
ईरान से जारी तनाव के बीच पाकिस्तान ने एहतियातन एक बड़ा कदम उठाया है. पाकिस्तान नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (सीएए) ने पाकिस्तानी एयरलाइंस को ईरान के एयरस्पेस नहीं इस्तेमाल करने का निर्देश दिया है.
सूत्रों के मुताबिक सीएए ने कहा है कि अतीत में ईरान के एयरस्पेस में देखी गई सुरक्षा चूक और खराब नियंत्रण की स्थिति को देखते हुए पाकिस्तान के राष्ट्रीय और घरेलू एयरलाइंस को ईरान के एयरस्पेस के इस्तेमाल से बचने की सलाह दी जाती है.
पाकिस्तानी न्यूज वेबसाइट ARY ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि पाकिस्तान नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने पाकिस्तान से संबद्ध एयरलाइन कंपनियों को ईरान के बजाय ओमान के एयरस्पेस इस्तेमाल करने की सलाह दी है. इसके अलावा पश्चिम की ओर से आने वाली जहाजों पर भी कड़ी निगरानी शुरू कर दी गई है. सूत्रों के मुताबिक, फिलहाल कॉमर्शियल फ्लाइट के लिए ईरान के एयरस्पेस को नहीं बंद किया गया है. और ना ही पाकिस्तान आने वाली उड़ानों पर किसी तरह का कोई प्रतिबंध लगाया गया है.
दोनों देशों के बीच तनाव का माहौल
ईरान ने मंगलवार को पाकिस्तान के बलूचिस्तान में आतंकी संगठन जैश उल-अदल के ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की थी. ईरान ने पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में मौजूद जैश उल-अदल के आतंकवादी समूह के ठिकानों को निशाना बनाया था.
आतंकी संगठन जैश उल-अदल को 'आर्मी ऑफ जस्टिस' के नाम से भी जाना जाता है. साल 2012 में स्थापित यह संगठन एक सुन्नी आतंकवादी समूह है, जो बड़े पैमाने पर पाकिस्तान से ऑपरेट होता है. अमेरिका और ईरान दोनों ही इस संगठन को आतंकी संगठन घोषित किया हुआ है. इस संगठन में 500 से 600 आतंकी हैं.
दो दिन बाद ही यानी गुरुवार को पाकिस्तान ने ईरान पर पलटवार करते हुए ईरान के प्रांत में ऑपरेशन 'मार्ग बार सरमाचर' के तहत एयरस्ट्राइक कर दी. रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान की इस जवाबी कार्रवाई में 9 गैर-ईरानी नागरिकों की जान चली गई है.
पाकिस्तान ने अपनी एयरस्ट्राइक को सही ठहराया
ईरान में की गई एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने बयान जारी करते हुए कहा कि पाकिस्तान, ईरान की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का पूरा सम्मान करता है. आज की कार्रवाई का एकमात्र मकसद पाकिस्तान का राष्ट्रीय हित था, जो पाकिस्तान के लिए सर्वोपरि है. इससे समझौता नहीं किया जा सकता है.
अंतरराष्ट्रीय समुदाय के एक जिम्मेदार सदस्य के रूप में पाकिस्तान सदस्य देशों की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता सहित संयुक्त राष्ट्र चार्टर के सिद्धांतों और उद्देश्यों का पालन करता है. इन सिद्धांतों और अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुरूप पाकिस्तान अपने वैध अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए किसी भी परिस्थिति में अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता पर आंच नहीं आने देगा.