प्रवेश के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार था.
किताब के अनुसार, जुकरबर्ग इस हद तक चले गए कि उन्होंने वायरल पोस्ट्स को तब तक छिपाने का प्रस्ताव रखा, जब तक कि चीनी अधिकारी उन्हें मंजूरी नहीं देते. हालांकि, Meta ने इस आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह 'कोई रहस्य नहीं' है कि कंपनी ने एक समय चीन में अपनी सेवाएं शुरू करने की योजना बनाई थी, लेकिन बाद में इसे छोड़ दिया गया. विलियम्स ने जुकरबर्ग की निजी आदतों को लेकर भी खुलासे किए हैं. उन्होंने लिखा कि जुकरबर्ग दोपहर तक सोकर नहीं उठते थे और बोर्ड गेम्स में हारने से नफरत करते थे.