
मालदीव ने भारत सरकार को ‘इंडिया फर्स्ट’ की नीति के लिए अपनी प्रतिबद्धता का आश्वासन दिया. उसका यह आश्वासन उस समय दिया है, जब मालदीव की संसद ने चीन के साथ मुक्त व्यापार समझौते (FTA) समझौते को मंजूरी दे दी है. भारत के साथ कई मुद्दों पर द्विपक्षीय संबंधों में तनाव के बीच मालदीव का यह आश्वासन बेहद अहम है.
मालदीव के विदेश मंत्री मोहम्मद आसिम ने अपनी भारतीय समकक्ष सुषमा स्वराज से मुलाकात के दौरान यह आश्वासन दिया. विदेश मंत्रालय के मुताबिक मालदीव के राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन के विशेष दूत आसिम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की और मालदीव की ‘इंडिया फर्स्ट’ की नीति के तहत भारत के साथ करीबी संबंध कायम रखने की अपनी सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई.
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भारत मालदीव का हमेशा विश्वसनीय और करीबी पड़ोसी रहेगा. मालदीव की प्रगति और सुरक्षा में भारत सदैव मदद करेगा. विदेश मंत्री सुषमा ने भी सरकार की ‘पड़ोसी पहले’ की नीति के तहत द्विपक्षीय संबंधों की पूरी क्षमता को हासिल करने की भारत की प्रतिबद्धता से अवगत कराया. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि भारत मालदीव में लोकतंत्र, विकास और स्थिरता को समर्थन देने के लिए प्रतिबद्ध है.