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उत्तर कोरिया ने बैलिस्टिक मिसाइल दागी, अमेरिका ने 'भड़काऊ' करार दिया

उत्तर कोरिया ने बुधवार को पूर्वी तट पर पनडुब्बी चालित बैलिस्टिक मिसाइल दागी. समाचार एजेंसी योनहाप ने ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ (जेसीएस) के हवाले से बताया कि इस मिसाइल को सिन्पो शहर के पास स्थानीय समयानुसार सुबह करीब 5.30 बजे दागा गया.

उत्तर कोरिया उत्तर कोरिया
सबा नाज़/IANS/BHASHA
  • नई दिल्ली,
  • 24 अगस्त 2016,
  • अपडेटेड 2:23 PM IST

उत्तर कोरिया ने बुधवार को पूर्वी तट पर पनडुब्बी चालित बैलिस्टिक मिसाइल दागी. समाचार एजेंसी योनहाप ने ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ (जेसीएस) के हवाले से बताया कि इस मिसाइल को सिन्पो शहर के पास स्थानीय समयानुसार सुबह करीब 5.30 बजे दागा गया.

माना जा रहा है कि दक्षिण कोरिया और अमेरिका के बीच जारी संयुक्त सैन्याभ्यास की प्रतिक्रियास्वरूप इसे दागा गया है. दक्षिण कोरिया की सेना का कहना है कि मिसाइल लगभग 500 किलोमीटर दूर तक गया, जो पिछली मिसाइलों द्वारा तय की गई दूरी की तुलना में बेहतर है. मिसाइल दागे जाने के बाद जापान के वायु रक्षा पहचान क्षेत्र में समुद्र में जा गिरी.

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अमेरिका ने मिसाइल परीक्षण को कहा ‘भड़काऊ’
अमेरिका ने आज उत्तर कोरिया द्वारा पनडुब्बी से बैलिस्टिक मिसाइल प्रक्षेपित किए जाने की कड़ी निंदा की है और इसे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का उल्लंघन करने वाला ‘भड़काउ’ कदम बताया है. पेंटागन के प्रवक्ता गैरी रोस ने कहा, 'हम उत्तर कोरिया के इस परीक्षण और हाल ही में किए गए अन्य मिसाइल परीक्षणों की निंदा करते हैं. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के तहत उत्तर कोरिया द्वारा बैलिस्टिक मिसाइल प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल से बैलिस्टिक मिसाइलों का प्रक्षेपण प्रतिबंधित है जिसका ये परीक्षण उल्लंघन करते हैं.' सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का उल्लंघन करने वाले मिसाइल परीक्षण की कड़ी निंदा करते हुए पेंटागन ने इसे भड़काने की कोशिश बताया है.

अपनी हरकत से बाज आए उत्तर कोरिया
रोस ने कहा, 'इस उकसावे से अंतरराष्ट्रीय समुदाय का वह संकल्प ही प्रबल होता है, जो उसने उत्तर कोरिया की प्रतिबंधित गतिविधियों से निपटने के लिए लिया है. इसमें सुरक्षा परिषद के मौजूदा प्रतिबंधों को लागू करने का संकल्प भी शामिल है.' उन्होंने कहा कि अमेरिका इन कृत्यों के लिए उत्तर कोरिया को जिम्मेदार ठहराने के लिए यह मुद्दा संयुक्त राष्ट्र में उठाना चाहता है. साथ ही उन्होंने ये भी कहा, 'इन खतरों के बीच दक्षिण कोरिया और जापान समेत हमारे सहयोगियों की रक्षा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता दृढ़ है. हम किसी भी हमले या उकसावे से अपनी और अपने सहयोगियों की रक्षा के लिए तैयार हैं.' रोस ने उत्तर कोरिया से अपील करते हुए कहा कि वह ऐसे कृत्यों से बाज आए, जो क्षेत्र में तनाव बढ़ा सकते हैं. इसके बजाय वह अपनी प्रतिबद्धताएं और अंतरराष्ट्रीय कर्तव्यों को पूरा करने की दिशा में ठोस कदम उठाए.

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