
नेपाल के पोखरा में हुए विमान हादसे की जांच के लिए पांच सदस्यीय कमेटी बनाने की घोषणा की गई है. बालुवातार में प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में इसका फैसला लिया गया है. इसके साथ ही बैठक में कल यानी सोमवार को सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की गई है.
नेपाल के पोखरा में रविवार को यति एयरलाइंस का विमान क्रैश हो गया था. इस विमान में 68 यात्रियों समेत कुल 72 लोग सवार थे. नेपाल की सेना, सशस्त्र पुलिस, नेपाल पुलिस के साथ ही स्थानीय नागरिक भी रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे हुए हैं. अब तक 40 से ज्यादा यात्रियों के शवों को निकाला जा चुका है.
पोखरा एयरपोर्ट अथॉरिटी की ओर से कहा गया है कि यति एयरलाइंस का विमान रनवे से महज 10 सेकंड की दूरी पर था, तभी ये विमान क्रैश हो गया. ATC कर्मचारी के मुताबिक, पोखरा का रनवे पूर्व-पश्चिम दिशा की ओर बना हुआ है. विमान के पायलट ने पहले पूर्व के तरफ से लैंडिंग की परमिशन मांगी थी और परमिशन मिल गई थी, लेकिन थोड़ी देर में पायलट ने पश्चिम के तरफ से लैंडिंग की परमिशन मांगी और दोबारा परमिशन दे दी गई. सिविल एविएशन अथॉरिटी का कहना है कि लैंडिंग से ठीक पहले विमान में आग की लपटें दिखाई दी थीं, इसलिए मौसम की खराबी के कारण दुर्घटना हुई, ये बात नहीं कही जा सकती.
पुराने और नए पोखरा एयरपोर्ट के बीच हादसा
जानकारी के मुताबिक, यति एयरलाइंस के ATR-72 विमान ने काठमांडू से पोखरा के लिए उड़ान भरी थी. इस 72 सीटर विमान में 68 यात्री और चार क्रू मेंबर्स, यानी कुल 72 लोग सवार थे. विमान पोखरा के पास पहुंचा ही था कि क्रैश हो गया. नेपाली मीडिया के मुताबिक, ये दुर्घटना पोखरा के पुराने डोमेस्टिक एयरपोर्ट और पोखरा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बीच हुई.
चीन की मदद से एयरपोर्ट का निर्माण
नेपाल के पोखरा एयरपोर्ट का निर्माण चीन के एक्जिम बैंक के लोन पर हुआ है. इस एयरपोर्ट का उद्घाटन नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड ने 14 दिन पहले यानी एक जनवरी, 2023 को ही किया था. इसके अलावा एक और जानकारी मिली है कि जो विमान हादसे का शिकार हुआ है, उद्घाटन के दिन उसी विमान का डेमो फ्लाई किया गया था.
विमान में 5 भारतीय और 4 रूसी यात्री
एजेंसी के मुताबिक, इस विमान में 53 नेपाल, 5 भारत, 4 रूस, 2 साउथ कोरिया, 1 आयरलैंड, 1 अर्जेंटीना और एक फ्रांस का नागरिक सवार था. नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड और गृह मंत्री रवि लामिछाने इमरजेंसी मीटिंग के बाद सीधे काठमांडू के त्रिभुवन एयरपोर्ट पहुंचे, जहां उन्होंने कंट्रोल रूम से हालात का जायजा लिया.