
जर्मनी दौरे पर बर्लिन पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया. करीब एक घंटे के अपने संबोधन में उन्होंने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि देश में पिछले तीन दशक से चली आ रही राजनीतिक अस्थिरता को एक बटन दबाकर खत्म कर दिया. भारत के मतदाताओं ने 30 साल बाद 2014 में पूर्ण बहुमत की सरकार चुनी. भारत के मतदाताओं को वोट की ताकत पता है. भारत अब समय नहीं खोएगा.
जरूरी बदलाव न होने से देश पीछे छूट गया
पीएम ने अपने संबोधन में कहा कि देश जब आजादी के सौ साल का जश्न मना रहा होगा, तब जिस ऊंचाई पर होगा, उसके लक्ष्य निर्धारित करते हुए तेज गति से आगे बढ़ रहा है. भारत में ना कभी साधनों की कमी रही ना संसाधनों की. एक दिशा तय की लेकिन बहुत सारे जो परिवर्तन होने चाहिए थे, वे नहीं हुए और किसी न किसी कारण से हम पीछे छूट गए.
कुचला हुआ था देशवासियों का आत्मविश्वास
पीएम मोदी ने कहा कि देशवासियों का आत्मविश्वास कुचला था, उसकी भरपाई का एक ही उपाय था जन-जन में आत्म गौरव भरना. इसके लिए जनता में सरकार के प्रति भरोसा बनना जरूरी था. अंग्रेजों की परंपरा के कारण भरोसे की खाई थी. सुधारों के लिए ईच्छाशक्ति जरूरी है. जहां जरूरत हो, वहां सरकार का अभाव न हो. जहां जरूरत ना हो, वहां सरकार का प्रभाव न हो. हम लोगों के जीवन से सरकार का दखल हटा रहे हैं. उन्होंने ट्रांसफार्म और डेवलपमेंट के साथ रिफॉर्म की भी चर्चा की और कहा कि इसके लिए जनता की भागीदारी जरूरी है.
राजीव गांधी के बयान का किया जिक्र
पीएम मोदी ने कांग्रेस का नाम लिए बगैर निशाना साधा कि अब किसी प्रधानमंत्री को नहीं कहना पड़ेगा कि मैं दिल्ली से 1 रुपये भेजता हूं, लोगों को 15 पैसे ही मिलते हैं. उन्होंने चुटीले अंदाज में पूछा, 'वो कौन सा पंजा था जो 85 पैसे घिस लेता था?'
पहले लगे रहते थे वर्क इन प्रोगेस के बोर्ड
पीएम मोदी ने कहा कि देश हर क्षेत्र में तेजी से तरक्की कर रहा है. उन्होंने कहा कि पहले जहां देखिए वहां वर्क इन प्रोग्रेस का बोर्ड लगा होता था लेकिन आज भी देश भी वही है, फाइल भी वही है, सरकारी मशीनरी भी वही है लेकिन देश बदल गया है. अब भारत छोटा नहीं सोचता.
पहले एक देश में थे दो संविधान
पीएम ने अनुच्छेद 370 का जिक्र करते हुए कहा कि पहले एक देश में दो संविधान थे, लेकिन 70 साल तक इस बारे में नहीं सोचा गया. 7 दशक बाद एक देश एक संविधान हो गया है.