
पाकिस्तान के पेशावर में आत्मघाती हमले के बाद देशभर में अलर्ट की स्थिति बनी हुई है. इस हमले में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी. हमले के बाद पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने सभी राजनीतिक दलों से आतंक के खिलाफ एकजुट होने को कहा है.
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ खान का कहना है कि सिर्फ एक संप्रदाय या समाज के एक वर्ग को नहीं बल्कि पूरे देश को निशाना बनाने वाले इन आतंकियों के खिलाफ हम सभी को एकजुट होना पड़ेगा.
संसद भवन के बाहर पत्रकारों से बातचीत में ख्वाजा आसिफ से आतंकियों के खिलाफ सेना के किसी तरह के नए ऑपरेशन के बारे में पूछा गया, जिसके जवाब में उन्होंने कहा कि आतंक के सफाए के लिए नया मिलिट्री ऑपरेशन शुरू करने का फैसला उच्चस्तरीय राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (एनएससी) में लिया जाएगा.
उन्होंने कहा कि यह फैसला राष्ट्रीय सुरक्षा समिति का है. इस तरह के फोरम पर ऐसी चीजों पर फैसला नहीं लिया जा सकता.
उन्होंने बाद में संसद को संबोधित करते हुए सभी राजनीतिक दलों से आतंकियों के खिलाफ एकजुट होने को कहा.
उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ जर्ब-ए-अज्ब ऑफरेशन के समय जिस तरह की सहमति थी, वैसी सहमति की आज की जरूरत है. ऐसी उम्मीद की जा रही है कि प्रधानमंत्री इस दिशा में कोई कदम उठाएंगे.
रक्षा मंत्री ने कहा कि पेशावर हमला 2014 में आर्मी पब्लिक स्कूल पर हुए हमले से कम नहीं है. आतंक की वजह से पाकिस्तान को 126 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है. सैन्यकर्मियों, पुलिस अधिकारियों सहित 83,000 लोग अब तक आतंक की भेंट चढ़ चुके हैं.
इमरान खान पर फोड़ा ठीकरा
उन्होंने तालिबान से वार्ता को लेकर इमरान खान की पूर्ववर्ती सरकार को कटघरे में खड़ा किया. उन्होंने कहा कि दो साल पहले हमें बताया गया कि हम इन लोगों (आतंकियों) से बात कर सकते हैं. बाद में उन्हें देश में पैठ जमाने दिया गया.
ख्वाजा आसिफ खान ने कहा कि पाकिस्तान में 450,000 से अधिक अफगानी हैं, जो अपने वतन नहीं लौटे और अब पाकिस्तना में परिवहन कारोबार में घुस चुके हैं.
पाकिस्तान के गृहमंत्री राना सनाउल्लाह ने भी संसद को संबोधित करते हुए कहा कि आतंकवाद से निपटने के लिए एक पॉलिसी तैयार की जाएगा.