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पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान अपने सबसे मुश्किल दौर से गुजर रहा है. आर्थिक और राजनीतिक मोर्चे पर बदहाल इस देश की अर्थव्यवस्था वेंटिलेटर पर है. लेकिन इस बीच पाकिस्तान में लगातार गधों की आबादी बढ़ रही है. पिछले एक साल का आंकड़ा उठाकर देखें तो पता चलेगा कि गधों की संख्या में एक लाख का इजाफा हुआ है. लेकिन पाकिस्तान में गधों की संख्या क्यों बढ़ रही है? गधों की आबादी को चीन से जोड़कर क्यों देखा जा रहा है?
गधों की आबादी के मामले में पाकिस्तान दुनियाभर में तीसरे स्थान पर है. यहां गधों की संख्या लगभग पचास लाख है. यह देश हर साल लाखों गधों को एक्सपोर्ट करता है. लेकिन सवाल ये है कि पाकिस्तान में गधों की संख्या लगातार बढ़ क्यों रही है. क्या इसके लिए चीन जिम्मेदार है.
पाकिस्तान आर्थिक सर्वेक्षण 2022-2023 से पता चला है कि देश में गधों की संख्या बढ़ी है. सर्वे से पता चला है कि 2022-2023 में देश में गधों की आबादी में एक लाख का इजाफा हुआ है और यह बढ़कर 58 लाख हो गई है जबकि पिछले वित्त वर्ष में गधों की संख्या 57 लाख थी.
गधों की आबादी का चीन कनेक्शन
स्थानीय मीडिया के मुताबिक, पाकिस्तान हर साल गधों को एक्सपोर्ट कर सालाना लाखों डॉलर की कमाई करता है. कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि चीन से भारी मांग की वजह से पाकिस्तान में गधों की संख्या बढ़ी है. इसे ध्यान में रखते हुए सराकर ने आर्थिक विकास दर, खाद्य सुरक्षा और गरीबी हटाने के लिए इस सेक्टर पर खास तवज्जो दी है.
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बदहाल अर्थव्यवस्था के बीच पाकिस्तान का मवेशी सेक्टर
पाकिस्तान की आर्थिक बदहाली किसी से छिपी हुई नहीं है. देश की अर्थव्यवस्था गर्त में जा रही है. कई बड़े-बड़े सेक्टर डूब चुके हैं. लेकिन इस आर्थिक संकट के बीच देश का मवेशी (Livestock) सेक्टर राहत बनकर उभरा है. इस सेक्टर का देश के कृषि क्षेत्र में सबसे ज्यादा योगदान है.
आंकड़ों से पता चलता है कि कृषि सेक्टर में मवेशी सेक्टर का योगदान लगभग 62.68 फीसदी है. वित्त वर्ष 2023 के दौरान इस सेक्टर का देश की जीडीपी में 14.36 फीसदी का योगदान रहा है, जो पिछले साल के मुकाबले 2.25 फीसदी अधिक है.
चीन गधों का इंपोर्टर क्यों?
चीन दुनियाभर में गधों के सबसे बड़े इंपोर्टर्स (आयातकों) में से एक है. चीन के मेडिसिन क्षेत्र के लिए गधों की मांग हमेशा बनी रहती है. देश में दवाइयों के लिए हर साल लाखों गधों को मारा जाता है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, गधों के शरीर के हर अंग का चीन में अच्छा खासा बाजार है. गधे के मांस से लेकर दूध, चमड़ी तक की बड़ी मांग है. गधे का मंस चीन का सबसे लोकप्रिय स्ट्रीट फूड है. चीन की पारंपरिक दवाइयों के लिए गधों का इस्तेमाल होता है.
बता दें कि पाकिस्तान में 50 लाख से अधिक गधे हैं और इस तरह से गधों की आबादी में यह दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा देश है जबकि चीन पहले स्थान पर है.