
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी वैश्विक आतंकी और लश्कर-ए-तैयबा के चीफ हाफिज सईद पर पूछे गए सवाल से भाग निकले. न्यूयॉर्क में दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन(SAARC) के विदेश मंत्रियों की बैठक के बाद शाह महमूद कुरैशी से जब पत्रकारों ने हाफिज सईद को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया.
बता दें कि पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र से हाफिज सईद को अपने बैंक खाते का इस्तेमाल करने की इजाजत मांगी थी. इस पर संयुक्त राष्ट्र की समिति ने रोजमर्रा के खर्चों के लिए हाफिज सईद को अपने खाते का इस्तेमाल करने की अनुमति दे दी.
15 अगस्त को लिखे गए एक पत्र में संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंध समिति ने कहा कि उसे पाकिस्तान से एक पत्र प्राप्त हुआ जिसमें उसने सईद को अपने बैंक खाते का इस्तेमाल करने की इजाजत मांगी थी.
अध्यक्ष ने कहा कि किसी भी सदस्य से कोई आपत्ति नहीं मिलने के बाद अनुरोध को मंजूरी दी गई थी. हाफिज सईद मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड है. इससे पहले इस महीने की शुरुआत में भारत ने गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) कानून (UAPA) बिल के तहत मौलाना मसूद अजहर, हाफिज सईद के अलावा जकी उर रहमान लखवी और अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम जैसे 4 बड़े आतंकियों को वांटेड आतंकी घोषित किया था. आतंकी हाफिज सईद मुंबई में 2008 में हुए आतंकी हमलों का मास्टर माइंड है और उसे वैश्विक आतंकवादी घोषित किया जा चुका है.
सार्क की अगली बैठक इस्लामाबाद में
सार्क बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि अगला दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (सार्क) शिखर सम्मेलन पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में होने वाला है और जल्द ही तारीखों का ऐलान किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि पिछली बैठक कुछ कारणों से नहीं हुई थी. मैंने पिछले साल कहा था यह एक ऐसा मंच है जहां सभी सदस्य देशों के विवादों को हल किया जा सकता है. पाकिस्तान शिखर सम्मेलन की मेजबानी के लिए तैयार था लेकिन कुछ बाधाओं के कारण वार्ता आगे नहीं बढ़ सकी. कुरैशी ने कहा कि कोई भी सार्क सदस्य पाकिस्तान में होने वाली अगली बैठक का विरोध नहीं किया. और भारत का जवाब नहीं आया है.
उन्होंने कहा कि मैंने सभी सदस्य देशों को इस्लामाबाद में आमंत्रित किया ताकि सार्क से संबंधित मुद्दों का समाधान हो. इस पर किसी ने आपत्ति नहीं की. यह निर्णय लिया गया है कि सार्क की अगली बैठक इस्लामाबाद में होगी. यह पूछे जाने पर कि क्या भारत ने आपत्ति नहीं जताई तो कुरैशी ने कहा कि भारत ने पिछले साल असंतोष व्यक्त किया था लेकिन वे इस साल चुप रहे. किसी भी सदस्य देशों ने आपत्ति नहीं की.