
पाकिस्तान की एक अदालत ने गुरुवार को पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के खिलाफ गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया है. कोर्ट ने वारंट 34 साल पुराने भूमि आवंटन के मामले में जारी किया है. सुनवाई के दौरान मॉडल टाउन पुलिस निरीक्षक बशीर अहमद ने लाहौर की अदालत के न्यायाधीश असद अली को बताया कि नवाज शरीफ अपने आवास पर नहीं हैं.
कोर्ट ने पिछले महीने एक जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया था और नवाज शरीफ के सभी ज्ञात पतों पर समन भेजा थे. शरीफ इस समय लंदन में इलाज करा रहे हैं. एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार की खबर के मुताबिक, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के नेता अता तरार ने अदालत के समक्ष इस बात की पुष्टि की कि नवाज शरीफ छह महीने से विदेश में हैं.
इस पर राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) की ओर से विशेष अभियोजक हैरिस कुरैशी ने अदालत से नवाज शरीफ के खिलाफ गैर-जमानती गिरफ्तारी (एनबीए) वारंट जारी करने को कहा था. अदालत ने गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया और विदेश मंत्रालय को लंदन में पाकिस्तान उच्चायोग के माध्यम से गिरफ्तारी का निर्देश दिया.
दो दिन पहले ही एक अदालत ने नवाज शरीफ को सरेंडर करने के लिए आखिरी मौका दिया. भ्रष्टाचार मामले में नवाज शरीफ दोषी पाए गए हैं, लेकिन पिछले साल नवंबर से ही वो लंदन में हैं. इस बीच पाकिस्तान की एक अदालत ने मंगलवार को नवाज शरीफ को कहा कि उनके पास सरेंडर करने के लिए दस सितंबर तक का वक्त है.
लाहौर हाई कोर्ट ने नवाज शरीफ को चार हफ्ते के लिए विदेश जाने की इजाजत दी थी, ताकि वो अपना इलाज करवा सकें. लेकिन वो तभी से ही वापस नहीं आए. बता दें कि 70 साल के नवाज शरीफ को अल-अज़ीज़िया स्टील मील मामले में सात साल की सजा हुई थी.