Advertisement

दबाव में इमरान खान, मसूद अजहर को UNSC में ग्लोबल टेररिस्ट घोषित करने का नहीं करेगा विरोध

पाकिस्तान के अगले कदम और आतंकी मसूद अजहर के भविष्य पर एक विश्वसनीय सू्त्र ने बताया कि अभी वह यह नहीं कह सकते हैं कि उसे घर में नजरबंद किया जाएगा या हिरासत में लिया जाएगा.

फोटो-twittter/PTIofficial फोटो-twittter/PTIofficial
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 04 मार्च 2019,
  • अपडेटेड 8:53 AM IST

पाकिस्तान के खिलाफ भारत द्वारा बनाया जा रहा चौतरफा दबाव काम आया है. भारत के साथ तनाव कम करने के लिए इमरान खान जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर पर एक्शन लेने को तैयार हो गए है. रिपोर्ट के मुताबिक अगर भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में मौलाना मसूद अजहर को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित करवाने के लिए कदम उठाता है तो पाकिस्तान इसका विरोध नहीं करेगा.

Advertisement

एक सूत्र ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया, ‘‘सरकार ने सैद्धांतिक रूप से जेईएम (मौलाना मसूद अजहर) के नेतृत्व पर कार्रवाई करने का निर्णय किया है.’’उन्होंने बताया कि जेईएम के खिलाफ देश में कार्रवाई ‘‘जल्द ही किसी भी समय’’ हो सकती है.

सूत्रों के मुताबिक भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने के लिए इमरान खान सरकार ने JeM के खिलाफ अहम एक्शन ले सकता है. पाकिस्तान के अगले कदम और आतंकी मसूद अजहर के भविष्य पर एक विश्वसनीय सू्त्र ने बताया कि अभी वह यह नहीं कह सकते हैं कि उसे घर में नजरबंद किया जाएगा या हिरासत में लिया जाएगा.

पाकिस्तान द्वारा इंडियन पायलट विंग कमांडर अभिनंदन को वापस भेजने के बाद तनाव कम करने की कोशिश में इमरान खान सरकार का ये अहम फैसला है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एक सुरक्षा अधिकारी ने संकेत दिया कि पाकिस्तान जैश चीफ को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा वैश्विक आतंकी घोषित कराने के प्रस्ताव पर अपने विरोध को वापस ले सकता है.

Advertisement

पाकिस्तान के अखबार एक्सप्रेस ट्रिब्यून के मुताबिक जब अधिकारी से पूछा गया कि क्या पाकिस्तान अब जैश सरगना के खिलाफ सुरक्षा परिषद की कार्रवाई का और विरोध नहीं करेगा तो उन्होंने कहा, ‘‘देश को फैसला लेना होगा कि व्यक्ति महत्वपूर्ण है या देश का व्यापक राष्ट्रीय हित अहम है.’’

बता दें कि अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने 27 फरवरी को को पाकिस्तान में ठिकाना बना कर भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधियां चलाने वाले मसूद अजहर को UNSC में वैश्विक आतंकी घोषित करने के लिए नए सिरे से प्रस्ताव रखा था. UNSC के पांच स्थायी सदस्यों में से अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित कराने के पक्ष में हैं, हालांकि चीन का इस मामले में अबतक रवैया साफ नहीं है. पहले भी चीन मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित कराने के भारत के प्रयासों का विरोध कर चुका है. अगर मसूद अजहर को ग्लोबल टेररिस्ट कर दिया जाता है तो दुनिया में कहीं भी उसकी यात्रा पर प्रतिबंध लग जाएगा और उसकी संपत्तियां फ्रीज हो जाएंगी.

बता दें कि अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित कराने के लिए पिछले 10 साल में संयुक्त राष्ट्र में इस तरह का यह चौथा प्रयास है. भारत ने 2009 में जैश सरगना को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित करने के लिए प्रस्ताव रखा था.

Advertisement

इस बावत पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी से जब बात की गई तो उन्होंने कहा, "सरकार ने पहले भी जेईएम समेत प्रतिबंधित संगठनों के खिलाफ कार्रवाई की है और उनके खिलाफ भविष्य में कोई भी कार्रवाई राष्ट्रीय कार्य योजना और वित्तीय कार्रवाई कार्य बल के संबंध में हमारी प्रतिबद्धताओं के अनुसार की जाएगी."

जब उनसे आगे यह पूछा गया कि क्या पाकिस्तान की सरकार जल्द जैश के खिलाफ कोई बड़ी कार्रवाई करने वाली है, तो अपने जवाब में उन्होंने इसके खारिज नहीं किया. उन्होंने कहा, "प्रतिबंधित संगठनों के खिलाफ कोई भी कार्रवाई नेशनल एक्शन प्लान के मुताबिक की जाएगी." फवाद चौधरी ने कहा कि इसी सिलसिले में बहावलपुर में एक मदरसे और मस्जिद को अपने कंट्रोल में ले लिया है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement