
अमेरिकी चुनाव जीतने के बाद से ही डोनाल्ड ट्रंप अपने विस्तारवादी प्लान में जुट गए हैं. वह कभी अमेरिका में कनाडा के विलय की बातें करते हैं तो कभी पनामा और ग्रीनलैंड पर कब्जे को लेकर बयानबाजी करते हैं. उन्होंने हाल ही में गल्फ ऑफ मेक्सिको को गल्फ ऑफ अमेरिका कहे जाने पर जोर दिया था. लेकिन अब मेक्सिको की राष्ट्रपति ने ट्रंप को उन्हीं की भाषा में जवाब दिया है.
मेक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम ने ट्रंप पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यूनाइटेड स्टेट ऑफ अमेरिका को मेक्सिकन अमेरिका कहा जाना चाहिए.
उन्होंने ट्रंप पर निशाना साधते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक ग्लोबल मैप जारी किया. इस मैप को अमेरिका को मेक्सिन अमेरिका के के तौर पर दिखाया गया था. क्लाउडिया ने मैप दिखाते हुए कहा कि अमेरिका गल्फ ऑफ मेक्सिको को गल्फ ऑफ अमेरिका बताने पर तुला है लेकिन हम अमेरिका को मेक्सिकन अमेरिका क्यों नहीं कह सकते? क्या ये अच्छा नहीं लगेगा? 1607 से Apatzingán का संविधान मेक्सिन अमेरिका था. तो आइए अमेरिका को मेक्सिन अमेरिका कहें.
ट्रंप ने गल्फ ऑफ मेक्सिको का नाम बदलकर गल्फ ऑफ अमेरिका करने का सुझाव दिया था. दरअसल ट्रंप 20 जनवरी को अमेरिकी राष्ट्रपति पद की शपथ लेने वाले हैं. उन्होंने कुछ दिन पहले मार-ए-लागो में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर मेक्सिको की खाड़ी (Gulf of Mexico) का नाम बदलकर अमेरिका की खाड़ी (Gulf of America) करने की भी बात की थी.
उन्होंने कहा था कि गल्फ ऑफ अमेरिका कितना खूबसूरत नाम है और यह एकदम सटीक है. मेक्सिको को कार्टेल चला रहे हैं. वह बहुत खतरनाक जगह हो गई हैं. अमेरिका ने मेक्सिको में जमकर इन्वेस्टमेंट भी किया है और अब हमें ही इसका जिम्मा लेना होगा और इसकी हालत सुधारनी होगी.
क्या ट्रंप बदल सकते हैं गल्फ ऑफ मेक्सिको का नाम?
अमेरिका और मेक्सिको इंटरनेशनल हाइड्रोग्राफिक ऑर्गेनाइजेशन (IHO) के सदस्य देश हैं. ये एजेंसी दुनिया के सभी समुद्रों और महासागरों का सर्वे करती है. आईएचओ के पास जगहों के नाम बदलने की भी जिम्मेदारी है. लेकिन सामान्य तौर पर नाम बदलने के लिए दोनों पक्षों की सहमति जरूरी होती है. लेकिन ट्रंप चाहें तो अपने देश में गल्फ ऑफ मेक्सिको की जगह गल्फ ऑफ अमेरिका के नाम का प्रयोग शुरू करवा सकते हैं. लेकिन वैश्विक स्तर पर ऐसा नहीं कर सकते.
ट्रंप ने क्या-क्या कहा था?
बता दें कि ट्रंप ने मार-ए-लागो रिसॉर्ट में पत्रकारों से बातचीत में कनाडा से लेकर मेक्सिको, ग्रीनलैंड से लेकर पनामा तक सभी मुद्दों पर अपनी योजना पर खुलकर बात की थी. ट्रंप ने कनाडा और मेक्सिको पर प्रतिबंध लगाने की बात दोहराई तो वहीं इजरायली नागरिकों को बंधक बनाने वाले हमास को भी कड़ी चेतावनी दे डाली थी.
इस दौरान ट्रंप ने पनामा नहर और ग्रीनलैंड पर सैन्य कार्रवाई से इनकार किया था. उन्होंने कहा कि पनामा नहर पर अभी उनके (पनामा) साथ चर्चा चल रही है. हालांकि, एपी की रिपोर्ट के मुताबिक ट्रंप ने पनामा नहर और ग्रीनलैंड पर नियंत्रण पाने के लिए सैन्य बल के प्रयोग की संभावना से इनकार नहीं किया है. ट्रंप ने कहा कि वह ग्रीनलैंड की बजाय डेनमार्क पर टैरिफ लगाने पर विचार करेंगे.