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12 साल के बाद PAK विदेश मंत्री का बांग्लादेश दौरा... दोनों मुल्कों में क्या पक रही खिचड़ी?

पाकिस्तान और बांग्लादेश हसीना सरकार के पतन के बाद अपने संबंधों में सुधार का प्रयास कर रहे हैं. नई-नई मित्रता के बाद, कराची से पहला सीधा मालवाहक जहाज नवंबर के मध्य में बांग्लादेश के चटगांव बंदरगाह पर पहुंचा, जिसके बारे में अधिकारियों ने कहा कि यह द्विपक्षीय व्यापार में एक बड़ा कदम है. बांग्लादेश ने पहले ही पाकिस्तान से जल्द ही सीधी उड़ानें फिर से शुरू करने की घोषणा की है.

पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार (L) और बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मुहम्मद यूनुस (R). (PTI Photo) पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार (L) और बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मुहम्मद यूनुस (R). (PTI Photo)
aajtak.in
  • इस्लामाबाद,
  • 04 जनवरी 2025,
  • अपडेटेड 8:20 AM IST

पाकिस्तान के उपप्रधान मंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने घोषणा की है कि वह अगले महीने बांग्लादेश का दौरा करेंगे, जो 2012 के बाद किसी पाकिस्तानी मंत्री का पहला दौरा होगा. यह घोषणा पिछले महीने काहिरा में डी-8 शिखर सम्मेलन के इतर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस की मुलाकात के कुछ सप्ताह बाद आई है. पूर्व विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार 2012 में ढाका की यात्रा करने वाली आखिरी विदेश मंत्री थीं. 

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इस्लामाबाद में गुरुवार को एक संवाददाता सम्मेलन में बोलते हुए, इशाक डार ने कहा कि 3-5 फरवरी तक मलेशिया दौरे से लौटने के बाद उनके 5 फरवरी या उसके बाद बांग्लादेश जाने की संभावना है. यह देखते हुए कि पाकिस्तान और बांग्लादेश हसीना सरकार के पतन के बाद अपने संबंधों में सुधार का प्रयास कर रहे हैं, इशाक डार ने कहा: 'बांग्लादेश एक खोए हुए भाई की तरह है. हमारा लक्ष्य आर्थिक और व्यापार सहयोग को मजबूत करना है.'

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मुहम्मद यूनुस ने भी स्वीकारा पाकिस्तान दौरे का निमंत्रण

इशाक डार ने काहिरा में एक बैठक के दौरान यूनुस और अपने बांग्लादेशी समकक्ष से अपने निमंत्रण का भी जिक्र किया. द एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार के अनुसार, विदेश मंत्री ने पुष्टि की कि यूनुस ने पारस्परिक रूप से सहमत तारीखों पर इस्लामाबाद की यात्रा करने के पाकिस्तान के निमंत्रण को भी स्वीकार कर लिया है. पिछले साल 5 अगस्त को छात्रों के नेतृत्व वाले विरोध प्रदर्शन के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना को सत्ता से बेदखल किए जाने के बाद मुहम्मद यूनुस ने मुख्य सलाहकार के रूप में कार्यभार संभाला था.

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नई-नई मित्रता के बाद, कराची से पहला सीधा मालवाहक जहाज नवंबर के मध्य में बांग्लादेश के चटगांव बंदरगाह पर पहुंचा, जिसके बारे में अधिकारियों ने कहा कि यह द्विपक्षीय व्यापार में एक बड़ा कदम है. दूसरा मालवाहक जहाज दिसंबर के अंत में पाकिस्तान से बांग्लादेश पहुंचा. बांग्लादेश ने पहले ही पाकिस्तान से जल्द ही सीधी उड़ानें फिर से शुरू करने की घोषणा की है. काहिरा में अपनी बैठक के दौरान, शहबाज शरीफ ने ढाका और इस्लामाबाद के बीच रणनीतिक संबंधों का आह्वान किया था और कहा था, 'हम अपने भाई-देश बांग्लादेश के साथ अपने संबंधों को मजबूत करने की आशा कर रहे हैं.'

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बांग्लादेश ने PAK से की 1971 के मुद्दों को सुलझाने की मांग

हालांकि, बांग्लादेश ने पाकिस्तान से 1971 के मुद्दों को सुलझाने के लिए कहा था ताकि ढाका को 'भविष्य की पीढ़ियों के लिए हमेशा के लिए' इस्लामाबाद के साथ अपने संबंधों को आगे बढ़ाने में मदद मिल सके. यूनुस ने ढाका को इस्लामाबाद के साथ अपने संबंधों को आगे बढ़ाने में मदद करने के लिए शरीफ से 1971 के मुद्दों को सुलझाने का आग्रह किया और कहा: 'मुद्दे बार-बार आते रहे हैं. आइए आगे बढ़ने के लिए उन मुद्दों को सुलझाएं.' शेख हसीना के 15 साल के कार्यकाल के दौरान पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच रिश्ते तनावपूर्ण रहे.

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इस बीच, बांग्लादेश के द बिजनेस स्टैंडर्ड ने बताया कि बांग्लादेश बार-बार चाहता है कि पाकिस्तान पिछले शासन के दौरान 1971 में निहत्थे बंगालियों के खिलाफ किए गए अत्याचारों के लिए 'औपचारिक घोषणा के साथ सार्वजनिक रूप से माफी मांगे'. इसमें कहा गया है कि फरवरी 2023 में बांग्लादेश ने पाकिस्तान के तत्कालीन विदेश राज्य मंत्री को भी यही संदेश दिया था.
 

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