
भारत से भागकर अपना तथाकथित अलग देश 'यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ कैलासा (USK)' बसाने वाला नित्यानंद इन दिनों लगातार सुर्खियों में बना हुआ है.उसकी तरफ से कई तरह के फर्जी दावे किए जा रहे हैं. अमेरिकी राज्य न्यूजर्सी के शहर नेवार्क ने 12 जनवरी को कैलासा के साथ एक सिस्टर सिटी एग्रीमेंट किया. इसके बाद नित्यानंद ने इस एग्रीमेंट से जुड़े दस्तावेज फेसबुक औऱ ट्विटर पर शेयर किए और कहा कि अमेरिका ने उसके देश को मान्यता दे दी है. लेकिन अब नित्यानंद को बड़ा झटका लगा है और नेवार्क ने USK के साथ अपना सिस्टर सिटी एग्रीमेंट रद्द कर दिया है.
इसलिए रद्द किया एग्रीमेंट
नेवार्क की संचार विभाग की प्रेस सचिव सुजैन गैरोफलो ने बताया कि जैसे ही हमें कैलासा के आसपास की हकीकत के बारे में पता चला तो नेवार्क शहर ने तुरंत एक्शन लिया और 18 जनवरी को सिस्टर सिटी समझौते को रद्द कर दिया. गैरोफलो ने पछतावा जाहिर करते हुए कहा, 'यह एक अफसोसजनक घटना थी, नेवार्क शहर विभिन्न संस्कृति के लोगों के साथ साझेदारी करने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि एक -दूसरे को कनेक्टिविटी, समर्थन और आपसी सम्मान और बेहतर किया जा सके.'
नेवार्क के काउंसिल मैन लुइस क्विंटाना ने समझौते को रद्द करने का प्रस्ताव रखते हुए कहा कि किसी भी देश के सिस्टर सिटी एग्रीमेंट में शामिल होने से पहले वहां मानवाधिकारों का सही तरह से पालन होना चाहिए. उन्होंने कहा, 'हम सिस्टर सिटीज के उस मुद्दे को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर नहीं ला सकते हैं जिस पर विवाद खड़ा हो. नेवार्क सिटी खुद को इस स्थिति में डालना नहीं चाहती है जहां एक सिस्टर सिटी में कोई मानवाधिकार ना हों.'
क्या होता है सिस्टर स्टेट एग्रीमेंट
सिस्टर-स्टेट एग्रीमेंट के तहत,एक शहर,या राज्य की दूसरे देश और दो समुदायों के बीच एक व्यापक-आधारित, दीर्घकालिक साझेदारी होती है. एक रिलेशनशिप को आधिकारिक तौर पर तब मान्यता मिलती है जब दोनों शहरों या समुदायों के निर्वाचित या नियुक्त अधिकारी एक समझौते पर हस्ताक्षर करते हैं. एक शहर में कई सिस्टर सिटीज हो सकती हैं, जिसमें सामुदायिक भागीदारी निभाने वाले स्वयंसेवकों की संख्या आधा दर्जन से लेकर सैकड़ों तक होती है. स्वयंसेवकों के अलावा, सिस्टर सिटीज के संगठनों में गैर -लाभकारी संगठन, नगरपालिका, निजी क्षेत्र और अन्य नागरिक संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हो सकते हैं.
यूएन में नजर आए थे USK के प्रतिनिधि
पिछले महीने ही कैलासा के प्रतिनिधियों ने जिनेवा में दो संयुक्त राष्ट्र की सार्वजनिक बैठकों में भाग लिया. 22 फरवरी को आयोजित सत्र में महिलाओं के खिलाफ भेदभाव के निवारण पर आयोजित सत्र में नित्यानंद के कथित देश कैलासा की प्रतिनिधि विजयप्रिया नजर आई थी. इसके बाद 24 फरवरी को भी यूएसके के प्रतिनिधि संयुक्त राष्ट्र के सत्र में नजर आए. मामले ने तूल पकड़ा तो यूएन ने सफाई दी और कहा कि संयुक्त राष्ट्र की ये आम बैठकें होती हैं जिसमें कोई भी अपने विचार रख सकता है. अपने बयान में यूएन ने कहा कि जिस विषय पर बैठक हो रही थी यूएसके के प्रतिनिधि के विचार उसके विपरीत यानि अप्रसांगिक थे इसलिए उनके विचारों को अंतिम रिपोर्ट में शामिल नहीं किया जाएगा.
कौन है नित्यानंद
स्व-घोषित गॉडमैन और भगोड़े नित्यानंद का दावा है कि 2019 में उसने 'यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ कैलासा (USK)' की स्थापना की. कैलासा की वेबसाइट का दावा है कि इस देश में दुनियाभर में सताए गए हिंदुओं को सुरक्षा दी जाती है. कैलासा का रिजर्व बैंक, खुद की करंसी और अपना अलग संविधान होने का भी दावा है. नित्यानंद भारत में बलात्कार और यौन उत्पीड़न के कई आरोपों में वांछित है लेकिन वह आरोपों से इनकार करता रहा है. भारत में पहली बार नित्यानंद पर 2010 में रेप का आरोप लगा, जिसके बाद उसकी गिरफ्तारी भी हुई लेकिन फिर जमानत पर रिहा हो गया. 2018 में नित्यानंद के खिलाफ चार्जशीट दायर हुई. 2019 में जैसे ही उसके खिलाफ बच्चियों का अपहरण करने का आरोप लगा तो वह देश छोड़कर भाग गया.