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लंदन हमले के संदिग्ध की मां बोली- बेटे को दोस्तों और इंटरनेट ने ऐसा बना दिया

मां वलेरिया ने कहा कि जब बच्चे कोई गलती करते हैं, तो माता-पिता को हमेशा दुख पहुंचता है. हम हमेशा उसके दोस्तों पर नजर रखते थे, लेकिन इंटरनेट की वजह से भी वह उनके टच में रहा और ये हरकत हुई.

लंदन हमले का संदिग्ध लंदन हमले का संदिग्ध
मोहित ग्रोवर
  • लंदन,
  • 07 जून 2017,
  • अपडेटेड 8:51 AM IST

हाल ही में लंदन में हुए आतंकी हमले के संदिग्धों की पहचान हो गई है. संदिग्धों में एक इटालियन जिहादी भी शामिल था, युसुफ जाग्बा. संदिग्धों में युसुफ की मां वलेरिया ने जब अपने बेटे का नाम सुना तो उनका बयान सामने आया. मां का कहना है कि यह सबकुछ इंटरनेट और उसके दोस्तों की वजह से हुआ है, जिससे वह बुरी संगत में पड़ गया.

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22 वर्षीय जाग्बा 3 जून को हुए लंदन हमले का गुनहगार है. उसकी मां वलेरिया ने कहा कि जब बच्चे कोई गलती करते हैं, तो माता-पिता को हमेशा दुख पहुंचता है. हम हमेशा उसके दोस्तों पर नजर रखते थे, लेकिन इंटरनेट की वजह से भी वह उनके टच में रहा और ये हरकत हुई. उन्होंने कहा कि मुझे महसूस होने लगा था कि वह अच्छे लोगों के साथ नहीं रह रहा है.

आपको बता दें कि लंदन में शनिवार रात हुए हमले में 7 लोग मारे गए, जबकि कई लोग घायल भी हुए. ऐसा बताया जा रहा है कि इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने ली है.

ऐसे हुआ था हमला
मशहूर लंदन ब्रिज पर शनिवार देर रात एक तेजरफ्तार वैन ने राहगीरों को कुचल दिया. फिर यह वैन ब्रिज के पास बरो मार्केट की तरफ बढ़ गई, जहां हमलावरों ने पुलिस पर गोलीबारी की और फिर वैन से उतरकर लोगों पर चाकुओं से हमला शुरू कर दिया. इस हमले में मृतकों की संख्या बढ़कर 7 हो गई है, जबकि 30 लोग घायल बताए जा रहे हैं. ब्रिटिश पुलिस ने इस हमले को आतंकी वारदात करार देते हुए इसमें शामिल तीनों हमलावरों को मार गिराने का दावा किया है. इस हमले में किसी भारतीय के हताहत होने की फिलहाल खबर नहीं है.बता दें कि पिछले तीन महीनों में ब्रिटेन में यह तीसरा हमला था.

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हमले के दौरान आम लोगों को पुलिस ने वहां से सुरक्षित बाहर निकाला. लंदन ऐम्बुलेंस सर्विस ने बताया कि लंदन ब्रिज पर हुए हमले में घायल करीब 20 लोगों को इलाज के लिए 6 अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया. अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने इन हमलों की निंदा की है. बता दें कि ट्रंप को जैसे ही हमलें की जानकारी मिली उन्होंने ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टरीज़ा मे को फोन किया. साथ ही उन्हें मदद की पेशकश की. अमेरिकी स्टेट डिपार्टमेंट ने कहा है कि वो ब्रिटेन की पूरी मदद करने को तैयार है.

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