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अपने बच्चों को बचाने के लिए हाफिज पर की कार्रवाई: पाक मंत्री

अमेरिका पिछले कुछ समय से पाकिस्तान पर आतंक के खिलाफ कठोर कार्रवाई न करने का आरोप लगा रहा था.

हाफिज सईद (फाइल फोटो) हाफिज सईद (फाइल फोटो)
भारत सिंह
  • लाहौर,
  • 03 जनवरी 2018,
  • अपडेटेड 10:00 PM IST

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री खुर्रम दस्तगीर खान ने कहा है कि हाफिज सईद के संगठनों जमात-उद-दावा (JuD) और फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन (एफआईएफ) पर कार्रवाई अमेरिका के दबाव में नहीं की गई है. खान ने कहा है कि इस पर फैसला पाकिस्तानी सरकार ने गंभीर चर्चा के बाद लिया है.

उन्होंने कहा, 'हमने इनपर कार्रवाई इसलिए की ताकि स्कूलों में हमारे बच्चे सुरक्षित रहें।' पाकिस्तान ने सईद के संगठनों जेयूडी और एफआईएफ के चंदा लेने से सोमवार से ही रोक लगा दी है.

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अमेरिका पिछले कुछ समय से पाकिस्तान पर आतंक के खिलाफ कठोर कार्रवाई न करने का आरोप लगा रहा था. इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान को दी जाने वाली 255 मिलियन डॉलर की सैन्य मदद को रोकने का फैसला लिया था.

ट्रंप ने पाकिस्तान पर आरोप लगाया था कि उसने अमेरिका को झूठ और छलावे के सिवा और कुछ नहीं दिया है. ट्रंप ने कहा था कि पाकिस्तान ने आतंकवादियों को सुरक्षित पनाह ही है. इसके बाद ही पाक सरकार ने संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद प्रतिबंधों की सूची के मुताबिक हाफिज के जेयूडी, एफआईएफ और अन्य संगठनों के चंदा जमा करने पर रोक लगाई थी.

पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक सिक्यॉरिटीज ऐंड एक्सचेंज कमिशन ऑफ पाकिस्तान (एसईसीपी) ने इस सिलसिले में एक अधिसूचना जारी की थी. खान ने बीबीसी उर्दू से कहा, 'हमने जेयूडी और एफआईएफ पर ट्रंप प्रशासन के दबाव में कार्रवाई नहीं की. हमने गंभीर चर्चा के बाद सईद के संगठनों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की.'

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उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई ऑपरेशन रादुल फसाद के तहत की गई. पिछले साल फरवरी में पाकिस्तान सेना ने इसे शुरू किया था. इसका उद्देश्य छिपे हुए आतंकी स्लीपर सेलों का स्थानीय कानूनी एजेंसियों की मदद से से देश से सफाया करना है.

मंत्री ने कहा कि हमने इन संगठनों के खिलाफ कार्रवाई इसलिए की ताकि हमारे बच्चे स्कूलों में सुरक्षित रहें. उन्होंने कहा कि हम नहीं चाहते कि एक दिन ये (ऐसे संगठनों से जुड़े लोग) बंदूक लेकर अपने ही देश पर हमला बोल दें.

पाकिस्तान की वर्तमान सरकार जमात-उद-दावा और एफआईएफ की तरफ से चलाए जा रहे चैरिटी के कामों को भी अपने नियंत्रण में करने के बारे में सोच रही है. पाकिस्तान स्थित संगठन एफआईएफ का लश्कर और जैश जैसे प्रतिबंधित आतंकी संगठनों के साथ भी संबंध है.

इस फैसले के खिलाफ मंगलवार को जूयीडी और एफआईएफ कार्यकर्ताओं ने लाहौर में अपने हेडक्वार्टर के बाहर रैली निकाली. जेयूडी के नेता हाफिज अब्दुर रहमान ने आरोप लगाया कि पाक सरकार ने ये कदम भारत और अमेरिका के दबाव में उठाए हैं.

उन्होंने कहा, 'जो इन संगठनों पर लगाम लगाने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें अल्लाह देख लेगा. हम कोई अपराध नहीं कर रहे हैं, बल्कि मानवता की सेवा कर रहे हैं.'

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