
अमेरिका की फर्स्ट लेडी यानी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पत्नी मेलानिया ट्रंप ने पिछले हफ्ते छह जनवरी को यूएस कैपिटल में हमले को लेकर पहली बार बोला है. छह जनवरी यूएस कैपिटल बिल्डिंग में अमेरिकी कांग्रेस की बैठक चल रही थी, तभी ट्रंप के हिंसक समर्थकों ने हमला बोल दिया था. इस बैठक में अमेरिका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन की जीत की औपचारिक पुष्टि होनी थी. ट्रंप समर्थकों के हमले का कारण अमेरिकी कांग्रेस में सांसदों को छुपना पड़ा था. इस हमले में एक पुलिस अधिकारी समेत पांच लोगों की मौत हो गई थी.
मेलानिया के बयान को व्हाइट हाउस की वेबसाइट पर पोस्ट किया गया है. इस बयान को मेलानिया ने अपने ट्विटर अकाउंट से भी ट्वीट किया है. मेलानिया ने अपने बयान में कहा है, ''आप सबकी तरह मैं भी पिछले साल को देखती हूं तो पाती हूं कि अदृश्य दुश्मन और कोविड-19 से हमारा खूबसूरत देश परेशान रहा. सभी देशवासियों ने अपने प्रियजनों को खोया है, आर्थिक परेशानियां आईं और अकेलेपन का बुरा असर पड़ा है.''
मेलानिया ने अपने बयान में कहा है, ''अमेरिका की प्रथम महिला के रूप में मैंने महसूस किया है कि हमारे इस महान देश के लोगों ने कैसे मुश्किल वक्त का सामना किया है और ये प्रेरणादायी है. मैंने भी हर तरह के अनुभव को जिया है. लोगों की दुख भरी आपबीती सुन मैं भी खुद को रोने से रोक नहीं पाई.''
उन्होंने कहा, सबसे हाल की घटना भी मेरे लिए बेहद पीड़ादायी रही. एयर फोर्स की ऐसली बैबिट, बिन्यामिन फिलिप, केविन ग्रीनसन, रोसैने बॉयलैंड, कैपिटल पुलिस ऑफिसर ब्रियन स्टिकनिक और होवार्ड लीबेनगुड की मौत परेशान करने वाली है. दुख भरे वक्त में मैं इन सभी के परिवार वालों के लिए प्रार्थना करती हूं.
ट्रंप समर्थकों की हिंसा पर बोलीं मेलानिया
मेलानिया ने कहा, पिछले हफ्ते जो कुछ भी हुआ, उसे लेकर मैं निराश और आहत हूं. जो कुछ भी हुआ वो शर्मनाक और दुखद था. इसके बाद गंदी अफवाह फैलाई गई, गैरजरूरी निजी हमले हुए और मेरे खिलाफ फर्जी और आरोप लगाए गए. ये वो लोग हैं जो खुद को प्रासंगिक बनाए रखना चाहते हैं और उनके अपने एजेंडे हैं. ये वो वक्त है जब अमेरिका के लोग अपने जख्मों से उबर रहे हैं. इसे निजी फायदे के लिए नहीं इस्तेमाल करना चाहिए.
अमेरिका की फर्स्ट लेडी ने कहा, हमारे देशवासियों को अपनी मुश्किलों से सिविल मैनर के साथ निकलना है. इसमें किसी भी तरह की कोई गलती नहीं होनी चाहिए. यूएस कैपिटल में जो हिंसा हुई मैं उसकी निंदा करती हूं. हिंसा को कभी स्वीकार नहीं किया जा सकता. एक अमेरिकी नागरिक होने के नाते मुझे बिना कोई डर के अपनी अभिव्यक्ति को व्यक्त करने की आजादी पर गर्व है. यह सबसे आला दर्जे का आदर्श है जिस पर अमेरिका बना है. कई लोगों ने इस अधिकार ने लिए कुर्बानियां दी हैं. मैं अपने देश के नागरिकों से थोड़ा ठहरकर सोचें और सभी पक्षों पर विचार करें.
मेलानिया की देशवासियों से अपील
मेलानिया ने अपने बयान में कहा, "मैं अपने देशवासियों से आग्रह करती हूं कि हिंसा बंद करें. किसी भी व्यक्ति की चमड़ी के रंग के आधार पर पूर्वाग्रह ना पालें. इसके साथ ही अलग राजनीतिक विचारधारा होने पर क्रूरता न दिखाएं. हमें दूसरों को जरूर सुनना चाहिए. हमें इस पर ध्यान देने की जरूरत है कि एकता कैसे बढ़े. हमें विभाजन से बचना है. यह बहुत ही प्रेरणादायी था कि चुनाव में बड़े उत्साह के साथ लोगों ने हिस्सा लिया. लेकिन हम इस उत्साह को हिंसा में नहीं बदलने देंगे. हमारी राह साथ मिलकर चलने में है. हमें एक दूसरे में समानता देखनी है और हमें एक दूसरे के प्रति सहानुभूति दिखाने की जरूरत है.''