भारत और अमेरिका सहित दुनियाभर के कई देशों में विमान सेवाएं ठप हो गई हैं. माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर में दिक्कतों की वजह से उड़ान सेवाएं प्रभावित हुई हैं. कई कंपनियों के विमान उड़ान नहीं भर पा रहे हैं. भारत में दिल्ली, मुंबई ओर बेंगलुरु एयरपोर्ट पर फ्लाइट्स तय समय से देरी से चल रही हैं. भारत सरकार ने इन तकनीकी दिक्कतों के बाद माइक्रोसॉफ्ट से संपर्क किया है. कई देशों की सरकारों ने इमरजेंसी बैठक बुलाई है.
स्पाइसजेट, इंडिगो और अकासा एयरलाइंस ने भी इसी तरह की तकनीकी समस्या का हवाला दिया है. इंडिगो और स्पाइसजेट जैसी एयरलाइंस का कहना है कि सर्वर में दिक्कत की वजह से सेवाएं ठप हैं. एयरपोर्ट पर चेक-इन और चेक-आउट सिस्टम ठप हो गए हैं. बुकिंग सेवा भी प्रभावित हुई है. सिर्फ विमान सेवाएं ही नहीं बल्कि कई देशों में बैंकिंग सेवाओं से लेकर टिकट बुकिंग और स्टॉक एक्सचेंज पर भी असर पड़ा है. इस घटनाक्रम से जुड़ी सभी खबरें पढ़ने के लिए इस पेज से जुड़े रहें.
सिंगापुर के चांगी एयरपोर्ट पर वैश्विक आईटी आउटेज के कारण हुई देरी के बाद टर्मिनल 4 पर जेटस्टार उड़ानों के लिए चेक-इन करने हेतु कतार में खड़े यात्रियों को नाश्ता और ड्रिंक्स बांटे गए.
साइबर सुरक्षा फर्म क्राउडस्ट्राइक के सीईओ ने बताया कि वैश्विक आईटी आउटेज का कारण बनने वाले बग को फिक्स कर दिया गया है.
इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सर्वर ठप होने के कारण 2 फ्लाइट्स रद्द हो गईं, जबकि एक फ्लाइट लेट हो गई. जानकारी के मुताबिक 6ई 5023- रांची और 6ई 5046- देहरादून फ्लाइट रद्द हुई है और एआई 403- राजकोट लेट.
दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के टर्मिनल 3 पर लगी स्क्रीन्स पर जानकारी फिर से दिखने लगी है.
क्राउडस्ट्राइक उन ग्राहकों के साथ सक्रिय रूप से काम कर रहा है जो विंडोज होस्ट के लिए एक एकल सामग्री अपडेट में पाए गए दोष से प्रभावित हैं. मैक और लिनक्स होस्ट प्रभावित नहीं हैं. यह कोई सुरक्षा घटना या साइबर हमला नहीं है. समस्या की पहचान कर ली गई है, उसे अलग कर दिया गया है और उसका समाधान कर दिया गया है. हम ग्राहकों को नवीनतम अपडेट के लिए सहायता पोर्टल पर भेजते हैं और अपनी वेबसाइट पर पूर्ण और निरंतर अपडेट प्रदान करना जारी रखेंगे. हम संगठनों को यह सुनिश्चित करने की सलाह देते हैं कि वे आधिकारिक चैनलों के माध्यम से क्राउडस्ट्राइक प्रतिनिधियों के साथ संवाद कर रहे हैं. क्राउडस्ट्राइक ग्राहकों की सुरक्षा और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए हमारी टीम पूरी तरह से जुटी हुई है.
देशव्यापी आईटी आउटेज के कारण वॉशिंगटन डीसी में सभी मेट्रो ट्रेन सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं.
ग्लोबल आउटेज पर माइक्रोसॉफ्ट के प्रवक्ता ने कहा, 'थर्ड-पार्टी सॉफ्टवेयर प्लेटफॉर्म से अपडेट के कारण विंडोज डिवाइसों के प्रभावित करने वाली समस्या से हम अवगत हैं. हम उम्मीद करते हैं कि कोई समाधान आने वाला है.'
दुनियाभर में माइक्रोसॉफ्ट का सर्वर डाउन होने के पीछे CrowdStrike को जिम्मेदार माना जा रहा है. CrowdStrike एक साइबर सिक्योरिटी फर्म है, जो कंपनियों को IT एनवायरमेंट को सुरक्षित रखने में मदद करती है. आसान शब्दों में कहें तो कोई कंपनी इंटरनेट की मदद से जो भी काम करती है, उसे हैकर्स से सुरक्षित रखने में CrowdStrike उनकी मदद करती है. इसका प्रमुख काम कंपनियों को हैकर्स, साइबर अटैक, रैंसमवेयर और डेटा लीक से बचाना है. यही वजह है कि इस कंपनी के प्रमुख कस्टमर दुनियाभर के बड़े बैंक, यूनिवर्सिटीज और सरकारी एजेंसियां भी हैं. हाल के दिनों में साइबर वर्ल्ड में काफी बदलाव हुआ है. हैकर्स के बढ़ते हमलों की वजह से कंपनियों की CrowdStrike जैसे फर्म पर निर्भरता बढ़ी है.
