
नाइजीरिया में दो मंजिला स्कूल की इमारत गिरने से 22 छात्रों की मौत हो गई. अचानक गिरी इस इमारत के मलबे में कुल 154 लोग फंसे थे. हालांकि मौके पर रेस्क्यू टीम के पहुंचने से राहत और बचाव कार्य के दौरान ज्यादातर लोगों को बचा लिया गया. राहत और बचाव कर्मियों ने अपनी सूझबूझ का परिचय देते हुए फंसे कुल 154 लोगों में से 132 लोगों को रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान निकाल लिया.
मलबे से निकाले गए घायलों को वहां के अलग-अलग हॉस्पिटल्स में भर्ती किया गया. इस बात की जानकारी, पुलिस के बयान के हवाले से स्काई न्यूज (Sky news) ने दी.
नाइजीरिया नेशनल इमरजेंसी मैनेजमेंट एजेंसी (NEMA) ने एक फेसबुक पोस्ट (Facebook) कर बताया कि इस घटना में घायल हुए 30 लोग अभी भी हास्पिटल में भर्ती हैं. जिनका वहां इलाज चल रहा है. अपने इसी पोस्ट में एजेंसी ने कहा है कि घटना स्थल पर राहत और बचाव कार्य को पूरा कर लिया गया है और वहां अब कोई भी मलबे में फंसा हुआ नहीं है.
सैंट एकेडमी स्कूल (Saint Academy) दो मंजिला इमारत में चलता था जो भरभरा कर ढह गई. तब स्कूल के छात्र वहां पढ़ाई कर रहे थे. जिस वजह से इतना बड़ा हादसा हो गया.
अफ्रीका के देशों में इमारत गिरने की घटना कोई नई नहीं है. इसके पीछे कई वजह हैं, एक तो अफ्रीका के देशों में जो इमारत बनाने के मानक हैं, वो बहुत ही लचीले हैं, साथ ही सुरक्षा को लेकर भी वहां बहुत सजगता नहीं रहती.
इसके अलावा वहां के देशों में भवन बनाने के लिए जिस समान (material) का इस्तेमाल किया जाता है, उसकी गुणवत्ता भी निम्न किस्म की होती है. इस वजह से इमारते बेजान रहती है और हादसे का डर बना रहता है.