
चौतरफा दबाव के बावजूद अमेरिका के खिलाफ उत्तर कोरिया के आक्रामक तेवर बरकरार हैं. वहां की सत्ताधारी वर्कर पार्टी के मुखपत्र में अमेरिकी युद्धपोत यूएसएस कार्ल विन्सन को एक ही हमले में उड़ाने की धमकी दी गई है. नॉर्थ कोरिया ने चेतावनी देते हुए कहा कि हमारी सेना अमेरिकी विमानवाहक को डूबा देने के लिए तैयार है.
'दम दिखाएगी उत्तर कोरियाई सेना'
रोडोंग सिनमन नाम के अखबार में तीसरे पन्ने पर छपे लेख में इस युद्धपोत की तुलना एक भद्दे जानवर से की गई है. अखबार ने लिखा है, 'हमारी क्रांतिकारी सेना परमाणु ऊर्जा से चलने वाले अमेरिकी युद्धपोत को एक ही हमले में नेस्तनाबूद करने के लिए तैयार है. ये हमारी सेना के लिए अपनी ताकत दिखाने का बेहतरीन मौका होगा.'
उत्तर कोरिया की सेना मंगलवार को अपनी 85वीं सालगिरह मनाने जा रही है. अमूमन ऐसे मौकों पर उत्तर कोरिया के तानाशाह हथियारों का परीक्षण करते रहे हैं. तानाशाह किम जोंग उन पिछले साल ही दो बार परमाणु परीक्षण करवा चुके हैं. उनके नेतृत्व में अमेरिका तक मार कर सकने वाली मिसाइलों को भी तेजी से विकसित किया जा रहा है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए उत्तर कोरिया के खतरे से निपटना सबसे बड़ी चुनौती साबित हो रहा है. उन्होंने कहा है कि उत्तर कोरिया को किसी भी कीमत पर परमाणु मिसाइल का परीक्षण करने नहीं दिया जाएगा.
उत्तर कोरिया के पड़ोस में अमेरिकी युद्धपोत
अमेरिकी युद्धपोत कार्ल विन्सन अपने बेड़े के साथ इन दिनों पश्चिमी प्रशांत महासागर में उत्तर कोरिया की ओर बढ़ रहा है. ट्रंप ने मिसाइल परीक्षणों के बाद बढ़ते तनाव के मद्देनजर इस बेड़े को उत्तर कोरिया के करीब जाने का आदेश दिया था. हालांकि अमेरिका ने ये नहीं बताया है कि ये बेड़ा कहां है. अमेरिकी उप-राष्ट्रपति माइक पेंस ने शनिवार को कहा था कि युद्धपोत अगले कुछ दिनों में अपनी मंजिल तक पहुंच जाएगा.
जापान में बढ़ती फिक्र
कार्ल विन्सन के साथ युद्धाभ्यास के लिए जापान ने भी दो जहाज भेजे हैं. उत्तर कोरिया ने अमेरिका के साथ दक्षिणी कोरिया और जापान पर भी हमले की चेतावनी दी है. दूसरे विश्वयुद्ध के बाद जापान के ऐसी सेना नहीं है जो ऐसे किसी हालात से निपट सके. लेकिन उत्तर कोरिया के तलख होते तेवरों के बाद वहां भी ऐसे हथियार हासिल करने की मांग उठने लगी है जो उत्तर कोरिया की मिसाइलों को जवाब दे सकें. अमेरिका और दक्षिण कोरिया को आशंका है कि उत्तर कोरिया अगले कुछ हफ्तों में एक और परमाणु परीक्षण कर सकता है. लिहाजा दक्षिण कोरिया ने भी अपनी सेना को हाई अलर्ट पर रखा है.