
पाकिस्तान के इस्लामाबाद हाइकोर्ट ने तोशाखाना भ्रष्टाचार मामले में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी को सुनाई गई 14 साल की जेल की सजा पर रोक लगा दी है. आम चुनाव से कुछ दिन पहले 31 जनवरी 2023 को इस्लामाबाद अकांउटेबिलिटी कोर्ट ने इस मामले में दोनों को 14 साल की जेल की सजा सुनाई थी.
सोमवार को इस्लामाबाद हाइकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश आमेर फारूक ने तोशखाना मामले में सुनाई गई सजा को निलंबित करते हुए कहा है कि सजा के खिलाफ अपील की सुनवाई ईद की छुट्टियों को बाद तय की जाएगी. हालांकि, इमरान खान अभी भी अन्य मामलों में सुनाई गई सजा के तहत जेल में ही रहेंगे.
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान फिलहाल अदियाला जेल में बंद हैं. जबकि उनकी पत्नी बुशरा बीबी को इमरान खान के बनीगाला वाले घर में निगरानी में रखा गया है. घर के ही एक हिस्से को जेल में तब्दील कर दिया गया है.
क्या है तोशाखाना मामला?
पाकिस्तान में तोशाखाना एक सरकारी विभाग है. तोशाखाना में ही सरकारों के प्रमुखों, विदेशी हस्तियों द्वारा राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, सांसदों, नौकरशाहों और अधिकारियों को दिए गए उपहारों को रखा जाता है. इमरान खान पर प्रधानमंत्री रहते हुए तोशाखाने में रखे गए तोहफों को कम दाम पर खरीदने और फिर उन्हें बेचकर लाभ कमाने का आरोप है. इमरान खान को साल 2018 में देश के पीएम के तौर पर यूरोप और खासकर अरब देशों की यात्रा के दौरान बहुत से कीमती तोहफे मिले थे. बहुत से गिफ्ट्स को इमरान ने डिक्लेयर ही नहीं किया. जबकि कई तोहफों को मूल कीमत से काफी कम कीमत पर खरीद लिया और बाहर जाकर बड़ी कीमत पर बेच दिया.
पूर्व प्रधानमंत्री ने चुनाव आयोग को बताया था कि राज्य के खजाने से इन गिफ्ट्स को 2.15 करोड़ रुपए में खरीदा गया था और इन्हें बेचकर उन्हें करीब 5.8 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था. इन गिफ्ट्स में एक Graff घड़ी, कफलिंक का एक जोड़ा, एक महंगा पेन, एक अंगूठी और चार रोलेक्स घड़ियां सहित कई अन्य उपहार भी शामिल थे.