
नेपाल के प्रधानमंत्री के रूप में पुष्प कमल दहल प्रचंड को शपथ लिए हुए तीन महीने से ज्यादा का समय बीत गया है, लेकिन 10 दलों के इस गठबंधन में अबतक मंत्रिमंडल के गठन को लेकर सहमति नहीं बन पाई है. इसको लेकर सभी दलों के शीर्ष नेताओं के बीच गुरुवार को बैठक हुई थी. बताया जा रहा है कि आज नेपाल में मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है.
नेपाल में सत्ता में शामिल पार्टियों के बीच प्रधानमंत्री आवास पर कई राउंड की बैठकें हो चुकी हैं, लेकिन अभी तक सत्ता-साझेदारी को लेकर सहमति नहीं बन पाई है. इस वजह से प्रचंड सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में देरी हो रही है. प्रधानमंत्री आवास पर बालुवातार में गुरुवार को भी गठबंधन में शामिल दलों के बीच बैठक हुई थी, जोकि बेनतीजा रही. बताया जा रहा है कि गठबंधन दल सत्ता में ज्यादा से ज्यादा मंत्रालय चाहते हैं, जोकि संभव नहीं है.
9 पार्टियां हो सकती है कैबिनेट में शामिल
अधिकारियों ने बताया कि सत्तारूढ़ गठबंधन के दलों के बीच जो प्रमुख अड़चन थी वो कैबिनेट पदों की मांग उपलब्ध मंत्रालयों की संख्या से अधिक की थी. प्रधानमंत्री के मीडिया कॉर्डिनेटर सूर्य किरण शर्मा ने कहा कि पुष्प कमल दहल प्रचंड शुक्रवार को अपने मंत्रिमंडल का विस्तार कर सकते हैं. गठबंधन में शामिल 10 में से 9 पार्टियों के मंत्रिपरिषद में शामिल होने की संभावना है.
प्रचंड के पास फिलहाल 16 मंत्रालय
फिलहाल प्रचंड के नेतृत्व वाली सरकार में प्रधान मंत्री और एक राज्य मंत्री समेत केवल छह कैबिनेट मंत्री हैं क्योंकि सीपीएन-यूएमएल, राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी और राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी के मंत्रियों ने 7 दलों का गठबंधन टूटने के बाद अपने पदों से इस्तीफा दे दिया था. इस समय प्रचंड के पास गृह, वित्त, विदेश, उद्योग और वाणिज्य, विज्ञान और प्रौद्योगिकी और कृषि समेत लगभग 16 मंत्रालय हैं. बता दें कि पुष्प कमल दहल प्रचंड ने केपी शर्मा के साथ मिलकर नेपाल के प्रधानमंत्री के रूप में 26 दिसंबर को शपथ ली थी.