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मॉस्को में जिस स्कूटर ब्लास्ट से मची सनसनी जानिए उसकी कहानी, क्या यूक्रेन का है हाथ?

रूस के न्यूक्लियर डिपार्टमेंट के चीफ इगोर किरिलोव और उनके सहायक की मॉस्को में एक स्कूटर ब्लास्ट में मौत हो गई. यह घटना रूस और यूक्रेन के बीच जारी तनाव को और बढ़ा सकती है.

इगोर किरिलोव रूस के परमाणु, जैविक और रासायनिक सुरक्षा सैनिकों के प्रमुख थे. इगोर किरिलोव रूस के परमाणु, जैविक और रासायनिक सुरक्षा सैनिकों के प्रमुख थे.
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 17 दिसंबर 2024,
  • अपडेटेड 10:13 PM IST

रूसी सेना के न्यूक्लियर डिपार्टमेंट के चीफ इगोर किरिलोव की मंगलवार को मॉस्को में उनके अपार्टमेंट के बाहर स्कूटर ब्लास्ट में मौत हो गई. इस धमाके में उनके सहायोगी की भी जान चली गई. रूस की Investigative Committee ने बताया कि जब इगोर किरिलोव सुबह-सुबह अपने घर की बिल्डिंग से बाहर निकल रहे थे, तभी वहां खड़े एक स्कूटर में जोरदार विस्फोट हो गया. इगोर किरिलोव इसके चपेट में आ गए और उनकी मौत हो गई. 

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यह घटना मॉस्को के Ryazansky Prospekt इलाके में हुई, जो क्रेमलिन से करीब सात किलोमीटर दूर है. धमाका इतना जबरदस्त था कि बिल्डिंग की कई खिड़कियां टूट गईं और मुख्य दरवाजा पूरी तरह से तहस-नहस हो गया.  

यह भी पढ़ें: मॉस्को में धमाका, रूस के न्यूक्लियर डिफेंस चीफ की मौत, यूक्रेन सिक्योरिटी सर्विस ने ली जिम्मेदारी

कौन थे किरिलोव?  

54 वर्षीय लेफ्टिनेंट जनरल इगोर किरिलोव 2017 से रूसी सेना के रेडियोलॉजिकल, केमिकल और बायोलॉजिकल डिफेंस फोर्स का नेतृत्व कर रहे थे. हाल ही में ब्रिटेन ने उन पर और उनकी यूनिट पर यूक्रेन में कथित केमिकल हथियारों के इस्तेमाल को लेकर बैन लगाया था. उन्हें 'रूसी प्रोपेगैंडा का बड़ा चेहरा' भी कहा गया.  

किरिलोव ने कई बार यूक्रेन पर रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल का आरोप लगाया था. अक्टूबर 2024 में उन्होंने दावा किया था कि यूक्रेनी सेना ने रूस के कुर्स्क क्षेत्र में पश्चिमी निर्मित केमिकल हथियारों का इस्तेमाल किया. वहीं, रूस ने हमेशा दावा किया कि उसने कभी रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल नहीं किया है.  

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किरिलोव का परिवार भी उनके साथ रहता था. उनके परिवार में उनकी पत्नी और दो बेटे हैं.  

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हमले की जानकारी  

रूसी जांचकर्ताओं के मुताबिक इस धमाके में इस्तेमाल किए गए विस्फोटक की क्षमता करीब 200 ग्राम TNT के बराबर थी. सूत्रों का कहना है कि स्कूटर में विस्फोटक सामग्री को रात के करीब 4 बजे बिल्डिंग के बाहर खड़ा किया गया था.  

Baza Telegram Channel की रिपोर्ट के अनुसार, यह संभावना है कि बिल्डिंग के आसपास के लोगों की निगरानी के लिए सामने की गली में एक अपार्टमेंट किराए पर लिया गया था. इसके अलावा बिल्डिंग के सीसीटीवी कैमरे को हैक करके भी हमलावरों ने निगरानी की हो सकती है.  

हमले की जिम्मेदारी  

यूक्रेन की SBU Security Service ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है. SBU के सूत्रों के अनुसार, किरिलोव की हत्या एक 'स्पेशल ऑपरेशन' का हिस्सा थी. SBU के एक अधिकारी ने कहा, 'इगोर किरिलोव एक युद्ध अपराधी थे और पूरी तरह वैध टारगेट थे क्योंकि उन्होंने यूक्रेन के खिलाफ प्रतिबंधित केमिकल हथियारों का इस्तेमाल करने का आदेश दिया था.'  

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अब तक क्रेमलिन ने इस हत्या पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है.  

क्या रूस ने यूक्रेन में केमिकल हथियारों का इस्तेमाल किया है?  

ब्रिटेन और अमेरिका ने रूस पर आरोप लगाया है कि उसने यूक्रेनी सैनिकों पर प्रतिबंधित केमिकल एजेंट chloropicrin का इस्तेमाल किया. यह वर्ल्ड वॉर I में इस्तेमाल किया गया एक tear gas है, जिसे Chemical Weapons Convention (CWC) के तहत बैन किया गया है.  

यूक्रेन ने भी रूस पर आरोप लगाए हैं कि उसने 2022 से अब तक 4,800 बार केमिकल हथियारों का इस्तेमाल किया. जून 2024 में यूक्रेन ने दावा किया कि रूस ने मई में 700 से अधिक बार प्रतिबंधित केमिकल्स का उपयोग किया.  

इगोर किरिलोव की हत्या मॉस्को में किसी रूसी सैन्य अधिकारी की अब तक की सबसे हाई-प्रोफाइल टारगेट किलिंग मानी जा रही है. यह घटना रूस और यूक्रेन के बीच तनाव को और गहरा करने की संभावना रखती है.

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