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बलूचिस्तान ट्रेन हमले में मारे गए 31 बंधक, इनमें 18 सैनिक शामिल, पाकिस्तानी सेना ने बताया पूरा घटनाक्रम

बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) के आतंकवादियों ने मंगलवार को बलूचिस्तान के बोलन इलाके में 400 से ज्यादा यात्रियों को ले जा रही जाफर एक्सप्रेस पर घात लगाकर हमला किया और यात्रियों को बंधक बना लिया था.

बलूचिस्तान ट्रेन अटैक बलूचिस्तान ट्रेन अटैक
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 15 मार्च 2025,
  • अपडेटेड 6:50 AM IST

पाकिस्तान (Pakistan) के सैन्य प्रवक्ता ने शुक्रवार, 14 मार्च को कहा कि बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी के आतंकवादियों द्वारा ट्रेन अपहरण में मरने वालों की संख्या बढ़कर 31 हो गई है. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, चौधरी ने कहा कि हताहतों में 18 सैनिक, तीन रेलवे कर्मचारी और पांच नागरिक शामिल हैं, जिन्हें विद्रोहियों ने 24 घंटे से अधिक समय तक बंधक बनाए रखा. बता दें कि इससे पहले सेना का बयान आया था कि कुल 26 लोग मारे गए थे.

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बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री सरफराज बुगती के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने कहा कि सेना के ऑपरेशन की शुरुआत से पहले आतंकवादियों ने 26 बंधकों को मार डाला था. उन्होंने कहा कि बचाव अभियान के दौरान पांच अन्य सैनिकों की जान चली गई. जनरल ने कहा कि कुल 354 बंधकों को बचाया गया. 

उन्होंने यह भी कहा कि ऑपरेशन के दौरान फ्रंटियर कोर के पांच अर्धसैनिक बल के जवान मारे गए, जिनमें फ्रंटियर कोर के चार जवान भी शामिल हैं. 

BLA ने जाफर एक्सप्रेस को किया था हाईजैक

बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) के आतंकवादियों ने मंगलवार को बलूचिस्तान के बोलन इलाके में 400 से ज्यादा यात्रियों को ले जा रही जाफर एक्सप्रेस पर घात लगाकर हमला किया और यात्रियों को बंधक बना लिया, जिसके बाद सुरक्षा बलों ने अभियान शुरू किया जो अगले दिन शाम तक चला.

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30 घंटे तक चला रेस्क्यू ऑपरेशन

सुरक्षा बलों ने बुधवार को ट्रेन पर बचाव कार्य शुरू किया, 30 घंटे तक चला. इस दौरान सभी 33 आतंकवादी मारे गए और 300 से ज्यादा यात्रियों को सफलतापूर्वक बचाया गया. सेना के प्रवक्ता ने कहा कि कुल 354 बंधकों को बचाया गया, जिनमें 37 घायल यात्री शामिल हैं.

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भारत पर पाकिस्तान का आरोप

अहमद शरीफ चौधरी ने एक बार फिर भारत पर प्रांत में अशांति फैलाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, "पाकिस्तान में आतंकवाद का मुख्य प्रायोजक हमारा पड़ोसी देश है."

पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता ने पूर्व भारतीय नौसेना अधिकारी कुलभूषण जाधव का एक कथित वीडियो भी दिखाया, जिसमें उन्होंने बलूचिस्तान में आतंकवादी गतिविधियों में भारत की जासूसी एजेंसी रॉ की संलिप्तता की बात कबूल की है.

उन्होंने आतंकवाद के बारे में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल सहित कुछ भारतीय नेताओं और अधिकारियों के बयान साझा किए और फिर कहा कि जाफर एक्सप्रेस ट्रेन हमला उसी योजना का एक हिस्सा था.”

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भारत की दो टूक

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इससे पहले दिन में भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ आतंकवाद को समर्थन देने के आरोपों को खारिज कर दिया और कहा कि इस्लामाबाद को अपनी विफलताओं के लिए दूसरों पर दोष मढ़ने से पहले अपने अंदर झांकना चाहिए. भारत ने यह भी कहा कि पूरी दुनिया जानती है कि वैश्विक आतंकवाद का केंद्र कहां है.

मुख्यमंत्री बुगती ने ट्रेन में सवार होने वाले यात्रियों और बचाए गए यात्रियों की संख्या में अंतर के बारे में बात करते हुए कहा कि रेलवे ने 425 टिकट जारी किए थे, लेकिन हो सकता है कि वे सभी स्टेशन से नहीं चढ़े हों, जबकि कुछ के दूसरे स्टेशनों से चढ़ने की उम्मीद थी.

उन्होंने यह भी कहा कि यह उम्मीद की जा रही है कि आतंकवादियों को मार गिराए जाने के समय कुछ यात्री घटनास्थल से भाग गए होंगे और वे अगले कुछ दिनों में वापस आ सकते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि दो यात्री, जो छिपे हुए थे, वापस आ गए.

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पाक सेना चला रही खुफिया ऑपरेशन

सेना के प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान के सुरक्षा बल आतंकवाद के खतरे को खत्म करने के लिए हर रोज करीब 180 खुफिया ऑपरेशन चला रहे हैं. 2024 में 59,775 ऑपरेशन किए गए और 2025 में अब तक 11,654 ऑपरेशन किए जा चुके हैं. अब तक 2024 और 2022 में 1,250 आतंकवादी मारे गए हैं.

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हाल के वर्षों में आतंकवाद में वृद्धि के बारे में बात करते हुए सेना के प्रवक्ता ने कहा कि इसका मुख्य कारण अफगानिस्तान है, जहां आतंकवादियों को जगह मिल रही है और प्रतिबंधित संगठनों जैसे तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) को समर्थन, ट्रेनिंग और मेनपॉवर मिल रहा है. 

उन्होंने कहा, "लेकिन पाकिस्तान के दुश्मन पाकिस्तान में शांति और प्रगति नहीं चाहते हैं और इस मकसद के लिए आतंकवादियों का इस्तेमाल प्रॉक्सी के रूप में करते हैं."

सैन्य अभियान की जानकारी देते हुए उन्होंने मैप्स के जरिए दिखाया कि इलाके तक पहुंचना बहुत कठिन था. आतंकवादियों ने ट्रैक को उड़ा दिया और तैनात फ्रंटियर कोर के चार सैनिकों को मार डाला. उन्होंने यह भी कहा कि आतंकवादी पूरे ऑपरेशन के दौरान अफगानिस्तान में अपने आकाओं के संपर्क में थे.
 

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