Advertisement

म्यांमार में भूकंप से अब तक 2056 लोगों की मौत, 3900 से ज्यादा घायल, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

मांडले, म्यांमार के भूकंप के केंद्र के पास स्थित है और इस भूकंप ने थाईलैंड सहित कई पड़ोसी देशों को भी प्रभावित किया, जहां राजधानी बैंकॉक समेत कई इलाकों में नुकसान की खबरें हैं. बैंकॉक में, बचावकर्मी एक निर्माणाधीन गगनचुंबी इमारत के मलबे में फंसे 76 लोगों को बचाने के लिए सोमवार को भी अभियान चला रहे हैं.

म्यांमार में भूकंप की तबाही का नजारा (Photo: Reuters) म्यांमार में भूकंप की तबाही का नजारा (Photo: Reuters)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 31 मार्च 2025,
  • अपडेटेड 7:11 PM IST

म्यांमार में 28 मार्च को आए भीषण भूकंप से मरने वालों की संख्या बढ़कर 2,056 हो गई है, जबकि 3,900 से अधिक लोग घायल हैं और करीब 270 लोग अब भी लापता हैं. म्यांमार की सत्तारूढ़ जुंटा सरकार ने सोमवार को यह जानकारी दी.

7.7 तीव्रता के इस विनाशकारी भूकंप के बाद मलबे में फंसे लोगों को बचाने का अभियान जारी है. सरकार ने इस त्रासदी में मारे गए लोगों के सम्मान में एक हफ्ते के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है.

Advertisement

तीन दिन बाद मलबे से बाहर निकली महिला 

सोमवार को अधिकारियों ने बताया कि मांडले स्थित ग्रेट वॉल होटल के मलबे से एक महिला को सुरक्षित बाहर निकाला गया. तीन दिन बाद किसी को जीवित बचाना राहत की उम्मीद जगाता है. म्यांमार में स्थित चीनी दूतावास ने फेसबुक पोस्ट में जानकारी दी कि महिला की हालत स्थिर है.

मांडले, म्यांमार के भूकंप के केंद्र के पास स्थित है और इस भूकंप ने थाईलैंड सहित कई पड़ोसी देशों को भी प्रभावित किया, जहां राजधानी बैंकॉक समेत कई इलाकों में नुकसान की खबरें हैं.

बैंकॉक में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

बैंकॉक में, बचावकर्मी एक निर्माणाधीन गगनचुंबी इमारत के मलबे में फंसे 76 लोगों को बचाने के लिए सोमवार को भी अभियान चला रहे हैं. इस इमारत का ढांचा भूकंप के प्रभाव से ढह गया था. रविवार तक, थाईलैंड में मरने वालों की संख्या 18 थी, लेकिन आशंका जताई जा रही है कि मलबे से और शव बरामद हो सकते हैं.

Advertisement

भारत समेत कई देशों ने भेजी मदद

म्यांमार पहले से ही गृहयुद्ध के कारण संकट में था, लेकिन अब यह भूकंप वहां की स्थिति को और खराब कर रहा है. इस आपदा से प्रभावित 23,000 से अधिक लोगों को राहत पहुंचाने के लिए भारत समेत कई देशों और संयुक्त राष्ट्र (UN) जैसी अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों ने मदद भेजी है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement