
नेपाल के पोखरा में हुए विमान हादसे में मारे गए लोगों में चार अमेरिकी लोगों की जान भी गई है. अमेरिका में विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अमेरिका इस मुश्किल घड़ी में नेपाल की किसी भी तरह की मदद के लिए तैयार है.
काठमांडू स्थित एयरलाइंस के अधिकारियों के अनुसार, बीते रविवार को पोखरा एयरपोर्ट पर लैंडिंग के समय यति एयरलाइंस का एक विमान सेती नदी की खाई में गिर गया. फ्लाइट में 68 यात्री और 4 क्रू मेंबर्स यानी कुल 72 लोग सवार थे, जिनमें से 71 लोगों की मौत हो गई है. विमान में सवार एक व्यक्ति अब भी लापता है. नेड प्राइस ने कहा कि रविवार को यति एयरलाइंस के दुर्घटनाग्रस्त होने के बारे में सुनकर हमें गहरा दुख हुआ है, जिसमें दो अमेरिकी और दो कानूनी रूप से अमेरिका में रह रहे लोग भी मारे गए हैं. हमारी संवेदनाएं विमान में सवार लोगों के परिवारों के साथ हैं.
अमेरिकी प्रवक्ता ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका इस कठिन समय में नेपाल की किसी भी तरह से सहायता करने के लिए तैयार है. वहीं भारतीय-अमेरिकी सांसद डॉ. अमी बेरा ने विमान दुर्घटना में लोगों की मौत पर शोक व्यक्त किया. बेरा ने एक ट्वीट में कहा कि नेपाल के लोगों और इस सप्ताह के अंत में हुए विनाशकारी विमान हादसे में मारे गए लोगों के प्रियजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं.
जांच कमेटी का गठन
नेपाल में रविवार को हुए हादसे के बाद सरकार ने कैबिनेट की इमरजेंसी मीटिंग बुलाई थी, जिसमें एक दिन के राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया गया था. इसके साथ ही सरकार ने हादसे की जांच के लिए पांच सदस्यीय कमेटी का भी गठन कर दिया था.
विमान में 5 भारतीय भी थे सवार
इस विमान में 53 नेपाल के नागरिकों समेत 5 भारतीय, रूस के 4, आयरलैंड का एक, कोरिया के दो, अर्जेंटीना और फ्रांस के एक-एक नागरिक सवार थे. नेपाल की एयरपोर्ट अथॉरिटी की ओर से ये जानकारी दी गई है. बताया जा रहा है कि कुल 68 यात्रियों में 6 बच्चे भी शामिल हैं. यति एयरलाइंस की ओर से भी विमान में सवार सभी यात्रियों की लिस्ट जारी कर दी गई है.
मौसम नहीं, तकनीकी खराबी हादसे की वजह
नेपाल की एयरपोर्ट अथॉरिटी की ओर से कहा गया है कि विमान हादसा मौसम नहीं बल्कि तकनीकी खराबी की वजह से हुआ. एयरपोर्ट अथॉरिटी की ओर से ये भी कहा गया है कि विमान के पायलट ने एटीसी से लैंडिंग के लिए परमिशन ले ली थी. पोखरा एटीसी की ओर से लैंडिंग के लिए ओके भी कह दिया गया था. सिविल एविएशन अथॉरिटी का कहना है कि लैंडिंग से ठीक पहले विमान में आग की लपटें दिखाई दी थीं इसलिए मौसम की खराबी के कारण दुर्घटना हुई, ये बात नहीं कही जा सकती.