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का कहना है कि माइक्रोसॉफ्ट का सर्वर डाउन होने से कई देशों के स्टॉक एक्सचेंज पर असर पड़ा है लेकिन एनएसई पर इसका कोई असर नहीं पड़ा है. एनएसई में कामकाज सामान्य रूप से हो रहा है.
माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर क्रैश का देश की घरेलू सेवाओं पर असर नहीं पड़ा है. रेलवे टिकटिंग सिस्टम से लेकर ट्रेनों के संचालन, कंट्रोल ऑफिस ऑटोमेशन और अन्य सेवाएं बिल्कुल भी प्रभावित नहीं हुई हैं.
सर्वर ठप के बीच गुजरात के अहमदाबाद में भी एयरपोर्ट पर यात्री परेशान नजर आए. एक यात्री ने बताया कि हम डिजिटल वर्ल्ड में रह रहे हैं. हम इसके बिना काम नहीं कर सकते. हम पूरी तरह से डिजिटल सिस्टम पर निर्भर हैं. इस सर्वर क्रैश से बड़े पैमाने पर असर पड़ा है. दिक्कतें हो रही हैं.
सर्वर डाउन की समस्या के बीच स्पाइसेट की एक फ्लाइट अटेंडेंट ने कहा कि सिस्टम अभी ठीक नहीं हुए हैं. फ्लाइट अभी भी देरी से जा रही हैं. पैसेंजर्स बहुत परेशान हो गए हैं. बहुत भीड़ हो गई थी. हमें काम मैनुअल करना पड़ा. बोर्डिंग पास से लेकर, गेट नंबर, पीएनआर नंबर सबकुछ हमने मैनुअली किया.
माइक्रोसॉफ्ट का सर्वर ठप होने पर मचे हड़कंप के बाद केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि MEITY वैश्विक स्तर पर हुई इस तकनीकी खामी के संबंध में माइक्रोसॉफ्ट और उसके सहयोगियों के संपर्क में है. इस आउटेज के कारण की पहचान कर ली गई है और समस्या के समाधान के लिए अपडेट जारी कर दिए गए हैं. सीईआरटी टेक्निकल एडवाइजरी कर रहा है. एनआईसी नेटवर्क इससे प्रभावित नहीं हुआ है.
माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर में तकनीकी खराबी की वजह भारत, अमेरिका या ऑस्ट्रेलिया ही नहीं बल्कि दुनियाभर के कई देश प्रभावित हुए हैं.
- इन तकनीकी दिक्कतों की वजह से जर्मनी के बर्लिन एयरपोर्ट पर सभी उड़ान सेवाएं प्रभावित हुई है. एयरपोर्ट का कहना है कि सर्वर में खराबी की वजह से चेक-इन सेवा काम नहीं कर रही हैं.
- अमेरिका में अमेरिकन एयरलाइंस, डेल्टा और यूनाइटेड एयरलाइन सहित कई प्रमुख विमानन कंपनियों के विमान उड़ान नहीं भर पा रहे हैं.
- यूरोप के सबसे व्यस्त एयरपोर्टों में शामिल एमस्टर्डम का स्किफोल एयरपोर्ट पर भी सेवाएं ठप हो गई हैं.
- तुर्की एयरलाइंस की सेवाएं भी बाधित हुई हैं,
- सिंगापुर एयरपोर्ट पर मैनुअल चेक-इन ठप हो गई है.
- हॉन्गकॉन्ग एयरपोर्ट पर भी चेक-इन और चेक-आउट पर सेवाएं प्रभावित हुई हैं.
माइक्रोसॉफ्ट का सर्वर ठप होने की वजह से ऑस्ट्रेलिया में हड़कंप मचा हुआ है. सर्वर ठप होने से सबसे ज्यादा असर ऑस्ट्रेलिया पर पड़ा है. यहां विमान सेवाओं से लेकर बैंकिंग, टेलीकॉम, टीवी चैनल तक पर असर पड़ा है. इस बीच ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने कहा कि मैं समझता हूं कि ऑस्ट्रेलिया के लोग इस सर्वर में खराबी से चिंतित हैं. इस समस्या को सुलझाने के लिए मेरी सरकार नेशनल साइबर सिक्योरिटी कॉर्डिनेटर के साथ मिलकर काम कर रही है.
