
नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नेपाल आने का निमंत्रण दिया है. उन्होंने यह निमंत्रण विदेश सचिव विक्रम मिस्री के माध्यम से भेजा है. वह नेपाली पीएम ओली से मिलने पहुंचे थे, जिनके जरिए उन्होंने पीएम मोदी को नेपाल आने का न्योता दिया. उन्होंने पिछले महीने चौथी बार नेपाल के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी.
पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' के सदन में विश्वास मत खोने के बाद केपी शर्मा ओली प्रधानमंत्री बने थे. विदेश सचिव मिस्री ने पूर्व प्रधानमंत्री और नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष शेर बहादुर देउबा से भी काठमांडू के बुधनीलकांठा में उनके आवास पर मुलाकात की. देउबा के दफ्तर की तरफ से जारी बयान के मुताबिक, उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों को लेकर बात की.
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केपी शर्मा ओली के निमंत्रण पर पीएम मोदी नेपाल जाएंगे या नहीं, यह अभी स्पष्ट नहीं है लेकिन 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद वह चार बार नेपाल दौरे पर गए हैं. इनके अलावा प्रधानमंत्री एक बार कालापानी के दौरे पर भी गए थे, जिसका नेपाल ने विरोध भी किया था. नेपाल इस क्षेत्र पर अपना दावा करता है. उनकी यात्राओं का भारत और नेपाल के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर फोकस होता है.
पहली यात्रा: अगस्त 2014
पीएम मोदी की नेपाल की पहली यात्रा अगस्त 2014 में हुई थी. इस यात्रा के दौरान, उन्होंने संविधान सभा को संबोधित किया था और नेपाल की संविधान-निर्माण प्रक्रिया के लिए भारत का समर्थन दिया था.
दूसरी यात्रा: नवंबर 2014
पीएम मोदी की दूसरी नेपाल यात्रा नवंबर 2014 में हुई, जिसके दौरान मोदी ने दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (SAARC) के काठमांडू शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया था. .
तीसरी यात्रा: मई 2018
पीएम मोदी की तीसरी नेपाल यात्रा 11-12 मई 2018 को हुई थी. इस यात्रा के दौरान, पीएम मोदी और नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने 900 मेगावाट की अरुण-III पनबिजली परियोजना की आधारशिला रखी थी.
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चौथी यात्रा: मई 2022
प्रधानमंत्री मोदी की चौथी नेपाल यात्रा 16 मई, 2022 को बुद्ध पूर्णिमा के दिन हुई थी. उन्होंने मायादेवी मंदिर में प्रार्थना अनुष्ठान में हिस्सा लिया था और भारत अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध संस्कृति और विरासत केंद्र की आधारशिला रखी थी.