
पाकिस्तान के गृह राज्य मंत्री तलाल चौधरी ने गुरुवार को भारत पर देश में आतंकवाद को बढ़ावा देने जैसा बेतुका आरोप लगाया. लगातार आतंकी हमलों से जूझ रहे पाकिस्तान ने इन हमलों को लेकर भारत को दोष दिया है. पाकिस्तान के गृह राज्य मंत्री तलाल चौधरी के अनुसार, देश की सुरक्षा स्थिति लगातार खराब होती जा रही है तथा देश में प्रतिदिन औसतन नौ आतंकवादी हमले हो रहे हैं.
भारत के खिलाफ पाकिस्तान के आरोप
इस्लामाबाद में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों से बात करते हुए पाकिस्तानी मंत्री ने दावा किया कि आतंक के संचालक, ट्रेनिंग कैंप्स और आतंकवादी गतिविधियों के लिए वित्तीय सहायता सीमा पार से आ रही है.
उन्होंने कहा, 'इसमें कोई संदेह नहीं है कि यह सब पड़ोसी देशों से हो रहा है. हैंडलर वहीं हैं, ट्रेनिंग वहीं हो रही है और फंडिंग सीमा पार से हो रहा है. हम इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाएंगे और अमेरिका तथा अन्य वैश्विक मंचों से मदद मांगेंगे.'
उन्होंने आगे बताया कि पाकिस्तान ने पहले भी कुलभूषण जाधव के मामले सहित कई मामलों में कथित भारतीय संलिप्तता पर डॉक्यूमेंट्स उपलब्ध कराए हैं. उन्होंने कहा, 'हम अपने मित्र देशों को साथ लेकर चलेंगे और उनके सामने ये सभी तथ्य पेश करेंगे ताकि वे ऐसी गतिविधियों को रोकने में भूमिका निभा सकें.'
चौधरी की यह टिप्पणी बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) के विद्रोहियों द्वारा 11 मार्च को बलूचिस्तान के बोलन जिले में जाफर एक्सप्रेस हाइजैक के बाद आई है. इस ट्रेन हाइजैक में कई लोग मारे गए थे और सुरक्षा में चूक को लेकर कई चिंताएं पैदा हो गई थीं.
पाकिस्तान के आरोपों पर भारत क्या बोला?
भारत ने जाफर एक्सप्रेस हमले को लेकर पाकिस्तान के दावों को मजबूती से खारिज कर दिया है. 14 मार्च को विदेश मंत्रालय (एमईए) के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, 'हम निराधार आरोपों का दृढ़ता से खंडन करते हैं. दुनिया जानती है कि वैश्विक आतंकवाद का केंद्र कहां है. पाकिस्तान को अपनी विफलताओं के लिए दूसरों को दोष देने के बजाय अपने घरेलू मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए.'
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने भी लगाया भारत पर आरोप
चौधरी के अलावा पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता शफकत अली खान ने भी भारत पर बेबुनियादी आरोप लगाया है. पाकिस्तान में हाल ही में एक अज्ञात बंदूकधारी ने लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के आतंकवादी अबू कताल की हत्या कर दी थी. इसी संदर्भ में उन्होंने भारत पर दोष मढ़ा है.
पाकिस्तानी प्रवक्ता ने भारत के साथ-साथ अफगानिस्तान पर भी आरोप लगाया है. उनका कहना है कि पाकिस्तान में आतंक फैलाने के लिए हथियारों की सप्लाई अफगान तालिबान कर रहा है.
वहीं, राज्य मंत्री चौधरी ने अफगान तालिबान को पाकिस्तान की सीमाओं के भीतर आतंकवादी गतिविधियों को स्पॉन्सर करने के लिए जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान के लोगों और हमारे सुरक्षा बलों के खिलाफ इस्तेमाल किए जा रहे हथियार अफगान सरकार के हाथों में नहीं, बल्कि आतंकवादियों के हाथों में हैं.'
मौजूदा संकट के लिए पीटीआई सरकार जिम्मेदार
मंत्री ने इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पर निशाना साधते हुए कहा कि पाकिस्तान के वर्तमान सुरक्षा हालातों के लिए पिछली सरकार जिम्मेदार है.
उन्होंने कहा, 'अगर उग्रवादियों को यहां बसने की अनुमति नहीं दी गई होती, तो ये हालात पैदा नहीं होते. जब लोग हथियार उठाते हैं, तो इसका एकमात्र समाधान बल से जवाब देना है.'
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पीटीआई ने पाकिस्तान के खिलाफ काम करने वाली कई लॉबी को फंड दिया है. उन्होंने दावा किया, 'पीटीआई नेताओं ने अमेरिका में पाकिस्तान के खिलाफ लॉबिंग में भारत और इजरायल के संयुक्त खर्च से भी ज्यादा पैसा खर्च किया है.'
पाकिस्तान में रोजाना हो रहे 9 आतंकी हमले
आतंकवाद पर आंकड़े देते हुए मंत्री तलाल चौधरी ने कहा कि पाकिस्तान में रोजाना औसतन नौ आतंकवादी हमले हो रहे हैं. उन्होंने बताया, 'इन हमलों के कारण प्रतिदिन तीन कानूनी अधिकारी, दो नागरिक अपनी जान गंवा रहे हैं, जबकि सात सुरक्षाकर्मी और चार नागरिक घायल हो रहे हैं.'
1 जनवरी से 16 मार्च तक पाकिस्तान में हुए आतंकवादी हमलों में 1,141 लोग मारे गए या घायल हुए, जिनमें से 1,127 पीड़ित खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान से थे.
उन्होंने आगे कहा कि फरवरी 2024 से आतंकवादी घटनाओं में पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 30% की वृद्धि हुई है, जिसमें 95% हमले बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा में हुए हैं.