
मशहूर लेखक सलमान रुश्दी की हत्या का प्रयास करने वाले आरोपी पर अब एक आतंकवादी संगठन का समर्थन करने का आरोप लगाया गया है. बुधवार को सामने आए दस्तावेजों के अनुसार आरोपी पर कथित तौर पर आतंकी समूह हिजबुल्लाह के इशारों पर काम करने के लिए आतंकवाद के आरोप लगाए गए हैं.
हमले में गंवा दी दाहिनी आंख
लेबनान मूल के 26 साल के अमेरिकी हादी मतार पर पहले सलमान रुश्दी पर चाकू से हमला करने का आरोप लगाया गया था. अब ग्रैंड ज्यूरी ने उस पर आतंकवाद से जुड़े तीन आरोप लगाए हैं जिसमें एक विदेशी आतंकी समूह को सहायता पहुंचाना भी शामिल है.
अमेरिकी न्याय विभाग ने कहा कि यह संगठन लेबनान का ईरान समर्थित हिजबुल्लाह है. दो साल पहले अगस्त 2022 में रुश्दी ने न्यूयॉर्क में स्टेज पर कूदे एक हमलावर के हमले में अपनी दाहिनी आंख खो दी थी. रुश्दी को करीब 10 बार चाकू मारा गया था.
'द सैटेनिक वर्सेज' किताब से शुरू हुए विवाद
सलमान रुश्दी की 'द सैटेनिक वर्सेज' किताब ने ऐसे विवादों को जन्म दिया, जो जिंदगीभर उनके साथ बने रहे. उनकी इस किताब को इस्लाम विरोधी और ईशनिंदा करने वाला माना गया. इसी वजह से 1980 के दशक में उन्हें ईरान से जान से मारने की धमकियां मिलीं. ये किताब 1988 से ही ईरान में बैन है, लेकिन इसकी वजह से सलमान रुश्दी हमेशा चरमपंथियों के निशाने पर रहे.
साल 1989 में अयातुल्ला रूहुल्लाह खुमैनी ने एक फतवा जारी किया था जिसमें दुनियाभर के मुसलमानों से रुश्दी को मारने का आह्वान किया गया था. एफबीआई ने बुधवार को एक बयान में कहा कि हिजबुल्लाह ने फतवे का समर्थन किया था.
हादी मतार ने किया फतवे का पालन
अटॉर्नी जनरल मेरिक गारलैंड ने एक बयान में कहा, 'हमारा आरोप है कि 2022 में न्यूयॉर्क में सलमान रुश्दी की हत्या का प्रयास करने वाले हादी मतार ने हिजबुल्लाह की ओर से आतंकवादी कृत्य को अंजाम दिया, जो ईरानी शासन से जुड़ा एक आतंकवादी संगठन है.'
एफबीआई निदेशक क्रिस्टोफर रे ने कहा, 'आरोपी ने हिजबुल्लाह द्वारा समर्थित एक फतवे का पालन करने की कोशिश की जिसमें सलमान रुश्दी की मौत का आह्वान किया गया था.' अभियोग में अन्य दो मामलों में मतार पर आतंकवादी कृत्य में शामिल होने और आतंकवादियों को सामग्री सहायता प्रदान करने का आरोप लगाया गया है.