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हिंदू लड़की को रोता देख पसीजा जज का दिल, पाकिस्तान की कोर्ट ने अपना आदेश बदला

पाकिस्तान की एक कोर्ट ने हिंदू लड़की को बड़ी राहत दी. अगस्त में लड़की का अपहरण हो गया था. परिवार का दावा था कि किडनैपर्स ने उसे जबरन इस्लाम कबूल करवाया फिर उनमें से एक ने उससे शादी कर ली. इस मामले में सबूतों के आधार पर कोर्ट ने लड़की को उसके कथित पति के साथ ही रहने का आदेश दिया लेकिन बाद में जब लड़की के रोते हुए का वायरल वीडियो जब जज के सामने आया तो उसने अपना फैसला बदल दिया.

अप्रैल में घर लौटते समय लड़की को किडनैप कर लिया गया था (फाइल फोटो) अप्रैल में घर लौटते समय लड़की को किडनैप कर लिया गया था (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 20 अक्टूबर 2022,
  • अपडेटेड 10:24 PM IST

पाकिस्तान की एक अदालत ने गुरुवार को बड़ा फैसला सुनाते हुए एक हिंदू लड़की को सुरक्षित उसके घर पहुंचाने का आदेश दिया. इस हिंदू लड़की का हैदराबाद शहर में दो महीने पहले दिनदहाड़े अपहरण कर लिया गया था. बाद में जबरन इस्लाम कबूल करवाकर मुस्लिम युवक ने उससे शादी कर ली थी.

कोर्ट ने इससे पहले लड़की के पति के वकील द्वारा पेश किए गए विवाह प्रमाण पत्र को स्वीकार कर लिया था, जिसके बाद लड़की को उसके माता-पिता के साथ जाने की अनुमति नहीं दी थी. अदालत के इस फैसले के बाद कोर्ट रूम में लड़की का अपनी मां से लिपटकर बुरी तरह रोते हुए का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. जब जज ने उसका वीडियो देखा तो उन्होंने अपना आदेश बदलते हुए लड़की को सुरक्षित घर भेज दिया जाए ताकि वह अपने माता-पिता से मिल सके.

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पति को लड़की से संपर्क न करने की हिदायत

पीटीआई के मुताबिक पाकिस्तान की कोर्ट ने आदेश दिया कि लड़की की मेडिकल जांच भी कराई जाए. वहीं कोर्ट ने कथित पति को मेडिकल रिपोर्ट की पुष्टि होने तक लड़की या उसके परिवार से कोई संपर्क न करने की हिदायत भी दी.

अगस्त में अपहरण, सितंबर तक नहीं दर्ज हुआ केस

पीटीआई के मुताबिक लड़की अपनी बड़ी बहन के साथ एक मिल में काम करती थी. 12 अगस्त को वह मिल से काम करके घर लौट रही थी, तभी हैदराबाद के फतेह चौक से चार लोगों ने कथित रूप से उसका अपहरण कर लिया. इसके बाद लड़की के माता-पिता ने दावा किया कि उसकी लड़की का जबरन धर्म बदलवा दिया गया और अपहरणकर्ताओं में से एक ने उससे शादी कर ली.

जानकारी के मुताबिक जब उन्होंने पुलिस से इसकी शिकायत की तो सितंबर तक केस दर्ज नहीं किया गया. इसके बाद पुलिस और मानवाधिकार अधिकारियों ने उसे बलूचिस्तान प्रांत से बरामद किया और उसे वापस हैदराबाद लाया गया. इसके बाद लड़की को एक शेल्टर होम में रखा गया क्योंकि उसके पति ने उसके माता-पिता के खिलाफ कोर्ट में मामला दायर कर दिया था.

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पहले कोर्ट ने यह दिया था आदेश

कोर्ट में उसने एक मेडिकल और विवाह प्रमाणपत्र पेश किया, जिसमें दावा किया गया कि लड़की की उम्र 19 है, लेकिन उसके माता-पिता ने गुरुवार को सुनवाई के दौरान कोर्ट को बताया कि उनकी बेटी नाबालिग है और पुलिस इस मामले में उनकी मदद नहीं कर रही है.

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