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US कांग्रेस में बिना नाम लिए मोदी का PAK पर हमला, कहा- भारत के पड़ोस में है आतंकवाद का गढ़

पीएम नरेंद्र मोदी ने बिना नाम लिए पाकिस्तान पर जोरदार हमला बोला है. अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र को संबोधि‍त करते हुए मोदी ने कहा कि आतंकवाद का गढ़ भारत के पड़ोस में है और दहशतगर्दों को पालने वालों को अलग-थलग करना जरूरी है.

स्पीकर पॉल रेयान ने पीएम मोदी का स्वागत किया स्पीकर पॉल रेयान ने पीएम मोदी का स्वागत किया
केशव कुमार
  • वाशिंगटन,
  • 08 जून 2016,
  • अपडेटेड 9:39 AM IST

पीएम नरेंद्र मोदी ने बिना नाम लिए पाकिस्तान पर जोरदार हमला बोला है. अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र को संबोधि‍त करते हुए मोदी ने कहा कि आतंकवाद का गढ़ भारत के पड़ोस में है और दहशतगर्दों को पालने वालों को अलग-थलग करना जरूरी है. पीएम ने यह भी क‍हा कि भारत एशि‍या से लेकर अफ्रीका तक शांति चाहता है. आतंकवाद का एक सुर में विरोध करना होगा.

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अमेरिका दौरे के दूसरे दिन मोदी बुधवार को कैपिटल हिल पहुंचे. कैपिटल हिल में स्पीकर पॉल रेयान ने पीएम मोदी का औपचारिक स्वागत किया. पीएम मोदी ने इससे पहले दिन भर विभिन्न कार्यक्रमों को संबोधित किया.

पीएम मोदी का भाषणः लाइव अपडेट -

- अमेरिकी संसद में पीएम मोदी का हुआ तालियों से जोरदार स्वागत.

- अमेरिकी संसद में बोलने का मौका मिलना सौभाग्य की बात.

- पीएम मोदी बोले- एक लोकतंत्र से दूसरे लोकतंत्र को ताकत मिलती है.

- पीएम मोदी बोले- अमेरिका वीरों का देश है.

- अमेरिका और भारत के बीच गहरा रिश्ता, आजादी के बंधन से एक दूसरे से जुड़े हैं दोनों देश.

- पीएम मोदी बोले- मेरा स्वागत 125 करोड़ भारतीयों का स्वागत है.

- सभी नागरिक समान हैं, यह अमेरिका की मूल भावना.

- अमेरिकी लोकतंत्र पूरी दुनिया के लिए मिसाल.

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- लोकतंत्र में भरोसा भारत और अमेरिका को जोड़ता है.

- हमारे संविधान को सबको बराबरी का अधि‍कार

- अभि‍व्यक्ति की आजादी हमारा मूल अधि‍कार

- जाति-धर्म में अनेकता के बावजूद भारत एक

- विवेकानंद ने मानवता पर शि‍कागो में भाषण दिया था.

- गांधी ने मा‍र्टिन लूथर किंग को प्रेरणा दी.

- अंबेडकर ने कोलंबिया यूनिवर्सिटी में कई साल बिताए. उन्होंने अमेरिकी संविधान का गहराई से अध्ययन किया.

- योग भारत और अमेरिका को जोड़ता है.

- ओबामा ने हमारे रिश्तों को नया आयाम दिया है.

- जरूरी समय में मदद के लिए धन्यवाद.

- मुंबई हमलों के दौरान मदद के लिए शुक्रिया.

- भारत के संसद में इस तरह का सौहार्दपूर्ण माहौल कभी-कभी होता है.

- विज्ञान और तकनीक में दोनों देशों के बीच बेहतर समझौता.

- अमेरिका के साथ रक्षा समझौते में बढ़ोतरी.

- रक्षा सौदा शून्य से 10 मिलियन डॉलर तक पहुंचा.

- अमेरिका में 3 करोड़ लोग योग करते हैं.

- मोदी ने भाषण के दौरान पूर्व पीएम वाजपेयी को याद किया.

- हर क्षेत्र में भारतीय अमेरिका में मौजूद.

- स्पेलिंग बी प्रति‍योगिता में भी भारतीय मूल का.

- विज्ञान और तकनीक में दोनों देशों के बीच बेहतर समझौता.

- अमेरिका की ताकत हमारे लिए गर्व की बात.

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- हमने अमेरिका के 25 राज्यों की यात्रा की.

- भारत में सामाजिक-आर्थ‍िक बदलाव का दौर.

- आजादी की 75वीं सालगिरह पर काम करने की मेरी लिस्ट लंबी.

- 100 स्मार्ट सिटी बनाने की योजना.

- एक अरब लोगों को ब्रॉडबैंड की सुविधा.

- 2022 तक भारत को आर्थि‍क रूप से आत्मनिर्भर बनाना है.

- भारत के हर क्षेत्र में अमेरिका की भागीदारी.

- अमेरिका की सामरिक रणनीति भारत के लिए अहम.

- नई चुनौतियों की जिम्मेदारी लेनी होगी.

- दोनों देशों का जुड़ना जरूरी, अलग रहने से बात नहीं बनेगी.

- हिंद महासागर में भारत अपनी भूमिका निभाने के लिए तैयार है.

- एशि‍या से अफ्रीका तक शांति चाहता है भारत.

- अफगानिस्तान में अमेरिका की भूमिका तारीफ के काबिल है .

- आतंकवाद सबसे बड़ा खतरा है.

- अमेरिका का आदर्श पार्टनर है भारत.

- भारत का 7.6% विकास दर दुनिया के लिए अवसर.

- अमेरिकी कंपनियों की पसंदीदा जगह है भारत.

- भारत-अमेरिका के शानदार दिगाम नए मौके पैदा कर रहे हैं.

- साइबर आतंकवाद का खतरा बढ़ता जा रहा है.

- भारत की पश्चिमी सीमा से अफ्रीका तक आतंकवाद के कई नाम.

-आतंकवाद पर भाषण देने वालों को कड़ा संदेश देना होगा.

- आतंकवाद से लड़ने के नाम पर मदद बंद करनी होगी.

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- आतंकवाद का एक सुर में विरोध करना होगा.

- आतंकवाद का गढ़ भारत के पड़ोस में.

- आतंकवाद कहीं लश्कर तो कहीं ISIS के नाम से.

- आतंकवाद का खात्मा हर हाल में जरूरी.

- यूएन शांति मोर्चे में भारत का बड़ा योगदान.

- आतंकवाद को धर्म से अलग करना होगा.

- सोलर एनर्जी के लिए अमेरिकी मदद जरूरी.

- हम बेहतर भविष्य के लिए काम कर रहे हैं .

- लंबे भविष्य के लिए हमें जुड़ना होगा.

- हमारे रिश्तों को नई नजर और संभावनाओं से देखना होगा.

अमेरिकी संसद में 5वें भारतीय पीएम
नरेंद्र मोदी अमेरिकी संसद में भाषण देने वाले पांचवें भारतीय पीएम बन गए हैं.

इससे पहले 1985 में पूर्व पीएम राजीव गांधी ने अमेरिकी संसद को संबोधि‍त किया था.

1994 में पूर्व पीएम पी वी नरसिम्हा राव ने अमेरिकी संसद को संबोधि‍त किया था.

2000 में अटल बिहारी वाजपेयी ने यूएस कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधि‍त किया था.

2005 में मनमोहन सिंह ने अमेरिकी संसद को संबोधि‍त किया था.

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