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देश के नेता किम जोंग-उन द्वारा सिलसिलेवार परमाणु अस्त्र परीक्षणों और मिसाइल प्रक्षेपणों का संकल्प लिए जाने के कुछ ही दिन बाद उत्तर कोरिया ने शुक्रवार को दो प्रायोगिक परीक्षण किए. ऐसा माना जा रहा है कि ये दो बैलिस्टिक मिसाइलों के परीक्षण थे.
उत्तर कोरिया की ओर से छह जनवरी को अपना चौथा परमाणु परीक्षण किए जाने के बाद से ही विभाजित कोरियाई प्रायद्वीप में सैन्य तनाव बढ़ा हुआ है. इसके एक महीने बाद ही उत्तर कोरिया ने लंबी दूरी वाले रॉकेट का प्रक्षेपण किया था, जिसे व्यापक तौर पर एक गुप्त बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण माना गया था.
अमेरिकी रक्षा अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने दो प्रक्षेपणों का निरीक्षण किया था. इन दोनों को ही मध्यम दूरी की रोडोंग मिसाइलें माना जाता है, जिन्हें सड़क पर चल सकने वाले प्रक्षेपण वाहनों की मदद से दागा गया था.
रोडोंग की अधिकतम मारक क्षमता करीब 1300 किलोमीटर की है.
पूर्वी सागर में जा गिरी मिसाइल
दक्षिण कोरिया के सैन्य अधिकारियों ने कहा कि पहली मिसाइल देश के दक्षिण पश्चिम में स्थित सुक्चोन से स्थानीय समयानुसार सुबह पांच बजकर 55 मिनट पर दागी गई. यह पूर्वी सागर (जापान सागर) में गिरने से पहले 800 किलोमीटर तक उड़ी थी.
20 मिनट बाद दूसरी मिसाइल दागी
अधिकारियों ने कहा कि दूसरी मिसाइल लगभग 20 मिनट बाद दागी गई. अपनी उड़ान के कुछ ही क्षण में यह रडार से गायब हो गई थी.