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पाकिस्तान की एक भ्रष्टाचार निरोधक अदालत ने मंगलवार को कथित भ्रष्टाचार के तीन मामलों में PML-N सुप्रीमो नवाज शरीफ के दो बेटों को बरी कर दिया है. हसन और हुसैन नवाज को 2018 में पनामा पेपर्स से संबंधित एवेनफील्ड, फ्लैगशिप और अल-अजीजिया भ्रष्टाचार मामलों में नाम सामने आया था.
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एजेंसी के मुताबिक, 2018 में राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (NAB) द्वारा दायर एवेनफील्ड अपार्टमेंट, अल-अजीज़िया और फ्लैगशिप इन्वेस्टमेंट मामलों की जांच में शामिल नहीं होने पर दोनों भाइयों को अपराधी घोषित कर दिया गया था. हालांकि, दोनों के विदेश में होने के कारण उनका ट्रायल नहीं हो सका. जबकि उनके पिता शरीफ को एवेनफिल्ड और अल-अजीज़िया भ्रष्टाचार मामलों में दोषी ठहराया गया था, लेकिन फ्लैगशिप मामले में बरी कर दिया गया था.
चार साल बाद लंदन से पाकिस्तान लौटे नवाज
तीन बार के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के प्रमुख शरीफ लगभग चार साल का निर्वासन समाप्त करने के बाद पिछले साल अक्टूबर में लंदन से पाकिस्तान आए थे. उन्होंने दो मामलों में अपनी दोषसिद्धि को चुनौती दी और इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया. इससे पहले अदालत ने शरीफ के बेटों को भगोड़ा अपराधी घोषित करने के अपने पहले के आदेश को रद्द करके और उनके स्थायी गिरफ्तारी वारंट को रद्द करके बड़ी राहत दी थी.
मंगलवार को बरी होने के साथ ही उनके दो बेटों के खिलाफ मामले खत्म हो गया. नवाज शरीफ के पूरे परिवार को उन मामलों से बरी कर दिया गया है जो 2017 में उनके और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ शुरू किए गए थे जब उन्हें सुप्रीम कोर्ट ने अयोग्य घोषित कर दिया था.
भ्रष्टाचार के मामले में फंसा परिवार
दोनों भाई, जो ब्रिटिश नागरिक हैं 2018 में अपने पिता नवाज शरीफ, बहन मरियम नवाज और उनके पति मुहम्मद सफदर के साथ भ्रष्टाचार के मामलों में फंस गए थे. नवाज शरीफ, मरियम और सफदर को एवेनफील्ड में दोषी ठहराया गया था.