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अफ्रीका के बाहर फैलने लगा Mpox! स्वीडन में मिला पहला केस, UN ने भी जताई चिंता

एमपॉक्स निकट संपर्क से फैलता है. कांगो में अधिक गंभीर प्रकार की बीमारी के आसपास के देशों में फैलने के बाद WHO ने इसे हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया है. स्वीडन के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, 'दोपहर में इस बात की पुष्टि हुई कि स्वीडन में अधिक गंभीर प्रकार के एमपॉक्स का एक मामला है, जिसे क्लैड-I कहा जाता है.'

स्वीडन में मिला एमपॉक्स का पहला केस (Photo- Reuters) स्वीडन में मिला एमपॉक्स का पहला केस (Photo- Reuters)
aajtak.in
  • स्टॉकहोल्म,
  • 16 अगस्त 2024,
  • अपडेटेड 4:36 AM IST

स्वीडन ने गुरुवार (15 अगस्त) को एमपॉक्स (Mpox) के अपने पहले केस की पुष्टि की है, जो अफ्रीका के बाहर भी मिला पहला मामला है. एक दिन पहले ही विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दो साल में दूसरी बार इस बीमारी को ग्लोबल पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया है. 

अफ्रीका से संक्रमित हुआ शख्स

स्वीडिश पब्लिक हेल्थ एजेंसी के महानिदेशक ओलिविया विगज़ेल ने एक प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि संक्रमित व्यक्ति अफ्रीका के एक हिस्से में रहने के दौरान वायरस की चपेट में आया, जहां यह बीमारी बड़े पैमाने पर फैली हुई है.

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एमपॉक्स निकट संपर्क से फैलता है. कांगो में अधिक गंभीर प्रकार की बीमारी के आसपास के देशों में फैलने के बाद WHO ने इसे हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया है. स्वीडन के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, 'दोपहर में इस बात की पुष्टि हुई कि स्वीडन में अधिक गंभीर प्रकार के एमपॉक्स का एक मामला है, जिसे क्लैड-I कहा जाता है.'

UN ने दोहराई WHO की चेतावनी

संयुक्त राष्ट्र के उप प्रवक्ता फरहान हक ने गुरुवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन की घोषणा को दोहराते हुए एमपॉक्स वायरस को 'पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी ऑफ इंटरनेशनल कन्सर्न' बताया. उन्होंने कहा कि डब्ल्यूएचओ एमपॉक्स वायरस के अफ्रीका और संभवतः महाद्वीप के बाहर के देशों में फैलने की संभावना के बारे में भी चेतावनी दे रहा है.

इस साल अफ्रीका में अब तक 17 हजार केस

एमपॉक्स वायरस का एक वेरिएंट- क्लैड आईआईबी- 2022 में दुनियाभर में फैला था, मुख्य रूप से पुरुषों के साथ यौन संबंध रखने वाले पुरुषों के बीच यौन संपर्क के माध्यम से. तब WHO ने पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी की घोषणा की थी, जो करीब 10 महीने बाद खत्म हुई थी. 

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अफ्रीका रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र ने कहा कि इस साल अब तक अफ्रीकी महाद्वीप पर 17,000 से ज्यादा संदिग्ध एमपॉक्स मामले और 517 मौतें दर्ज की गई हैं, जो पिछले साल की तुलना में मामलों में 160 प्रतिशत की बढ़ोतरी है. कुल 13 देशों में मामले सामने आए हैं.

क्या हैं Mpox के लक्षण? 

Mpox में चेचक जैसे लक्षण होते हैं, जिसमें बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द और एक अलग तरह के दाने शामिल हैं, जो अक्सर चेहरे पर शुरू होते हैं और शरीर के अन्य हिस्सों में फैल जाते हैं. यह वायरस संक्रमित जानवरों, शारीरिक तरल पदार्थ या दूषित पदार्थों के सीधे संपर्क के जरिए मनुष्यों में फैलता है और यह सांस की बूंदों या छूने से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भी फैल सकता है.

एमपॉक्स के लक्षण 2 से 4 सप्ताह तक रहते हैं. Mpox आमतौर पर हल्का और दुर्लभ मामलों में घातक होता है. इससे फ्लू जैसे लक्षण और शरीर पर मवाद से भरे घाव भी हो जाते हैं. 

ज्यादातर लोगों को हल्के लक्षण महसूस होते हैं, लेकिन कुछ लोगों में बीमारी ज्यादा गंभीर हो सकती है, जिसके लिए मेडिकल देखभाल की जरूरत होती है. बच्चों, गर्भवती महिलाओं और कमजोर प्रतिरक्षा (रोगों से लड़ने की क्षमता) वाले लोगों में आमतौर पर वायरस के संक्रमण का जोखिम ज्यादा होता है.

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