
पाकिस्तान के चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (COAS) जनरल कमर जावेद बाजवा ने चीन के सेंट्रल मिलिट्री कमीशन के वाइस चेयरमैन जनरल शू किलियांग से कश्मीर मुद्दे पर चर्चा की. एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने इंटर-सर्विस पब्लिक रिलेशंस (ISPR) के बयान के हवाले से मंगलवार को कहा, 'सीएमएस के वाइस चेयरमैन की अगुवाई में चीन के एक प्रतिनिधिमंडल ने (सोमवार को) जीएचक्यू का दौरा किया.' इस दौरान जनरल शू और कमर बाजवा ने व्यक्तिगत रूप से बातचीत की, जिसमें उन्होंने क्षेत्रीय सुरक्षा और द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की. बयान के अनुसार, जनरल बाजवा ने कश्मीर मुद्दे पर बीजिंग के रुख और समर्थन की तारीफ की.
सीएमएस के वाइस चेयरमैन ने जोर देकर कहा कि चीन पाकिस्तान और उसकी सेना के साथ अपने पुराने रिश्तों को अहम मानता है. सेना की मीडिया शाखा ने कहा कि पाकिस्तानी सेना के क्षमता निर्माण और रक्षा सहयोग को बढ़ावा देने के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर भी हस्ताक्षर किया गया.
जीएचक्यू आने पर जनरल शू को गॉर्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया. नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद चीन ने पाकिस्तान का समर्थन किया है. इसी महीने पाकिस्तान के 'पक्के दोस्त' चीन के आग्रह पर भारत-पाकिस्तान पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की क्लोज-डोर बैठक आयोजित हुई थी. बैठक में चीन को छोड़कर, परिषद के शेष सभी स्थाई सदस्यों ने भारत के रुख का समर्थन किया था.
सोमवार को फ्रांस में हुए जी-7 सम्मेलन से इतर पीएम नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति की मुलाकात हुई. दोनों नेताओं के बीच गहरी दोस्ती देखने को मिली. पीएम मोदी ने राष्ट्रपति ट्रंप के आगे दो-टूक कहा कि पाकिस्तान के साथ भारत के सभी मसले द्विपक्षीय हैं और इसमें हम किसी तीसरे देश को कष्ट नहीं देना चाहते.
वहीं ट्रंप भी अपने मध्यस्थता वाले बयान पर यू-टर्न लेते नजर आए. उन्होंने कहा, पीएम मोदी ने मुझे बताया कि कश्मीर में हालात नियंत्रण में हैं और पाकिस्तान के साथ बात कर वे कोई बेहतर हल निकाल लेंगे. ट्रंप और मोदी की मुलाकात के बाद पाकिस्तान के पीएम इमरान खान बौखला गए.
उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को रद्द कर ऐतिहासिक गलती की है और ऐसा करके उन्होंने कश्मीर की 'आजादी' का रास्ता खोल दिया है. तमाम प्रयासों के बावजूद कश्मीर मुद्दे पर दुनियाभर के दरवाजे बंद होने के बाद खान ने कश्मीर मुद्दे पर देश को संबोधित करते हुए राजनयिक मोर्चे पर जीत का दावा किया.