ब्रिटेन के एक प्रमुख न्यूज चैनल स्काई न्यूज का प्रसारण ठप हो गया है. चैनल के एग्जिक्यूटिव चेयरमैन डेविड रोड्स ने कहा कि स्काई न्यूज चैनल का प्रसारण नहीं हो पा रहा है. हमें इस व्यवधान के लिए खेद है. ब्रिटेन की रेल सेवाएं भी बाधित हुई हैं. न्यूज एजेंसी AP की सेवाएं भी बाधित हुई हैं. इंग्लैंड में हेल्थ बुकिंग सिस्टम भी ठप हो गया है.
तकनीकी खराबी की वजह से दुनियाभर के कई देशों में विमान सेवाएं प्रभावित हुई हैं. नीदरलैंड्स की राजधानी एमस्टर्डम के एयरपोर्ट पर 56 मिनट की देरी से चल रही हैं. इस्तांबुल एयरपोर्ट पर 40 मिनट की देरी से विमान उड़ान भर रहे हैं. लंदन के हीथ्रो एयरपोर्ट पर 25 मिनट, न्यूयॉर्क के जेएफके एयरपोर्ट पर 30 मिनट जबकि जर्मनी के फ्रैंकफर्ट एयरपोर्ट पर 25 मिनट की देरी से विमान उड़ान भर पा रहे हैं.
अमेरिका के अलावा ऑस्ट्रेलिया और जर्मनी में भी बैंकिंग, टेलीकॉम, मीडिया आउटलेट और एयरलाइंस की सेवाएं प्रभावित हुई हैं. ऑस्ट्रेलिया के नेशनल साइबर सिक्योरिटी कॉर्डिनेटर का कहना है कि देश में शुक्रवार दोपहर बड़े पैमाने पर कई कंपनियों की सेवाएं प्रभावित हुई हैं.
सरकार ने इस तकनीकी खराबी पर संज्ञान लिया है. सरकारी सूत्रों के हवाले से खबर है कि माइक्रोसॉफ्ट आउटेज का संज्ञान लिया गया है. इस बारे में इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना एवं प्रोद्योगिकी मंत्रालय जल्द ही एडवाइजरी जारी करेगा. पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने बताया कि माइक्रोसॉफ्ट 365 का लाखों भारतीय इस्तेमाल करते हैं. इससे तकनीकी खामी से बडे़ पैमाने पर कई कंपनियों का कामकाज प्रभावित होता है. मुझे उम्मीद है कि माइकोसॉफ्ट जल्द ही सेवाओं को बहाल करेगा.
भारत, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, अमेरिका, ब्रिटेन सहित दुनियाभर के कई देश माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर में दिक्कतों की वजह से प्रभावित हुए हैं. इसके चलते अधिकांश विमान कंपनियों, बैंक, स्टॉक एक्सचेंज, विदेशी रेल सेवाएं और मीडिया हाउस का कामकाज ठप पड़ गया है. भारत सहित पूरे विश्व में Payment Systems भी प्रभावित हुए हैं.
इन तकनीकी दिक्कतों की वजह से एअर इंडिया का कामकाज भी प्रभावित हुआ है. कंपनी ने एडवाइजरी जारी कर बताया है कि हमारा डिजिटल सिस्टम प्रभावित हुआ है. मौजूदा माइक्रोसॉफ्ट दिक्कतों की वजह से विमानों की आवाजाही में देरी हो रही है. हमें इस असुविधा पर खेद है.
स्पाइसजेट, इंडिगो और अकासा एयरलाइंस ने भी इसी तरह की तकनीकी समस्याओं का हवाला दिया है. इंडिगो और स्पाइसजेट जैसी एयरलाइंस का कहना है कि सर्वर में दिक्कत की वजह से सेवाएं ठप हैं. एयरपोर्ट पर चेक-इन और चेक-आउट सिस्टम ठप हो गए हैं. बुकिंग सेवा भी प्रभावित हुई है. सिर्फ विमान सेवाएं ही नहीं बल्कि कई देशों में बैंकिंग सेवाओं से लेकर टिकट बुकिंग और स्टॉक एक्सचेंज पर भी असर पड़ा है.
भारत में दिल्ली, मुंबई ओर बेंगलुरु एयरपोर्ट पर फ्लाइट्स तय समय से देरी से चल रही हैं. भारत सरकार ने इन तकनीकी दिक्कतों के बाद माइक्रोसॉफ्ट से संपर्क किया है. कई देशों की सरकारों ने इमरजेंसी बैठक बुलाई है.
भारत और अमेरिका सहित दुनियाभर के कई देशों में विमान सेवाएं ठप हो गई हैं. माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर में दिक्कतों की वजह से उड़ान सेवाएं प्रभावित हुई हैं. कई कंपनियों के विमान उड़ान नहीं भर पा रहे हैं.