Advertisement

पढ़ें: ऑपरेशन एटेंबे की पूरी कहानी, जिसमें गई नेतन्याहू के भाई की जान, मोदी ने किया जिक्र

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब अपनी ऐतिहासिक यात्रा पर इजरायल पहुंचे तो उस दौरान वे खुद को 'ऑपरेशन एंटेबे' की चर्चा करने से नहीं रोक सके. इस ऑपरेशन में इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के भाई लेफ्टिनेंट कर्नल नेतन्याहू की मौत हो गई थी.

ऑपरेशन एटेंबे की पूरी कहानी ऑपरेशन एटेंबे की पूरी कहानी
सुरभि गुप्ता
  • नई दिल्ली,
  • 04 जुलाई 2017,
  • अपडेटेड 10:31 PM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब अपनी ऐतिहासिक यात्रा पर इजरायल पहुंचे तो उस दौरान वे खुद को 'ऑपरेशन एंटेबे' की चर्चा करने से नहीं रोक सके. इस ऑपरेशन में इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के भाई लेफ्टिनेंट कर्नल नेतन्याहू की मौत हो गई थी. इजरायली सैनिकों ने सन 1976 में युगांडा में बंधक बने अपने नागरिकों को बचाने के लिए इस साहसिक ऑपरेशन को अंजाम दिया था. जिसका अंत 4 जुलाई को ही सन 1976 में हुआ था.

Advertisement

आज से 41 वर्ष पहले 27 जून, 1976 को तेल अवीव से पेरिस के लिए रवाना हुई एक फ्लाइट ने थोड़ी देर एथेंस में रुकने के बाद उड़ान भरी ही थी कि पिस्टल और ग्रेनेड लिए चार यात्रियों ने विमान को अपने कब्जे में लिया. 'पॉपुलर फ्रंट फॉर द लिबरेशन फॉर फिलिस्तीन' के आतंकवादी विमान को पहले लीबिया के बेनगाजी और फिर युगांडा के एंटेबे हवाई अड्डे पर ले गए.

युगांडा के तत्कालीन तानाशाह ईदी अमीन भी अपहरणकर्ताओं के समर्थन में थे. अपहरणकर्ताओं ने बंधकों के जान की धमकी देते हुए मांग की थी कि इजरायल, कीनिया और तत्कालीन पश्चिमी जर्मनी की जेलों में रह रहे 54 फिलीस्तीन कैदियों को रिहा किया जाए. इजरायल ने अपने नागरिकों को बचाने के लिए 4 जुलाई को कुछ फैंटम जेट लड़ाकू विमानों को सेना के सबसे काबिल 200 सैनिकों के साथ रवाना किया.

Advertisement

इस ऑपरेशन की योजना इस तरह बनाई गई थी कि युगांडा के सैनिकों को लगे कि इन विमानों में राष्ट्रपति ईदी अमीन विदेश यात्रा से वापस लौट रहे हैं. अमीन उन दिनों मॉरीशस की यात्रा पर थे. इजरायली सैनिकों ने युगांडा के सैनिकों की वर्दी पहनी हुई थी.

इजरायली सैनिकों ने हवाई अड्डे पर खड़े युगांडा के लड़ाकू विमान ध्वस्त किए और सभी सात अपहरणकर्ताओं को मार गिराया. पूरे अभियान में इजरायल का सिर्फ एक सैनिक मारा गया. ये इजरायल के मौजूदा पीएम बेंजामिन के भाई लेफ्टिनेंट कर्नल नेतन्याहू थे, जिन्हें एक गोली लगी थी. वे घायल हो गए थे और इजरायल वापस लौटते हुए विमान में ही उनकी मौत हो गई थी.

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement